नई दिल्ली /अदिति सिंह: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Delhi Sikh Gurdwara Management Committee) के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के ट्रेलर में सिखों के बारे में गुमराहकुन और झूठा प्रचार करने की कड़ी निंदा करते हुए इस फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
जारी एक बयान में काहलों ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज किए गए ट्रेलर में सिखों के बारे में गुमराहकुन और झूठा प्रचार किया गया है और उन्हें खतरनाक करार दिया गया है, जिससे सिख समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का प्रयास है, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
—फिल्म के ट्रेलर में सिखों के बारे में गुमराह और झूठा प्रचार दिखाया गया
—सिखों की चरित्र हत्या किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जाएगी
उन्होंने कहा कि जरनैल सिंह भिंडरांवाले ने कभी भी खालिस्तान की मांग नहीं की। उन्होंने कहा कि सिख एक बहादुर और देशभक्त कौम है, जो सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मानवता की सेवा के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा कि इसी तरह पंजाबी नौजवान हमारी सीमाओं पर डटकर देश की दुश्मनों से रक्षा कर रहे हैं। सिखों की चरित्र हत्या किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अगर आप इमरजेंसी के बारे में कुछ दिखाना चाहते हैं तो जैसे मर्जी दिखाओ, लेकिन हम सिखों को अलगाववादी और हिंसा पर चलने वाले दिखाना बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे और इसकी डटकर पैरवी करेंगे।
उन्होंने सेंसर बोर्ड से अपील की कि फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए या फिर फिल्म से बुरे दृश्य हटाए जाएं ताकि विभाजनकारी प्रोपेगंडा न फैल सके।
फिल्म अभिनेत्री कंगना रानाउत को इस मुद्दे पर संभाल कर बोलना चाहिए