—प्रयागराज केंद्रीय रेल चिकित्सालय के डा. रुपा कपिल की टीम ने किया कमाल
—अत्यंत जटिल एवं गंभीर आपरेशन कर रचा इतिहास, लौटाई खुशियां
प्रयागराज /विनोद मिश्रा : केंद्रीय रेल चिकित्सालय प्रयागराज के सर्जरी विभाग ने पुनः चिकित्सा निदेशक डा. रुपा कपिल के नेतृत्व मे एक अत्यंत जटिल एवं गंभीर आपरेशन कर इतिहास रच दिया। साथ ही 4 साल की बच्ची की मुस्कान लौटा दिया। बच्ची को एक नया जीवन मिला है और वह दूसरे सामान्य बच्चों के साथ अब खुलकर खेल सकती है और स्कूल भी जा सकेगी। बता दें कि रेलवे में माली के पद पर तैनात विवेक कुमार की बेटी वैष्णवी कुशवाहा दो साल की उम्र में बायें हाथ की कोहनी जलने के कारण बहुत बड़ा मांस का टुकड़ा (Keloid) बन जाने के कारण हाथ मुड़ नहीं रहा था। यह टुकड़ा हाथ के रक्त धमीनियों और नर्व तंत्रिकाओं के करीब था जिसके कारण निकट भविष्य मे Keloid की कारण धमनियां सिकुड़ सकती थी और हाथ की संवेदानायें जा सकती थी। इससे पूरा हाथ खराब हो सकता था और काटने के अलावा कोई चारा नहीं बचता।
प्रयागराज के डाक्टरों ने इस केस को चुनौती पूर्ण लेते हुए कमाल कर दिया। सफलतापूवर्क आपरेशन को केंद्रीय चिकित्सालय, उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज में डा. संजय कुमार, वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे द्वारा किया गया। इस आपरेशन के दौरान डा. मो. उसैद, डा. एस.एस. यादव, मेट्रन रुथ सिंह, नर्सिंग अधीक्षक मंजू देवी सोनकर, ओटीए घनश्याम शुक्ला एव राजीव कुमार पटेल का योगदान रहा।
टाका कटने के बाद वैष्णवी कुशवाहा (उम्र 04 साल) के चेहरे पर पहले वाली मुस्कान लौटी। शुक्रवार को वैष्णवी को अंतिम ड्रेसींग की गई। इससे पहले डा. संजय कुमार, वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज ने कोरोना काल में 125 मेजर एवं 567 माइनर आपरेशन करके पहले ही पूरे भारतीय रेल में सर्जरी का रिकार्ड स्थापित कर चुके हैं। बता दें कि बच्ची वैष्णवी के पिता रेलवे में माली के पद पर कार्यरत हैं।