नयी दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पहली बार शनिवार को राज्य का दौरा करेंगे। वह कैराना में घर-घर जाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, शाह अपने इस दौरे पर शामली और बागपत में पार्टी कार्यकर्ताओं व क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की रणनीति में अहम भमिका निभा रहे शाह बाद में मेरठ भी जाएंगे। वह वहां पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के अलावा वहां के प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद भी करेंगे। अपने पहले चुनावी दौरे पर शाह का कैराना जाने का बड़ा राजनीतिक महत्व भी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के कैराना से तत्कालीन सांसद दिवंगत हुकुम सिंह ने यहां से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था। कैराना अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को होगी।
–कैराना में डोर टू डोर प्रचार अभियान की करेंगे शुरुआत
-चुनाव आयोग भी आज करेगा समीक्षा, रैलियों के लिए मिल सकती है छूट
बता दें कि भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर ही हैं। वह बरेली और आगरा क्षेत्र की 20-20 विधानसभा सीटों पर पदाधिकारियों एवं प्रत्याशियों के साथ बैठक किए।
इस बीच केंद्रीच निर्वाचन आयोग शनिवार को एक बैठक कर यह तय करेगा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भौतिक रैलियों और रोड शो पर उसके द्वारा लगाया गया प्रतिबंध जारी रहना चाहिए या नहीं। गत आठ जनवरी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में चुनावों की तारीखों की घोषणा करते हुए निर्वाचन आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों, रोड और बाइक शो और इसी तरह के प्रचार कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। आयोग ने 15 जनवरी को प्रतिबंध को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया था। हालांकि आयोग ने राजनीतिक दलों को इनडोर यानी हाल में अधिकतम 300 लोगों के साथ या हाल की क्षमता के अनुरूप 50 फीसदी लोगों के साथ बैठक करने की छूट दी थी।