—गरीबों को जलाया चूल्हा, राज्य सरकारों को दी आर्थिक मदद
—सेवा में देश और दुनिया की तमाम संस्थाओं को पीछे छोडा
—प्रधानमंत्री राहत कोष में भी दिए 5 करोड रुपये, पीएम ने सराहा
— मिशन के सभी 95 ज़ोनों और 3000 से अधिक शाखाओं ने संभाला मोर्चा
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : मानव कल्याण के लिए समर्पित एक आध्यात्मिक संस्था संत निरंकारी मिशन दुनियाभर में आई कोविड—19 आपदा में इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश कर रही की है। 25 मई 1929 को बाबा बूटा सिंह जी के द्वारा शुरु किए गए इस मिशन को आज निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज बखूबी आगे बढा रही हैं। संस्था की अब तक की सबसे कम उम्र की प्रमुख मानी जाती सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने इस आपदा में एक गरीब का चूल्हा जलाने से लेकर देश के प्रधानमंत्री तक को राहत देने में सबसे आगे खडी हैं। यही कारण है कि गरीब एवं जरूरमंद तपके के लोग उनकी दिल से जय जयकार कर रहे हैं। खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने को रोक नहीं पाए और निरंकारी मिशन की अभूतपूर्व मदद की खुलकर तारीफ कर डाली। इसको देखकर ऐसा कह सकते हैं कि संत निरंकारी मिशन अपने असली मिशन…सेवा…सिमरन और सत्संग… से कहीं आगे निकल चुका है। करोडों भक्तों वाले संत निरंकारी मिशन आज पूर्व की तरह इस आपदा में भी देश और दुनिया में निस्वार्थ भाव से काम कर रही है।
निरंकारी मिशन ने हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहतकोष में प्रत्येक को 50—50 लाख का योगदान तो दिया ही, प्रधानमंत्री राहत कोष में भी पांच करोड़ रुपये का योगदान दिया है। इसके अलावा हर दिन लगभग देश भर में प्रभावित 5 लाख से अधिक लोगों को लंगर एवं राशन बांटा जा रहा है।
लॉक डाउन के दिन से ही मिशन सेवा में जुटा
निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से संत निरंकारी मिशन के प्रबंधक एवं सेवादार संत देश भर के लाखों लाखों भाइयों और बहनों तक पहुचे जो कोरोनो वायरस के वैश्विक प्रसार के कारण एवम देश में पूर्ण लॉकडाउन से प्रभावित हुए है। 24 मार्च को जैसे ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में लॉकडाउन की घोषणा की, संत निरंकारी मंडल को एहसास हुआ कि जरूरतमन्दों एवं उनके परिवारों के लिए जीवनावश्यक खाद्य पदार्थों की जरूरत होगी। लिहाजा संत निरंकारी मंडल ने जरूरतमंद परिवारों को भोजन एवं राशन प्रदान करने के लिए पूरे भारतवर्ष में स्थापित मिशन के सभी 95 ज़ोनों पर और 3000 से अधिक शाखाओं को खाद्य सामग्री एवम भोजन वितरण की सेवा का संदेश भेजा। उस दिन से, निरंकारी मिशन के भक्त और संत निरंकारी सेवादल के स्वयंसेवक रोजाना लाखों लोगों को सूखा राशन और लंगर प्रदान कर रहे हैं।
50 हजार लोगों को ताजा भोजन परोस रहा है मिशन
संत निरंकारी मिशन हर दिन लगभग 50 हजार लोगों को ताजा तैयार किया हुआ लंगर बाँटा जा रहा है। भारत के प्रमुख और यहां तक कि छोटे शहरों में भी निरंकारी मिशन की शाखाएं किसी न किसी तरह से योगदान दे रही हैं। कुछ चाय और बिस्किट वितरित कर रही हैं तो कुछ लंगर तैयार कर रही हैं। कुछ सूखे राशन की पेशकश कर रही हैं। कई शाखाएँ अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं प्रशासनिक सेवाओं में लगे कर्मचारियों सहित जरूरतमन्दों के लिए भोजन, जलपान और चाय की सेवा कर रही हैं। मिशन की देश भर में फैली शाखाओं ने जरूरतमंद परिवारों को लगभग एक लाख से अधिक पैकेट सूखा राशन वितरित किया है। जबलपुर शाखा ने शहर के कलेक्टर को 4200 मास्क तैयार किए और सौंपे।
प्रधानमंत्री एवं सभी मुख्यमंत्रियों ने सराहना की
संत निरंकारी मिशन ने हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहतकोष में प्रत्येक को 50 लाख के साथ-साथ प्रधानमंत्री राहत कोष में पांच करोड़ रुपये का योगदान दिया है। सभी संबंधित मुख्यमंत्रियों और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने ट्वीट के माध्यम से मिशन के इन योगदानों की सराहना और प्रशंसा की है।
दिल्ली—एनसीआर में मदद पहुंचा रहा है मिशन
राजधानी दिल्ली एवं समूचे एनसीआर में सक्रिय रूप से भाग लेने वाली कुछ शाखाओं में निरंकारी कॉलोनी, पालम, रोहिणी, रोहतास नगर, मंगोल पुरी, मदनगीर, पीरा गढ़ी, महरौली, गीता कॉलोनी, मॉडल टाउन, सुल्तान पुरी, रानी बाग, प्रेम नगर, मुबारकपुर, मुखर्जी शामिल हैं। दिल्ली में नगर, हर्ष विहार, नंद नगरी, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा आदि में जरूरतमंदों को मदद की जा रही है।
देशभर की शाखाओं हे जरिये पहुंचाई जा रही है राशन सामग्री
