–राज्यसभा में होंगे सदन के नेता, लेंगे थावर चंद गहलोत की जगह
–राज्यसभा में गोयल की सीट प्रधानमंत्री मोदी के साथ होगी
-दिवंगत अरूण जेटली लंबे समय तक रहे इस अहम पद पर
– निर्मला सीतारमण, नकवी, भूपेंद्र यादव का भी चल रहा था नाम
नई दिल्ली /नेशनल ब्यूरो : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को बड़ा प्रमोशन मिला है। वह राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल के सदन के अगले नेता होंगे। बीजेपी ने उनकी नियुक्ति की है। कड़ी मेहनत, काबिलियत और हाईकमान के बेहद करीबी माने जाते गोयल को यह पद तोहफे के रूप में दिया गया है। यह पद संसद में अहम माना जाता है। राज्यसभा में पीयूष गोयल की सीट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होगी। पीयूष गोयल साल 2010 से राज्यसभा सांसद हैं। संसद का मॉनसून सत्र के शुरू होने से पहले बीजेपी ने पीयूष गोयल को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राज्यसभा में अपना नेता चुना है। मोदी सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रहे थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद से राज्यसभा में बीजेपी का यह पद खाली था। बताया जाता है कि सदन के नेता के पद के लिए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी, भूपेंद्र यादव आदि का नाम चल रहा था। लेकिन पीयूष गोयल को यह जिम्मेदारी दी गई है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद इन्हें कपड़ा मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले पीयूष गोयल के पास रेलवे मंत्रालय भी था। वर्ष 2014 में मंत्री बनने से पहले गोयल पार्टी के कोषाध्यक्ष थे। वह भाजपा की चुनाव प्रबंधन गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं।
बता दें कि सदन के नेता के पद पर जून 2019 से पार्टी के वरिष्ठ नेता थावर चंद गहलोत को यह जिम्मेदारी मिली थी। उनसे पहले दिवंगत अरुण जेटली के पास यह अहम जिम्मेदारी थी। जेटली मई 2014 से नेता सदन का पद संभाल रहे थे। उनके निधन के बाद यह पद खाली हो गया था। इस लिहाज से देखा जाए तो पीयूष गोयल का यह संसदीय राजनीति में बड़ा प्रमोशन है। पीयूष गोयल को पीएम नरेंद्र मोदी का भरोसा हासिल करने वाले केंद्रीय मंत्रियों में शुमार किया जाता है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल से ही वह केंद्रीय कैबिनेट का हिस्सा रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी,केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को ट्वीट कर पीयूष गोयल को नयी जिम्मेदारी की बधाई दी।
बता दें कि मानसून सत्र 19 जुलाई को आरंभ होगा और 13 अगस्त को उसका समापन होगा। दूसरी तरफ कांग्रेस लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी की जगह नए नेता की नियुक्ति को लेकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
18 जुलाई को सर्वदलीय मीटिंग बुलाई
संसद के मॉनसून सत्र के 19 जुलाई को शुरू होने से पहले संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने सर्वदलीय मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है। यह बैठक 18 जुलाई को होने वाली है, जिसमें केंद्र सरकार की ओर से विपक्षी दलों से सदन के सुचारू रूप से संचालन की अपील की जाएगी। गौरतलब है कि संसद का मॉनसून सेशन कुल 26 दिनों तक चलेगा, लेकिन छुट्टियों को हटा दें तो 19 दिन ही काम होगा। इन 19 दिनों में मोदी सरकार ने संसद के पटल पर 30 बिलों को पेश करने की तैयारी है। इनमें से 17 विधेयक नए हैं और बाकी संशोधन बिल हैं।