–उत्तराखंड में तेजी से हो रहे पलायन रोकने के लिए अनोखी पहल
–थल सेनाध्यक्ष विपिन रावत से की शुरुआत, किया आग्रह
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख एवं उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड में तेजी से हो रहे पलायन को रोकने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। इसके तहत राजधानी दिल्ली सहित देशभर में फैले राज्य के प्रमुख लोगों को माटी से जोडऩे के लिए अपना वोट-अपने गांव अभियान शुरू किया है। श्रीगणेश देश के थल सेनाध्यक्ष विपिन रावत से मुलाकात करके आज किया। इसके बाद सभी प्रमुख हस्तियों को जोडऩे की तैयारी है। इस दौरान सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने उत्तराखंड में तेजी से हो रहे पलायन पर चिंता जताई। साथ ही कहा कि कृषि, उद्यानिकी, हर्बल, साहसिक पर्यटन, स्थानीय उत्पाद केंद्रित व्यवसाय आदि को आधार बनाकर स्वरोजगार की दिशा में नीति बनानी चाहिए। इस मौके पर बलूनी ने सेनाध्यक्ष को इस अभियान का प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया।
सांसद बलूनी ने अपना वोट- अपने गांव अभियान के द्वारा उत्तराखंड मूल की सामाजिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित विभूतियों, उच्च पदों पर आसीन अधिकारियों से भेंट के क्रम में आज थल सेनाध्यक्ष रावत से भेंट की। इस श्रंखला में बलूनी आगामी 15 अगस्त तक उत्तराखंड मूल के ऐसे महानुभाव के साथ भेट कर उनसे पलायन उन्मूलन के अभियान से जुडऩे का अनुरोध करेंगे, साथ ही अनुरोध करेंगे कि वह अपना वोट अपने गांव की मतदाता सूची से जोड़ें ।

इसके अलावा समय-समय पर अपने गांव में प्रवास का कार्यक्रम बनाएं, अपने अनुभवों को साझा करें और नई पीढ़ी को गांव में स्वरोजगार हेतु सहयोग और प्रेरित करें। बलूनी ने कहा कि जनरल रावत से सौहार्द पूर्ण भेंट हुई और उन्होंने कहा कि वे भविष्य में समय-समय पर अपने मूल गांव में प्रवास करेंगे। उन्होंने इस सामाजिक अभियान की प्रशंसा की और कहा कि देश के सीमांत और सामरिक प्रांतों में पलायन दुखद है।
इन स्थानों पर स्थानीय रोजगार के द्वारा नौजवानों को पुष्ट करना चाहिए ताकि गांव आबाद रहे और हमारी भाषा संस्कृति रीति रिवाज और महान परंपराएं जीवित रह सकें।
बता दें कि सांसद अनिल बलूनी ने पलायन रोकने के लिए एक साथ कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि देशभर में उत्तराखँड के लोग बड़े बड़े पदों पर आसीन हैं, जो अपनी मांटी, अपने गांव से कट चुके हैं। उन्हें हर हाल में दोबारा गांव तक ले जाने की कोशिश है। यह अभियान पलायन रोकने में बड़ा कारगर साबित होगा।
सांसद अनिल बलूनी जी का प्रयास बहुत ही सराहनीय है उनके इस प्रयास से उत्तराखंड के गांव से खोरा पलायन रोका जा सकता है