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Friday, April 25, 2025

फूलपुर उपचुनाव : BJP और समाजवादी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर

प्रयागराज/ टीम डिजिटल : प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट के लिये उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (BJP) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच माना जा रहा है लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने प्रत्याशी बदलकर मुकाबला त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीतकर लगातार दूसरी बार विधायक बने प्रवीण पटेल के सांसद निर्वाचित होने के बाद खाली हुई फूलपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सभी की नजरें टिकी है। मतदान का रूख बदलने में सक्षम पटेल बिरादरी की बड़ी तादाद को देखते हुए भाजपा ने फूलपुर की पूर्व सांसद केशरी देवी पटेल के बेटे दीपक पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि करीब 60 हजार यादव और 50 हजार मुस्लिम मतदाताओं के बलपर सपा ने तीन बार के विधायक रहे मुज्तबा सिद्दीकी को मैदान में उतारा है। लेकिन बसपा ने हाल ही में घोषित प्रत्याशी शिवबरन पासी के स्थान पर जीतेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाया जिसके कारण पाटर्ी को अर्न्तविरोध को सामना करना पड रहा है।

—भाजपा ने पूर्व सांसद केशरी देवी के बेटे दीपक पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया
—सपा ने तीन बार के विधायक रहे मुज्तबा सिद्दीकी को मैदान में उतारा

भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल 2007 में बारा सीट से बसपा के टिकट से पहला चुनाव लड़े लेकिन हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2012 में बसपा से करछना विधानसभा से चुनाव लडे और जीत हासिल की लेकिन 2017 में फिर बसपा के टिकट से करछना विधानसभा से चुनाव लड़े लेकिन सपा के उज्ज्वल रमण सिंह से हार गए। श्री सिद्दीकी पहला चुनाव 2002 में बसपा के टिकट पर सोरांव से विधानसभा चुनाव लड़े थे और विजयी हुए हुए थे। उसके बाद 2007 में सोरांव से दोबारा बसपा से जीत हासिल किया। वर्ष 2012 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा लेकिन 2017 में प्रतापपुर सीट से चुनाव लड़े और तीसरी बार विधायक चुने गए। पिछले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वह सपा में शामिल हुए और 2022 के चुनाव में फूलपुर विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन भाजपा के प्रवीण कुमार पटेल से हार गए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए होने वाले मतदान में राजनीतिक दलों के लिए जितना आसान इस सीट को माना जा रहा है, दरअसल ज़मीनी हकीकत में उतना आसान नहीं है। इसके लिए प्रतिद्वंदी दल के दांव की काट के लिए रणनीति बनती बिगड़ती नजर आ रही है।

 सीट पर भाजपा, सपा और बसपा के लिए कांटे ही कांटे

फूलपुर में इस सीट पर भाजपा, सपा और बसपा के लिए कांटे ही कांटे है और इन कांटों के बीच से जीत की राह निकालनी आसान नहीं होगी। हालांकि तीनों दल अपने को किसी से कम नहीं आंक रहे हैं। यहां सबसे अधिक अनुसूचित जाति के मतदाता हैं जिनकी संख्या करीब 75 हजार बताई जाती है। इस सीट पर अनुसूचित जाति के बाद सबसे अधिक पटेल मतदाता माने जाते हैं। पटेल बिरादरी की संख्या करीब 70 हजार है। इसके अलावा इस सीट पर 60 हजार यादव, 50 हजार मुस्लिम, 40 से 45 हजार ब्राहमण, 22 हजार निषाद, 16 हजार वैश्य, 15 हजार क्षत्रिय और करीब 50 हजार अन्य बिरादरी हैं।

प्रयागराज में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव

प्रयागराज में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में मतदान के लिए फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में चार लाख सात हजार 366 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उपचुनाव में मतदान के लिए 58 किन्नर मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके अलावा विधानसभा में कुल दो लाख 23 हजार 560 पुरुष मतदाता और एक लाख 83 हजार 748 महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी। उन्होंने बताया कि फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू होगी और 25 अक्टूबर तक प्रत्याशी नामांकन कर सकेंगे। 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना की होगी।

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