नई दिल्ली/ साधना मिश्रा: पहलवान सागर राणा (Sagar Rana) हत्या मामले में भारतीय कुश्ती खिलाड़ी सुशील कुमार (Sushil Kumar) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। बता दें कि ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार पर सागर की हत्या का आरोप है, और उन्हें इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके बाद उनसे और उनके साथी अजय कुमार से पूछताछ की जा रही है। इसी बीच सागर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई जिसमें उसकी मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इसी बीच उत्तर रेलवे ने सुशील को नौकरी से निलंबित कर दिया है। इस बात की पुष्टि उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने मंगलवार को की। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार के खिलाफ अपराध की जांच चल रही है, ऐसे में उसको उत्तर रेलवे की नौकरी से 23 मई को ही निलंबित कर दिया गया है। उस पर यह कार्रवाई 1968 के नियम 5 (2) के अनुसार अगले आदेश तक की गई है।सुशील कुमार को उत्तर रेलवे में वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक का पद दिया गया था। वह 2015 से प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली सरकार में है।
शरीर पर 1 से 4 सेंमी. गहरे जख्म
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सागर के ऊपर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पड़े हुए थे। इतना ही नही चोट के ये निशान सर से लेकर घुटने तक पाए गए। सागर के शरीर पर पाए गए जख्म 1 से 4 सेमी. गहरे थे। रिपोर्ट के मुताबिक ये जख्म इतने गहरे थे कि हड्डियों तक में चोट लगी हुई थी। वहीं छाती पर 5×2 और पीठ पर 15×4 सेंटीमीटर के ज़ख्म पाए गए। उसका ब्लड सैंपल विसरा जांच के लिए सीलबंद कर दिया गया है।
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डॉक्टरों का कहना है कि सागर की मौत उसके सिर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट से वार करने के कारण हुई है। वही शरीर पर पाए गए चोट के निशान को लेकर कहा कि ये मौत के पहले के है। आपको बता दें कि पहलवान सागर राणा को 5 मई की आधी रात को पहले पास के अस्पताल BJRM हॉस्पिटल ले जाया गया। उसके बाद उसे ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां सुबह सवा 7 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।
छत्रसाल स्टेडियम कैंपस में हुई थी झड़प
दरअसल, 4 मई 2021 को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम कैंपस (Chhatrasal Stadium Campus) में कुश्ती खिलाड़ी सुशील कुमार और सागर राणा के बीच मारपीट हो गई थी। झड़प के दौरान सागर राणा की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही सुशील फरार चल रहे थे, और दिल्ली पुलिस पहलवान की तलाश में लगातार जुटी हुई थी।
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गौरतलब है कि सुशील कुमार पर 1 लाख और उनके साथी अजय बक्करवाला पर 50 हजार का इनाम भी रखा था। इसी के साथ ही दिल्ली समेत आसपास के कई इलाको में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगातार छापेमारी कर रही थी। लेकिन सुशील कुमार पुलिस के हाथ नही लगा। जिसके बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दोनो को दिल्ली से ही गिरफ्तार किया।