प्रयागराज/सुनील पाण्डेय । बुधवार को सूर्यास्त के साथ दुनिया के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ का समापन हो चला है। 45 दिन चले इस महा आयोजन के आखिरी दिन शिवरात्रि के अवसर पर रात 8 बजे तक 1.53 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। इससे पहले 44 दिन में 65 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। ये आंकड़ा अमेरिका की आबादी (करीब 34 करोड़) से दोगुना है। संगम में डुबकी लगाने वालों की यह संख्या 193 देशों की जनसंख्या से ज्यादा है। सिर्फ भारत और चीन की आबादी महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा है। योगी सरकार ने दावा किया कि दुनिया में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग यहां आए हैं।
महाकुंभ का कल समापन कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य शामिल होंगे।
—45 दिनों तक चले इस महाआयोजन में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई
—महाकुंभ का आज समापन कार्यक्रम होगा, सीएम योगी की पूरी टीम होगी
—दुनिया के 193 देशों की जनसंख्या से ज्यादा लोगों ने संगम में लगाई डुबकी
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, आज महाशिवरात्रि के दिन भव्य, दिव्य महाकुंभ का समापन हुआ है। 144 वर्षों के बाद ऐसे दुर्लभ संयोग के कारण पूरे देश और दुनिया में एक अलग तरह का आकर्षण था। पीएम मोदी के कुशल मार्गदर्शन और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ पर्व को सुरक्षित संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए।
महाकुम्भ 2025 ने न सिर्फ आध्यात्मिकता की नई ऊंचाइयों को छुआ, बल्कि भव्यता और दिव्यता के मामले में भी दुनिया भर में एक अनूठा उदाहरण पेश किया। 45 दिनों तक चले इस महाआयोजन में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया।
योगी सरकार की मेहनत और केंद्र के सहयोग से प्रयागराज का कायाकल्प हुआ, जिसने इस बार महाकुम्भ को पहले से कहीं अधिक भव्य और दिव्य बना दिया। आम से लेकर खास तक, हर किसी ने इस पवित्र अवसर पर अपनी आस्था को साकार किया। सबसे खास बात ये रही कि महाकुम्भ की शुरुआत से पहले पीएम मोदी और सीएम योगी ने जिस एकता के महाकुम्भ का संकल्प लिया था, वो यहां साकार होता दिखाई दिया।
महाकुम्भ 2025 में सभी 13 अखाड़ों की उपस्थिति रही, जिन्होंने तीनों अमृत स्नान में पुण्य डुबकी लगाकर परंपरा का निर्वहन किया। इन 13 अखाड़ों के साथ इनके अनुगामी अखाड़े भी सम्मिलित हुए, जिसमें जूना अखाड़े का अनुगामी अखाड़ा किन्नर अखाड़ा आकर्षण का केंद्र रहा। इन अखाड़ों ने महाकुम्भ की परंपरा के अनुसार दीक्षा कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन संपन्न किया। विभिन्न अखाड़ों ने महामंडलेश्वर समेत अन्य पदों पर नियुक्तियां भी कीं।
महाकुम्भ को इस बार भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 4000 हेक्टेयर में महाकुम्भ नगर को बसाया गया। पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टर में विभाजित किया गया। 12 किमी. में कई पक्के घाटों का निर्माण किया गया। 1850 हेक्टेयर में पार्किंग निर्मित की गई, जबकि 31 पांटून पुल, 67 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स, 1.5 लाख शौचालय और 25 हजार पब्लिक एकमोडेशन सुनिश्चित किए गए। योगी सरकार के द्वारा 7 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की गई, जबकि केंद्र सरकार के सहयोग से कुल 15 हजार करोड़ रुपए से पूरे प्रयागराज का कायाकल्प किया गया।
45 दिनों में जहां 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु जुटे, जिसमें सर्वाधिक संख्या अमृत स्नान और स्नान पर्वों पर रही। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर 1.70 करोड़, 14 जनवरी मकर संक्रांति पर 3.50 करोड़, 29 जनवरी मौनी अमावस्या को 7.64 करोड़, 3 फरवरी बसंत पंचमी को 2.57 करोड़, 12 फरवरी माघ पूर्णिमा को 2.04 करोड़ और 26 फरवरी महाशिवरात्रि को 1.53 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु रिकॉर्ड किए गए। 15 फरवरी से 26 फरवरी तक एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब संख्या एक करोड़ से कम रही हो।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने डुबकी लगाई
महाकुम्भ में आम हो या खास हर किसी ने डुबकी लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस महाआयोजन में पवित्र स्नान करने के लिए पहुंचीं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी यहां पहुंचकर पावन स्नान किया। इनके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, गवर्नर, केंद्रीय मंत्रियों, विधानसभा के सभापति, एलजी और राज्य मंत्रियों ने भी संगम में पहुंचकर डुबकी लगाई।
