चंडीगढ़/नई दिल्ली, 21 अगस्त 2025: हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में युवाओं के लिए उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स के अवसरों को बढ़ाने के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हर जिले में उद्यमिता विकास कार्यक्रम और संकाय विकास कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे ताकि युवा स्टार्टअप नीति के तहत मिलने वाले अवसरों का पूरा फायदा उठा सकें। इस कदम से न केवल युवाओं में उद्यमशीलता की भावना बढ़ेगी, बल्कि नए उद्यमियों को प्रोत्साहन भी मिलेगा।
स्टार्टअप्स में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री सैनी ने बुधवार को हरियाणा (Haryana) राज्य स्टार्टअप नीति के तहत इनक्यूबेटर योजनाओं पर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि स्टार्टअप्स में महिलाओं की भागीदारी को 60 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए। वर्तमान में हरियाणा में महिला स्टार्टअप्स की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन सरकार अब इसे और बढ़ाकर 60% करने के लिए कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं।
हरियाणा (Haryana): स्टार्टअप्स का उभरता हब
हरियाणा स्टार्टअप्स के मामले में देश का सातवां सबसे बड़ा राज्य बन चुका है। यहाँ 9,100 से ज्यादा DPIIT-पंजीकृत स्टार्टअप्स हैं, जो राज्य की बढ़ती उद्यमशीलता को दर्शाते हैं। देश के कुल 117 यूनिकॉर्न में से 19 हरियाणा से हैं, जो इस बात का सबूत है कि राज्य नवाचार और उद्यमिता में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप्स को और प्रोत्साहन देने के लिए नए इन्क्यूबेशन सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे, जिनकी अधिसूचना जल्द जारी होगी। ये केंद्र स्टार्टअप्स को विभिन्न योजनाओं के जरिए सहायता प्रदान करेंगे।
उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए इनक्यूबेटर पारिस्थितिकी तंत्र
हरियाणा में एक मजबूत इन्क्यूबेटर पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया गया है, जो कृषि प्रौद्योगिकी, आईटी, आईओटी, और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देता है। इनक्यूबेटर्स की प्रमुख गतिविधियों में शामिल हैं:
1. उत्पाद प्रदर्शन: नए उत्पादों को बाजार में लाने के लिए प्रदर्शन।
2. बूटकैंप: संभावित उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ।
3. नेटवर्किंग: अग्रणी उद्यमियों के साथ संपर्क स्थापित करना।
4. पिचिंग सत्र: निवेशकों के सामने स्टार्टअप्स को पेश करने का मौका।
5. सफलता की कहानियाँ: प्रेरणादायक कहानियों को साझा करना।
6. परामर्श कार्यक्रम: अनुभवी संस्थापकों और पेशेवरों से मार्गदर्शन।
युवाओं को स्टार्टअप्स के अवसरों से जोड़ने की पहल
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी जिलों में उद्यमिता विकास कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को स्टार्टअप नीति के तहत मिलने वाले लाभों से जोड़ना है। सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार का लक्ष्य है कि राज्य का हर युवा नवाचार और उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाए। इसके लिए सरकार स्टार्टअप्स को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।
बैठक में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी ने मिलकर हरियाणा को स्टार्टअप्स का एक मजबूत केंद्र बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
हरियाणा का स्टार्टअप भविष्य
हरियाणा सरकार की ये पहल न केवल युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करेगी, बल्कि महिला उद्यमियों को भी बढ़ावा देगी। नए इन्क्यूबेशन सेंटर्स और उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के जरिए राज्य में स्टार्टअप्स का एक मजबूत ढांचा तैयार हो रहा है। इससे हरियाणा न केवल देश में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी स्टार्टअप हब के रूप में उभर सकता है।
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