देशभर की शाखाओं में लुधियाना, अमृतसर, बरनाला, चंडीगढ़, कोटकापुरा, गुरदासपुर, पोटा साहिब, होशियारपुर, शिमला, राजपुरा, जम्मू, उधमपुर, जुलंधपुर, लोंगोवाल, पानीपत, करनाल, सोनीपत, हिसार, यमुनानगर, फतेहाबाद, बूंदी, जयपुर शामिल हैं। बाड़मेर, बीकानेर, अलवर, भीलवाड़ा, लक्ष्मणगढ़, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, सिरोही, उदयपुर, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, मुरैना, रीवा, सतना, मुंबई, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, नासिक, कोल्हापुर, सोलापुर, कोलकाता, बर्धमान, हावड़ा, कानपुर, लखनऊ, आगरा, वाराणसी, झांसी, सहारनपुर, मसूरी, चंबा, देहरादून, राजगढ़, सिरमौर, कटनी, सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, बैंगलोर, हैदराबाद, पटना, नालंदा, गया, रांची, गोवा, रायपुर आदि सभी शाखाओं द्वारा जरूरतमन्दों तक भोजन राशन राहत सामग्री पहुचाई जा रही है।
संत निरंकारीे चैरिटेबल फाउंडेशन ने संभाला मोर्चा
संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा भी कई योगदान दिए जा रहे हैं। मिशन की यह सामाजिक कल्याण शाखा एक हेल्पलाइन के माध्यम से नागरिकों को चिकित्सा सलाह और सहायता प्रदान कर रही है, जिसमें मेदांता अस्पताल, गुरुग्राम सहित अन्य अस्पतालों के मेडिकोज के साथ मिशन के विभिन्न डॉक्टरों द्वारा भाग लिया जा रहा है। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने दिल्ली सरकार को 10,000 पीपीई किट भी दिए हैं। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए। फाउंडेशन ने प्रवासी श्रमिकों को राशन आदि प्रदान करने का काम किया है। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों को कोरेंटिन केंद्र के रूप में रखा गया है। ग्लोबल मेडिकल इमरजेंसी के इस पल में रक्तदान करने के लिए भी फाउंडेशन आगे आया है ।
कोरेंटिन केंद्र के लिए सत्संग भवनों को दिया
संत निरंकारी मिशन ने अपने सत्संग भवनों को भी राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जरूरत पड़ने पर कोरेंटिन केंद्रों के रूप में उपलब्ध कराने की पेशकश की है। यमुना नगर भवन का उपयोग पहले से ही कोरेंटिन केंद्र के रूप में किया जा रहा है।
संत निरंकारी मिशन द्वारा की जा रही सेवाओ एवम योगदान की सराहना समाज के अनेकोनेक वर्गों द्वारा की जा रही है, जिनमें आम आदमी, विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठन, पुलिस विभाग, स्थानीय प्रशासनिक प्रतिनिधि, राज्य सरकारें एवं केंद्र सरकार शामिल हैं।
चारों ओर खुशहाली हो : सदगुरु माता
संत निरंकारी मिशन आध्यात्मिक जागरुकता के अपने मूल विचारधारा के साथ पिछले 90 वर्षों से समाज के सामाजिक उत्थान, राहत और पुनर्वास में योगदान दे रहा है। मिशन के पिछले गुरुओं के भांति इस प्रेम भाईचारे वाले मिशन को वर्तमान सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज भी मिशन को आगे लेकर जा रहे हैं। सद्गुरु माता जी ने भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए कहा है कि हमें सेवा करते समय स्वास्थ्य एजेंसियों और सरकारी निर्देशों का बारीकियों से पालन करना है। सोशल डिस्टेंस रखते हुए मुंह पर मास्क हाथो में ग्लोव्ज पहन कर सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हुए सेवाएं निभानी हैं। सद्गुरु माता जी का कहना है कि इस संसार मे रहने वाले बहन-भाई सब अपने हैं और उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य है। हम किसी पर अहसान नही कर रहें हैं।
मिशन देश के साथ खड़े होने की प्रतिज्ञा करता है, वर्तमान संकट को जल्द से जल्द दूर करने के लिए प्रार्थना करता है, ताकि चारों ओर खुशहाली हो।
Appreciated
बहुत सुंदर मानवता की मिसाल संत निरंकारी मिशन द्वारा समाज को प्रदान की गई है
हृदय से साधुवाद
Dhan nirankar ji… Satguru Mata Ji
good wark humanity
Nirankari mission is doing very good job for mankind not only in India even then around the world. Satguru Mataji bless to all humanity and we pray to Nirankar that Corona go away from all world as early as possible. I appreciate for this awareness of Nirankari Mission.
Dhan nirankar ji, yeh hamara mission we are all one. I,m proud of my satguru Mata Sudiksha Ji.
Nar sewa Narayan sewa, hamare mission ka sidhant hai. Aur Satguru Mata Sudiksha ji ke aashirwaad se ya pura kiya ja raha hai.
Very – very thankful sadguru mata savinderhardev Ji maharaj ji.. Aap ji es manav matra ka kalyan kare… 🙏🙏🙏🙏🙏
निरंकारी मिशन दुनिया का एक ऐसा सामाजिक आध्यात्मिक संस्था है जो देश और दुनिया में आने वाली हर आपदाओं में सबसे आगे बढ़कर मदद करती है यही कारण है कि आज देश में सबसे आगे निरंकारी मिशन गरीबों के बीच पहुंच रहा है।
Dhannirankar je,
धन निरंकार जी,
बहुत सुंदर है अच्छा
आपकी सेवा सराहनीय कदम है जय हिंद वन्दे मातरम