कई राज्यों की मंत्रिमंडल की बैठकें भी हुई
इस महाकुम्भ में उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों की मंत्रिमंडल की बैठकें भी संपन्न की गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रि परिषद की बैठक में यूपी के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक के बाद सीएम योगी की अगुवाई में सभी मंत्रियों ने संगम में डुबकी भी लगाई। इसी तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की अगुवाई में मंत्रिपरिषद ने स्नान करने के बाद बैठक आयोजित की थी। इसके अलावा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री अपने समूचे मंत्रिमंडल के साथ यहां स्नान करने पहुंचे।
विपक्ष के नेता भी संगम में लगाए डुबकी
सिर्फ सत्ता पक्ष ही नहीं, बल्कि विपक्ष के नेता भी संगम स्नान करने से नहीं चूके। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पूरे दल बल के साथ यहां स्नान करने आए तो प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने भी शुरुआत में ही संगम स्नान कर पुण्य प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू परिवार समेत यहां पहुंचे, जबकि दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव शुक्ला, धर्मेंद्र यादव के अतिरिक्त पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के विधायक, सांसद और पार्टी अध्यक्ष ने भी यहां स्नान किया और व्यवस्थाओं की तारीफ की।
बॉलीवुड सितारों ने भी अपनी आस्था प्रकट की
बॉलीवुड सितारों ने भी यहां आकर संगम स्नान कर सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था प्रकट की। अक्षय कुमार, विक्की कौशल, कट्रीना कैफ, पंकज त्रिपाठी, राजकुमार राव, ईशा गुप्ता, रवीना टंडन, विवेक ओबेराय, अनुपम खेर, हेमामालिनी, रवि किशन, तमन्ना भाटिया और सोनाली बेंद्रे समेत तमाम दिग्गज कलाकार यहां पहुंचे। अभिनेताओं के साथ-साथ बॉलीवुड से जुड़े अन्य आर्टिस्ट जिनमें रेमो डिसूजा, शान, कैलाश खेर, शेखर सुमन और उदित नारायण ने भी यहां उपस्थिति दर्ज कराई।
अडानी—अंबानी ने भी परिवार के साथ पहुंचे
नेताओं, कलाकारों के साथ-साथ देश के शीर्ष उद्योगपतियों ने भी यहां अपनी आस्था प्रकट की और पूरी श्रद्धा से संगम में स्नान किया। इनमें देश के शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी अपनी पूरी फैमिली के साथ यहां स्नान करने पहुंचे। इसके अलावा गौतम अडानी ने भी परिवार समेत श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अनिल अंबानी, ओला के मालिक भाविश अग्रवाल, लक्ष्मी मित्तल, आनंद पीरामल और अशोक हिंदुजा भी अपने परिवार समेत यहां आए।
खेलों के बड़े नाम भी महाकुम्भ का हिस्सा बने
विभिन्न खेलों के बड़े नाम भी महाकुम्भ का हिस्सा बने। सुनील गावस्कर, सुरेश रैना, खली, साइना नेहवाल, बाइचुंग भूटिया, अनिल कुंबले, आरपी सिंह और ईशांत शर्मा ने न सिर्फ संगम में पावन डुबकी लगाई, बल्कि यहां आकर साधु संतों का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
योगी बोले—महाकुम्भ अपनी पूर्णाहुति की ओर अग्रसर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानवता का महायज्ञ, आस्था, एकता और समता का महापर्व महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आज महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ ही अपनी पूर्णाहुति की ओर अग्रसर है। 13 जनवरी, पौष पूर्णिमा से प्रारंभ महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में आज 26 फरवरी, महाशिवरात्रि की तिथि तक कुल 45 दिनों में 66 करोड़ 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। विश्व इतिहास में यह अभूतपूर्व है-अविस्मरणीय है। पूज्य अखाड़ों, साधु-संतों, महामंडलेश्वरों एवं धर्माचार्यों के पुण्य आशीर्वाद का ही प्रतिफल है कि समरसता का यह महासमागम दिव्य और भव्य बनकर सकल विश्व को एकता का संदेश दे रहा है।
प्रयागराज DM रवींद्र कुमार ने सभी को धन्यवाद किया
महाकुंभ मेले के आज समापन पर प्रयागराज DM रवींद्र कुमार मंदर ने कहा- महाकुंभ में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया से लोग आए और उन्होंने सभी व्यवस्थाओं, प्रोटोकॉल, नियमों, विनियमों का पालन किया। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। जैसे ही महाकुंभ मेला समाप्त होगा, हम सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य पर लौटें। प्रशासन यह भी सुनिश्चित करेगा कि यहां की अस्थायी व्यवस्था ठीक से और सुरक्षित रूप से हटा दी जाए। संगम घाट पर पूरे साल श्रद्धालु आते हैं और हम वहां सुरक्षा और सफाई सुनिश्चित करते हैं।