–बुखार है तो रेलयात्रा कतई न करें मुसाफिर : रेल मंत्रालय
–यात्रा के दौरान भी तबियत बिगड़ती है तो तुरंत रेलवे को बताएं
–कोरोना से बचने के लिए रेलवे ने की चौतरफा तैयारी, बनाई टीमें
(खुशबू पाण्डेय )
नई दिल्ली/टीम डिजिटल : कोरोना वायरस के कहर से बचने एवं यात्रियों को बचाने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए रेलवे ने कई तरह की टीमें भी बनाई है, जो लगातार निगरानी रख रही है। रेलमंत्री पीयूष गोयल खुद कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी रेलवे जोन की तैयारियों की प्रगति की समीक्षा की। देश की सबसे बड़ी परिवहन व्यवस्था, भारतीय रेल ने देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सबसे पहले भारतीय रेल ने त्वरित प्रतिक्रिया टीम कोविड-19 का गठन किया है। इसके अलावा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उपायों की वास्तविक समय पर निगरानी के लिए ऑनलाइन डैशबोर्ड शुरू किया गया है। इस मौके पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कांफ्रेंसिंग के जरिये देश भर के सभी डीआरएम एवं जीएम से बातचीत की और कोरोना को लेकर एहतियात बरतने का निर्देश दिया। साथ ही वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों पर समीक्षा की।
इसके अलावा कोविड-19 त्वरित प्रतिक्रिया टीम का गठन किया गया है। इसमें रेलवे बोर्ड के 6 कार्यकारी निदेशक होंगे, जो सभी जोन में भारतीय रेल के प्रयासों का समन्वय करेंगे। प्रत्येक जोन का एक नोडल अधिकारी कोविड-19 त्वरित प्रतिक्रिया टीम के संपर्क में रहेगा और वह अपने जोन में सभी तैयारियों के लिए प्वाइंट पर्सन के रूप में कार्य करेगा।
इसके अलावा रेल मंत्रालय ने देशभर के यात्रियों को गैर-जरूरी ट्रेन यात्राओं से बचने की सलाह दी है। अगर आपको यात्रा करनी ही है तो ट्रेन यात्रा शुरू करने से पहले यात्रियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें बुखार न हो।
इसके अलावा यात्रा के किसी भी स्टेशन पर अगर यात्री को लगता है कि उसे बुखार हो रहा है, तो वह रेलवे कर्मचारियों से चिकित्सा ध्यान और आगे की सहायता के लिए संपर्क कर सकता है। रेलवे ने यात्रियों के लिए परामर्श जारी किया है कि यात्रियों को अनावश्यक यात्रा नहीं करने और बुखार से पीडि़त होने पर यात्रा नहीं करने की सलाह दी जा रही है। यात्रा के दौरान यदि कोई यात्री को बुखार अनुभव होता है तो वह चिकित्सा व अन्य सहायता के लिए रेलकर्मियों से से संपर्क कर सकता है।
सभी स्टेशनों पर सफाई का ध्यान रखने के निर्देश
रेल मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि किसी आकस्मिक स्थिति के लिए संपूर्ण रेलवे नेटवर्क में क्वारंटाइन सुविधाओं का निर्माण, सभी ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में सफाई और स्वच्छता का और अधिक ध्यान रखा जाए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए विभिन्न परामर्शों, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी निर्देश-एक दूसरे से आवश्यक दूरी बनाए रखना, अनावश्यक यात्रा से बचना, संक्रमण से संबंधित रोकथाम के उपाय तथा वायरस को फैलने से रोकने के लिए अन्य उपायों का प्रचार-प्रसार करना होगा। राज्य सरकारों की सहायता से विभिन्न स्टेशनों पर हेल्प डेस्क उपलब्ध कराए गए हैं।
यात्रियों वाले स्थल पर साबुन व सैनेटाइजर की व्यवस्था हो
रेल मंत्रालय ने कहा है कि सभी रेल कोचों, शौचालयों, भोजनयानों की साफ-सफाई, ट्रेनों, प्लेटफॉर्मों और कार्यालयों में यात्रियों द्वारा उपयोग की जाने वाली वस्तुओं, स्थानों पर पानी और साबुन एवं सैनेटाइजर की उपलब्धता पूरी तरह से होनी चाहिए। इसके अलावा सामूहिक सभा, प्रशिक्षण, सम्मेलन आदि से संबंधित बैठकों को हतोत्साहित किया जा रहा है। स्क्रीनिंग और सफाई से जुड़े कर्मचारियों को आवश्यक गैजेट्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
दो दिन में 184 ट्रेनों को कैंसिल किया
भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस के चलते एहतियातन एक बड़ा फैसला लेते हुए दो दिनों के भीतर देश भर की करीब 184 ट्रेनों को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। इनमें राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, कई दूरंतों एवं हमसफर जैसी प्रमुख ट्रेनें भी शामिल हैं। आज बुधवार को देशभर में 99 ट्रेनों को संचालन से कुछ दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। इसमें दिल्ली की 11 प्रमुख रेलगाडिय़ां भी शामिल हैं। इसी प्रकार मंगलवार को देशभर में कुल 85 ट्रेनों को कैंसिल किया गया था। रेलवे बोर्ड के मुताबिक इनमें उत्तर रेलवे की 5 ट्रेन, सेंट्रल रेलवे की 23 ट्रेन, एससीआर जोन की 29 ट्रेन, पश्चिमी रेलवे की 10 रेलगाडिय़ों को कैंसिल कर दिया गया है। इसके अलावा ईसीओआर जोन में 5 एवं एनडब्ल्यूआर जोन की 4 ट्रेनों के यात्रा संचालन को रोक दिया गया था। रेलवे ने इन ट्रेनों को रद्द करने का कारण कोरोना वायरस के खतरे और सीटें खाली रहना बताया है।