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Saturday, October 12, 2024

गुरुद्वारा चुनाव निदेशक पर जूता फेंकने वालों पर FIR दर्ज, सिरसा सहित 6 नामजद

-चुनाव निदेशक नरेंद्र सिंह ने दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
–मनजिंदर सिंह सिरसा, हरमीत कालका, आत्मा सिंह लुबाणा सहित 6 लोग नामजद
–सिरसा ने जान से मारने की धमकी दी, निदेशक ने की पुलिस को शिकायत
–कालका ने गाली गलौज करने व भीड़ को उकसाने का काम किया

नई दिल्ली /अदिति सिंह : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) में वीरवार को को-ऑप्टेड सदस्यों के चयन के दौरान हुए हंगामे को लेकर आईपी एस्टेट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें मुख्य आरोपी के रूप में मनजिंदर सिंह सिरसा, हरमीत सिंह कालका,कमेटी सदस्य आत्मा सिंह लुबाया,रमनदीप थापर,भूपिंदर सिंह, गगन सिंह के नाम दर्ज है। जबकि आरोप है कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) के तिलक नगर से नव निर्वाचित सदस्य आत्मा सिंह लुबाणा ने गुरुद्वारा चुनाव निदेशक नरिंदर सिंह पर जूता फेंका। इसके अलावा अन्य सदस्यों ने भी वहां पर जमकर हंगामा किया। इस बारे में एफआईआर में अधिकारी ने शिकायत दी है।
जानकारी के अनुसार, पश्चिम विहार निवासी नरेंद्र सिंह दिल्ली सरकार के गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय में बतौर निदेशक कार्यरत हैं। वीरवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुने हुए कुछ सदस्यों पर उन्होंने दुव्र्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने शिकायत दी है कि चुनाव के बाद पहली बैठक को आईटीओ स्थित गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय परिसर में आयोजित की गई थी।

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यह बैठक को-ऑप्टेड के 2 सदस्य चुनने के लिए बुलाई गई थी। बैठक में उन्होंने जब आपत्ति के बारे में पूछा तो कुछ आपत्तियां बताई गईं। लिखित रूप में भी उन्हें आपत्तियां दी गईं। इसके बाद कुछ देर बाद लोग कार्यालय के बाहर हंगामा करते हुए उनका विरोध करने लगे। इसके चलते उन्होंने यह बैठक खत्म कर दी। इसके बाद जब वह बाहर जाने लगे तो उनके साथ बदसलूकी की गई। ऐसे कुछ लोगों के नाम उन्होंने अपनी शिकायत में बताए हैं। उन्होंने शिकायत में बताया है कि दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर उन्हें बाहर निकाला।

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इस दौरान उनके ऊपर एक सदस्य ने जूता भी फेंका। वहीं, उन्होंने डीएसजीएमसी के निवर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। इसके अलावा चुनाव निदेशक ने शिरोमणि अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका पर गाली गलौज करने व भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाना, धमकी देना एवं अन्य आईपीसी धाराओं में मामला दर्ज किया है। फिलहाल उनके द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर छानबीन की जा रही है। मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चुनाव निदेशक की तरफ से दी गई शिकायत पर एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
वहीं दूसरी ओर गुरुद्वारा चुनाव निदेशक साथ हुए दुव्यर्वहार हरकत एवं जूता फैंकने की सभी सिख संगठनों एवं धार्मिक दलों ने निंदा की है।

क्या था पूरा मामला

हुआ यूं कि वीरवार को दिल्ली कमेटी के 5 कोआप्शन सदस्यों का चुनाव था। इसमें से दो कोआप्शन सदस्यों के लिए 46 नव निर्वाचित सदस्यों ने मतदान किया। मतगणना के बाद 282 पंजीकृत सिंह सभा गुरुद्वारों के अध्यक्षों की लॉटरी के जरिये दो सदस्यों का चुनाव होना था। लेकिन शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) और जागो पार्टी के द्वारा सिंह सभा सदस्यों की सूची में खामिया गिनाने के बाद चुनाव निदेशक नरिंदर सिंह ने कमेटी सदस्यों की मीटिंग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इस वजह से शिरोमणि कमेटी की तरफ से नामजद सदस्य के तौर पर मनजिंदर सिंह सिरसा को सदस्य के तौर पर प्रमाणपत्र नहीं मिल पाया।
सिरसा की सदस्यता को चुनौती जागो पार्टी के दिल्ली कमेटी सदस्य सतनाम सिंह ने दी। साथ ही सिरसा के निर्वाचन पर ऐतराज दाखिल कर दिया। इस वहज से नरिंदर सिंह ने अपने कानूनी विभाग से राय लेने के बाद सिरसा के सदस्यता पर फैसला बाद में करने का आदेश दिया। इस वजह से गुस्से में आए अकाली समर्थकों ने जमकर नारेबाजी कर दी। साथ ही डायरेक्टर को घेर लिया और उनके साथ हमला करने की कोशिश की।

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