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Friday, April 19, 2024

सूर्य नमस्कार के लिए दुनिया में जुटे एक करोड़ से अधिक लोग

नई दिल्ली /अदिति सिंह : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित पहला वैश्विक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम शुक्रवार को देश-दुनिया में खूब उत्साह के साथ मनाया गया। तन-मन को स्वस्थ रखने और कोविड काल में खुद को सुरक्षित रखने के लिए देश-विदेश के एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए अपने अपने स्थानों पर सूर्य नमस्कार किया। भारत में कार्यक्रम की शुरूआत केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई ने वर्चुअल तरीके से की। इस मौके पर बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, श्री श्री रविशंकर, सद्गुरु जग्गी वासुदेव और देश-विदेश से कई बड़ी हस्तियां जुड़ीं।
भारत, इटली, अमेरिका, सिंगापुर, श्रीलंका और जापान जैसे अनेकों देशों में शुक्रवार को सूर्य नमस्कार के साथ दिन की शुरूआत हुई। इस दौरान केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल ने कहा कि मकर संक्रांति के पर्व पर सूर्य अपना पथ बदलकर उत्तरायण में प्रवेश करते हैं, जिसे भारतीय परंपरा में शुभ माना जाता है, इसलिए सूर्य की उपासना भारत में भक्ति-भावना से की जाती है। योग परंपरा में सूर्य आराधन को सूर्य नमस्कार के ज़रिए लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए किया जाता है।

-कोरोना काल में भारत का संदेश: जीवनी शक्ति का आधार सूर्य नमस्कार
-आयुष मंत्रालय के आयोजन में वैश्विक योग गुरु जुटे
-केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल और डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई ने किया श्रीगणेश
-बाबा रामदेव, बालकृष्ण, श्री श्री रविशंकर, जग्गी वासुदेव सहित हस्तियां जुड़ीं

इसके साथ ही देश भर में अनेक सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं, विभिन्न मंत्रालयों-विभागों से जुड़े लाखों लोगों ने सूर्य नमस्कार के आयोजन किए। दिन भर अलग-अलग वेबसाइटों पर और सोशल मीडिया हैंडलों पर सूर्य नमस्कार के फोटो और वीडियो अपलोड होते रहे। आयुष मंत्रालय के साथ आज के इस आयोजन में केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय समेत, गृह, रक्षा और शिक्षा मंत्रालय ने और उनके अधीन आने वाली इकाइयों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
आयुष मंत्रालय और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से दूरदर्शन पर आयोजित कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री डॉ. महेंद्रभाई मुंजपरा ने कहा कि ये आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृखंला के एक भाग के रूप में है, जिसके द्वारा आज हम प्रकृति को धन्यवाद कह रहे हैं। खुशी और सद्भाव के इस पर्व पर सूर्य नमस्कार फिट और हिट रहने का सबसे बेहतर उपाय है। सूर्य नमस्कार पर हुए अध्ययन बताते हैं कि ये हमारी इम्यूनिटी को मज़बूत करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता करता है।
योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि सूर्य नमस्कार जीवनी शक्ति का आधार थीम पर सूर्य नमस्कार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक बहुत बड़ा आंदोलन है। योग का अर्थ लोगों को जोडऩा होता है और यह अभियान वही कर रहा है। सूर्य नमस्कार के जरिए आज 75 लाख से अधिक लोग एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने का मंत्र दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनातनी परंपरा में सिर्फ कोरोना का ही नहीं बल्कि अनेकों शारीरिक-मानसिक समस्याओं का समाधान है। इस दौरान उन्होंने एक शोध आधारित किताब का लोकार्पण भी किया।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि इस दिन सूर्य नमस्कार करने से हम सूर्य की ऊर्जा से एक नया इतिहास रच सकते हैं। विश्व को सूर्य की ऊर्जा के उपयोग का मंत्र भी भारत ने ही दिया है। सूर्य की ऊर्जा से हमारे भीतर रोग निरोधक शक्ति जागती है, जो हमें इस वैश्विक महामारी से बचा सकती है। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव सद्गुरू ने कहा कि संसार में सब कुछ सूर्य की ऊर्जा से ही संचालित होता है। रोजाना सूर्य नमस्कार करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
मिस वल्र्ड जापान 2021 तमाकी होशी भी वर्चुअली जुड़ीं और उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा की गई ये पहल महामारी के इस दौर में हर इंसान के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। इटली योग संस्थान की अध्यक्ष डॉ. एंटोनिटा रोज़ी ने भी सूर्य नमस्कार कर लोगों से स्वस्थ रहने की अपील की। अमेरिकन योग अकादमी के अध्यक्ष डॉ. इंद्रनील बसु रॉय, सिंगापुर योग संस्थान के सदस्य भी इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े और कोविड नियमों का पालन करते हुए सूर्य नमस्कार किया।
एमडीएनआईवाई के निदेशक ईश्वर बसवारेड्डी ने कहा कि सूर्य नमस्कार हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है, इसे यौगिक प्रक्रिया से करने से हम अनेकों बीमारियों से मुक्त रह सकते हैं।

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