—यूपी के नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों के साथ राज्यपाल एवं सीएम ने किया संवाद
— पंचायत में महिलाओं की शक्ति का उपयोग किया जाना आवश्यक : राज्यपाल
—महिलाएं ग्रामीण स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों को दे रहीं अंजाम
लखनऊ/ टीम डिजिटल: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों के साथ संवाद किया। राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक पहुंचाने में ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्राम प्रधानों ने लोगों का विश्वास जीतकर सफलतापूर्वक विजय हासिल की है। वे सभी कार्ययोजना बनाकर प्राथमिकताएं तय करते हुए गांवों के विकास में सहभागी बनें। यह अच्छी बात है कि नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों में महिलाएं और युवा भी बड़ी संख्या में शामिल हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। योजनाओं का लाभ लाभार्थी तक समय से पहुंचे, यह सुनिश्चित करने में ग्राम प्रधान अपनी प्रभावी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि गरीबी दूर करने और विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचने में शिक्षा महत्वपूर्ण है। ग्राम प्रधान यह भी देखें कि सभी बच्चे शिक्षा की सुविधा का लाभ उठाएं। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्र्री और आशा वर्कर का भी योगदान है।
नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों से संवाद… https://t.co/TXabJhQYZr
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 28, 2021
राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में गांव से सम्बन्धित डेटा ग्राम प्रधानों के पास उपलब्ध होगा तो गांवों के विकास में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं ग्रामीण स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान कर विकास कार्यों को अंजाम दे रही हैं। महिलाओं की शक्ति का भी उपयोग किया जाना आवश्यक है। ग्राम प्रधानों से संवाद कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री जी को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ग्राम प्रधानों को कार्ययोजना बनाने और उनकी प्राथमिकताएं तय करने में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने सभी नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना कालखण्ड के इस चुनौतीपूर्ण समय में उन सबने मजबूती के ग्राम वासियों व निगरानी समितियों के साथ मिलकर कोरोना के विरुद्ध सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी है, जिसका परिणाम हम सबके सामने है। विशेषज्ञों की आशंका थी कि कोरोना की दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहद खराब होगी, किन्तु आज उत्तर प्रदेश सुरक्षित स्थिति में है। यह आशंका थी कि 25 अप्रैल, 2021 से 15 मई, 2021 तक प्रतिदिन 01 लाख केसेज़ आएंगे, किन्तु आज प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 52,000 है। बीते 24 घण्टों में मात्र 2402 सक्रिय मामले आए। पाॅजिटिविटी रेट घटा है, रिकवरी दर बढ़ी है। यह सब टीम भावना का परिणाम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक साथ नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से इस प्रकार का सीधा संवाद कर रहे हैं। यह लोकतंत्र की मजबूती को प्रदर्शित करता है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील की कि वे सभी सावधानी और सतर्कता के साथ कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दें।
गांवों के विकास के लिए धन की कमी नहीं
ग्राम प्रधान ग्रामीण विकास के साथ-साथ निगरानी समितियों के अध्यक्ष होने के नाते कोरोना संक्रमण से बचाव व उपचार के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। ‘मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव’ के संदेश को हर ग्रामवासी का लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित करें। घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए। लक्षण युक्त मरीज को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी जाए। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का कार्य भी व्यापक स्तर पर हो। रोजगार सृजन के कार्यों को भी प्राथमिकता से किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण समय में हम सबको जीवन और जीविका दोनों को बचाना है। इस समय जरा सी लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है। कोरोना प्रोटोकाॅल, मास्क और दो गज की दूरी का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए। कहीं भी भीड़ एकत्रित न हो। गांवों के विकास के लिए धन की कमी नहीं है। राज्य वित्त आयोग, केन्द्रीय वित्त आयोग तथा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पंचायतों के पास पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है। इनका सदुपयोग सुविधाओं को विकसित करने में किया जाना चाहिए।
ग्राम प्रधान गांवों को ‘स्मार्ट विलेज’ बनाने की दिशा में प्रयास करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम प्रधान गांवों को ‘स्मार्ट विलेज’ बनाने की दिशा में प्रयास करें। गांवों में विद्यालय हो, खेल का मैदान हो, ओपेन जिम हो, चिकित्सालय हो, सड़क हो, स्वच्छता हो। पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के रूप में विकसित किया जाए। काॅमन सर्विस सेण्टर के माध्यम से निःशुल्क टीकाकरण हेतु कोविन पोर्टल पर रजिस्टेªशन की कार्यवाही की जाए। सेण्टर को ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क टीकाकरण अभियान का केन्द्र बिन्दु बनाया गया है।
ग्राम सचिवालय में कम्प्यूटर व इण्टरनेट की व्यवस्था सुनिश्चित रहे
ग्राम सचिवालय में कम्प्यूटर व इण्टरनेट की व्यवस्था सुनिश्चित रहे। इन सचिवालय में काॅमन सर्विस सेण्टर और बैंकिंग काॅरेस्पाॅण्डेन्ट (बी0सी0-सखी) के कार्य के लिए भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों से गांवों के विकास के लिए उनकी कार्ययोजना की जानकारी प्राप्त करते हुए उनके गांवों में उपलब्ध सुविधाओं, शिक्षा व स्वास्थ्य, पब्लिक एडेªस सिस्टम, कोविड संक्रमण से बचाव व उपाय, रोजगार सृजन, मनरेगा, मत्स्य पालन, डेयरी, कुक्कुट पालन आदि की सम्भावनाओं, सिंचाई सुविधाओं, खेती-किसानी, स्वयं सहायता समूहों, सड़क सुविधाओं, विकास कार्यों, जल निकासी के प्रबन्धों, राशन व पेंशन सुविधाओं, पंचायत भवनों, ग्राम सचिवालयों, काॅमन सर्विस सेण्टर, शौचालय निर्माण, साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन व फाॅगिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।