— जारी रहेगा प्लाज्मा थेरेपी का परीक्षण- अरविंद केजरीवाल
—दिल्ली में 1100 लोग ठीक होकर अपने घर चले गए
— दिल्ली में कल रात तक करीब 3515 केस कोरोना, 2362 लोग अभी एक्टीव
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी में हमें केंद्र सरकार से प्लाज्मा थेरेपी का परीक्षण करने की अनुमति मिली थी। हमने कुछ मरीजों को प्लाज्मा दी और उनमें से पहला मरीज कल ठीक होकर अपने घर चला गया है। वह काफी गंभीर थे और आईसीयू में थे। अब वह बिल्कुल ठीक हैं। हमें प्लाज्मा थेरेपी के प्राथमिक नतीजे अच्छे मिल रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले केंद्र सरकार की तरफ से कुछ बयान आए थे, जिनकी वजह से असमंजस की स्थिति पैदा हुई थी। कई लोगों के फोन आए कि क्या प्लाज्मा थेरेपी को बंद कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने सिर्फ इतना कहा था कि प्लाज्मा थेरेपी जिन लोगों के लिए केंद्र सरकार से अनुमति है, वही लोग प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल करें। प्लाज्मा थेरेपी के अभी नतीजे अंतिम नहीं आए हैं। अभी उसका परीक्षण चल रहा है। यही केंद्र सरकार ने कहा था और हम भी यही मानते हैं। अभी हम लोग एलएनजेपी अस्पताल में जो गंभीर मरीज हैं, उन पर परीक्षण करके देख रहे हैं कि कैसे नतीजे आते हैं। जैसे-जैसे नतीजे आ रहे हैं, उसे मैं आप सभी के सामने रख देता हूं। शुरूआती नतीजे अच्छे आए हैं और हम उम्मीद करते हैं कि आगे भी नतीजे अच्छे आएंगे, जिससे कुछ सामाधान मिल सकेगा। दिल्ली में प्लाज्मा थेरेपी का परीक्षण पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं और जैसे-जैसे नतीजे आएंगे, हम बताएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि 1100 लोग जो ठीक हो गए हैं, उनसे हम सभी संपर्क कर रहे हैं और लगभग सभी लोग अपना प्लाज्मा डोनेट करने के लिए तैयार हैं। उन्हें लगता है कि मैं बच गया और उनकी वजह से किसी की जान बच जाएगी, तो और अच्छी बात है। मुख्यमंत्री ने प्लाज्मा डोनेट करने की सहमति देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में कल रात तक करीब 3515 केस कोरोना के हुए हैं। इनमें से 1100 लोग ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। जबकि 59 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 2362 लोग अभी एक्टीव हैं। एक तरह से दिल्ली में करीब साढ़े तीन हजार केस कोरोना के हुए हैं। इन आंकड़ों से हमें लगता है कि दिल्ली में केस बडी तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन दिल्ली में हमने खूब जांच कराने का निर्णय लिया है, ताकि पता चल जाए कि कौन संक्रमित है। उसे अलग कर उसका इलाज कराया जा सके, ताकि वह और लोगों में कोरोना न फैलाए।
हम दिल्ली में खूब टेस्ट करा रहे हैं। आज दिल्ली के अंदर प्रति 10 लाख की आबादी पर करीब 2300 टेस्ट हो रहे हैं। जबकि पूरे देश का आंकड़ा 10 लाख की आबादी पर करीब 500 टेस्ट हैं। एक तरफ पूरे देश में प्रति 10 लाख आबादी पर 500 टेस्ट हो रहे हैं, तो दिल्ली में यह 2300 के करीब हैं। जांच अधिक होने की वजह से लग रहा है कि दिल्ली में केस अधिक बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन इसका एक पाॅजिटिव परिणाम भी सामने आ रहा है। दिल्ली में ज्यादा लोग कोरोना से ठीक होकर घर जा रहे हैं। अब तक 1100 लोग ठीक होकर घर चले गए। आने वाले कुछ दिनों के अंदर और भी कई लोग ठीक होकर घर जाने वाले हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर जितने लोग कोरोना से प्रभावित मिले, उनमें मरने वालों की संख्या भी सिर्फ 59 है। अन्य राज्य व देश से तुलना किया जाए, तो यह भी काफी कम है। फिर भी हमें इसे और कम करना है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं। पूरी दिल्ली के अंदर खूबर सारे कंटेन्मेंट जोन बनाए हैं। कई कंटेन्मेंट जोन में लोग ठीक हो रहे हैं और उन्हें कंटेन्मेंट जोन से बाहर भी किया जा रहा है। पूरी सरकारी मशीनरी लगी हुई है। एक तरफ हमें कोरोना को फैलने से रोकना है और दूसरी तरफ, हमें कोशिश करना है कि यदि किसी को हो भी जाए, तो वह ठीक होकर घर चला जाए। किसी भी हालत में किसी की मौत नहीं होनी चाहिए।