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Wednesday, April 30, 2025

दिल्ली पहुंचे ओलंपिक के हीरो, सरकार ने किया गर्मजोशी से स्वागत, केक काटकर मनाया जश्न

—केंद्र सरकार ने पांच सितारा होटल में भव्य समारोह में किया सम्मानित
—खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाडियों का बढाया हौंसला, सभी को याद किया

नयी दिल्ली/ नेशनल ब्यूरो : भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं का सोमवार को यहां सम्मान समारोह में सरकार द्वारा भव्य तरीके से स्वागत किया गया, जिसमें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन खिलाडिय़ों की यात्रा खेल उत्कृष्टता और जज्बे की अविश्वसनीय कहानी रही है। राजधानी के अशोका होटल में आयोजित समारोह में सभी की निगाहें एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पर टिकी थी। सम्मान समारोह में खेल मंत्री ने उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट की। कांस्य विजेता पुरुष हॉकी टीम और चौथे स्थान पर रही महिला टीम दोनों ने होटल पहुंचने के बाद केक काटकर जश्न मनाया।

दिल्ली पहुंचे ओलंपिक के हीरो, सरकार ने किया गर्मजोशी से स्वागत, केक काटकर मनाया जश्न

चोपड़ा ने सम्मानित होने के बाद कहा, हम सभी (खिलाड़ी) मध्यमवर्गीय परिवारों से आते हैं और परिवारों का समर्थन आवश्यक है। चोपड़ा ने जहां भारतीय अभियान में स्र्विणम चमक डाली तो वहीं भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि कुमार दहिया ने रजत पदक जीते। हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, यह बहुत अच्छा लगता है, मैं सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को हमारे पृथकवास के दौरान मदद करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने हमें पूरा सहयोग दिया।पुरुष हॉकी टीम के अलावा मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, शटलर पीवी संधू और पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक हासिल किये। लवलीना ने कहा, मैं घर वापस आकर बहुत खुश हूं। मुझे पता था कि भारत में लोग बहुत खुश होंगे लेकिन यहां वापस आने के बाद पहली बार इतना प्यार पाकर बहुत अच्छा लग रहा है।

दिल्ली पहुंचे ओलंपिक के हीरो, सरकार ने किया गर्मजोशी से स्वागत, केक काटकर मनाया जश्न

मैं इस तरह के और पदकों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी।सिंधू और चानू समारोह में शामिल नहीं हुईं क्योंकि वे पहले ही भारत पहुंच गयी थी और उनके सम्मान में समारोह आयोजित हो गया था। घुटना चोटिल होने के बाद बिना नी-कैप (घुटने की पट्टी) के कांस्य पदक मुकाबले में उतरने वाले बजरंग ने कहा, मैंने केवल अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। समारोह में उपस्थित लोगों में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू, खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, सचिव (खेल) रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान भी शामिल थे। ठाकुर ने कहा, तोक्यो 2020 में भारत के लिए कई ऐसी चीजें हुई जो ओलंपिक में पहली बार हुई। ओलंपिक में टीम इंडिया की सफलता इस बात को दर्शाती है कि कैसे नया भारत दुनिया पर हावी होने की इच्छा और आकांक्षा रखता है, यहां तक कि खेल में भी।उन्होंने कहा, ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया कि आत्म-अनुशासन और समर्पण के साथ हम चैंपियन बन सकते हैं।

टीम इंडिया ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रेरित किया, जबकि भारत के लोगों ने इस सफलता पर खुशी और जश्न मनाया। भारत के अभियान में कई चीजें पहली बार हुई, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा 128-सदस्यीय खिलाडिय़ों का दल, सात ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स स्पर्धा में पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक, सिंधू द्वारा लगातार खेलों (रियो और तोक्यो) में पदक और भारतीय पुरुष हॉकी टीम का 41 साल के बाद एक पदक (कांस्य) जीतना शामिल हैं। इसके साथ ही, महिला हॉकी टीम ने खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ चौथा स्थान हासिल किया। ठाकुर ने कहा, हम अपने खिलाडिय़ों का समर्थन करना जारी रखेंगे और हम भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने का प्रयास करेंगे। खेल मंत्री ने गोल्फर अदिति अशोक के चौथे स्थान पर रहने की भी तारीफ की। ठाकुर के पूर्ववर्ती रीजीजू ने सभी खिलाडिय़ों के प्रदर्शन की प्रशंसा की और दोहराया कि भारत 2028 ओलंपिक तक एक ताकत बन जाएगा। रीजीजू ने कहा, यह सिर्फ शुरुआत है क्योंकि खेल में भारत का पुनरुत्थान अब दिखाई दे रहा है और मुझे विश्वास है कि 2028 के ओलंपिक तक भारत इसमें एक ताकत बन जाएगा।

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