–यूपी के मुख्यमंत्री ने सम्पूर्ण प्रकरण की जांच CBI से कराने के दिए निर्देश
–अपर मुख्य सचिव गृह व DGP हाथरस पहुंचे, पीड़ित परिवार से की बातचीत
–अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद CM योगी ने लिया CBI जांच का फैसला
(खुशबू पाण्डेय)
लखनऊ/दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लडकी के साथ हुए गैंगरेप और लडकी की मौत के बाद गरमाई सियासत और बवाल के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी हाथरस पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने मौके की समीक्षा कर परिजनों से जमीन पर बैठकर विस्तार से बातचीत की। इन अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधिगण से भी भेंट की गई तथा वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई। बाद में लौटकर दोनों टॉप अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी। डीजीपी (DGP) की रिपोर्ट के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच CBI से कराए जाने की संस्तुति के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सीएम योगी के आदेश के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है। दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसके बाद हुई उसकी मौत के मामले की जांच पहले से ही एसआईटी कर रही है। राज्य सरकार ने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का फैसला लिया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने अब इस केस को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।
बता दें कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक दलित युवती के साथ हैवानियत की घटना सामने आई थी। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप की धारा में मामला दर्ज कर लिया था। चारों आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं।
हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न:
1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो
2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए
3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया?
4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 1/2— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
घटना के बाद पीड़िता कई दिनों तक बेसुधी के हालत में रही। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां पर मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद पीड़िता के शव को लेकर परिजन उसी दिन हाथरस चले गए। यहां पर मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि हमें अंतिम समय में अपनी बच्ची को देखने नहीं दिया गया और प्रशासन ने पुलिसिया पहरेदारी में रात 2.30 बजे अंतिम संस्कार कर दिया। गैंगरेप और पुलिस-प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन रात में अंतिम संस्कार किए जाने की घटना के बाद और तेज हो गया।
विरोध बढ़ता देख सरकार ने एसआईटी जांच बिठा दी
विरोध बढ़ता देख सरकार ने एसआईटी जांच बिठा दी। शुक्रवार की शाम चार बजे तीन सदस्यीय एसआईटी ने मामले में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी। शुरुआती जांच में लापरवाही पाए जाने के बाद यूपी सरकार ने हाथरस पुलिस अधीक्षक, डीएमसपी, इलाके के इंस्पेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अब सरकार ने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया है।
पीड़िता के परिजन चाहते थे कि जज की निगरानी में हो जांच
पीड़िता के भाई ने कहा कि हम चाहते थे कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में मामले की जांच की जाए लेकिन सीबीआई जांच भी ठीक है। उन्होंने कहा कि उन्हें केवल जांच से संतुष्टि नहीं है। उन्हें उनके सवालों का जवाब दिया जाए। उन्होंने सवाल दोहराते हुए कहा कि वह जानना चाहते हैं कि जिसकी बॉडी जलाई गई थी वह किसकी थी? अगर वह उनकी बहन का शव था तो उसे इस तरीके से क्यों जलाया गया? डीएम ने उनके साथ बदसलूकी क्यों की?
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पहुंचे घर, पीड़ित परिवार से की 1 घंटे मुलाकात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शनिवार को भारी मशक्कत और जदृदोजहद के बीच पीड़िता के गांव पहुंचे और परिवार से मुलाकात की। बंद कमरे में उन्होंने लगभग एक घंटे तक पीड़िता के परिवार से बात की। इस बीच प्रियंका पीड़िता की मां के कंधे पर हाथ रखे और गले लगाते नजर आईं। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, हम अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे और परिवार न्यायिक जांच चाहता है। उन्होंने डीएम को हटाने की भी मांग की। मौके पर मीडिया और सुरक्षाकर्मियों के अलावा स्थानीय लोगों की काफी भीड़ थी।
बाहर लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिसकर्मी सुरक्षा को लेकर मुस्तैद थे। उन्होंने एक चेन बनाकर रास्ता तैयार किया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मियों के पहरे में राहुल वापस चले गए। एक छोटे से कमरे में पीड़िता के परिजन और राहुल, प्रियंका और अधीर रंजन चौधरी के साथ मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, हाथरस जिले के गांव के अंदर करीब 7:30 बजे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी किशोरी की मौत के बाद पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे थे।
बंद कमरे में मुलाकात, पीडिता की मां को गले लगाया
बताते हैं कि राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिजन से एक कमरे के अंदर बंद होकर मुलाकात की। मुलाकात करने के बाद प्रियंका गांधी ने मृतक किशोरी की मां को अपने गले से भी लगाया इस दौरान करीब बंद कमरे के अंदर 25 मिनट तक मुलाकात और बातचीत का दौर चलता रहा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिवार से राहुल गांधी ने पूछा कि आपको लगता है कि आपको न्याय मिलेगा? इसके बाद परिवार ने कहा कि आप (राहुल गांधी) हमें न्याय दिलाइए।
प्रियंका गांधी बोलीं- अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे
पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि वह दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ हैं। प्रियंका ने कहा कि जहां-जहां अन्याय होगास हम उसके खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पीड़िता का परिवार बच्ची का चेहरा तक नहीं देख पाया था। उन्होंने बताया कि परिवार की कुछ मांगे हैं। वे एक न्यायिक जांच चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा की मांग की है।