—रेलवे बनाएगा मैकेनिजम और कंपनियों पर होगा जुर्माना
—ट्रेन के किराये हवाई जहाज और बस को ध्यान में रखकर ही तय होगा
—15 दिन में प्री बीड मीटिंग होगी, सभी बड़ी कंपनियों को बुलाया
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली/ टीम डिजिट : भारतीय रेलवे की देखरेख में निजी कंपनियों की 151 प्राइवेट ट्रेनें 2023 में पटरी पर दौडऩे लगेंगी। इन ट्रेनों को वही रूट दिया जाएगा, जिसमें अभी ज्यादा मारामारी है और लंबी वेटिंग बनी रहती है। मतलब साफ है कि भारतीय रेलवे का सबसे व्यस्ततम एवं कमाई वाला रूट निजी कंपनियों को दे दिया जाएगा, इस बात की पुष्टि रेलवे की ओर से चिन्हित 109 रूटों से ही कंफर्म होता है। इसमें दिल्ली-मुबंई, दिल्ली-हावडा, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-बंगलूरू, दिल्ली-चंडीगढ, दिल्ली-अमृतसर, दिल्ली-जम्मू-कटरा, दिल्ली-पटना, दिल्ली-रांची, दिल्ली-भुवनेश्वर, दिल्ली-गोवाहाटी, दिल्ली-भोपाल-इंदौर आदि रूट शामिल हैं।
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इन्हीं रूटों पर सबसे ज्यादा टिकटों को लेकर मारामारी होती है। इन रूटों पर प्राइवेट टे्रन चलाने के बाद वेटिंग खत्म होगी और सभी को कंफर्म टिकट मिलने लगेगा। प्राईवेट टे्रनों की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा के हिसाब से होगी, ताकि समय भी कम लगे। इसके लिए भारतीय रेलवे 2023 तक अपने रेलवे टै्रक को भी दुरूस्त करने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा वर्ष 2023 में बुलेट ट्रेन भी चलनी है। लिहाजा, 2023 तक भारतीय रेलवे का बहुुत बड़ा कायाकल्प हो जाएगा।
151 निजी ट्रेनों के संचालन से यात्रियों के लिये ट्रेन में सीटों की उपलब्धता बढेगी। इस विस्तार से रोजगार का सृजन होगा, यात्रियों को अच्छी सुविधा, सुरक्षा व सुगम सफर का आनंद मिलेगा।
95% ट्रेन भारतीय रेल चलायेगी, व उनका यात्री किराया भी भारतीय रेल ही निर्धारित करेगी। pic.twitter.com/oNyndsB7F1
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 2, 2020
बता दें कि प्राइवेट ट्रेन के लिए 15 दिन में प्री बीड मीटिंग होगी, जिसमें सभी बड़ी कंपनियों को बुलाया जाएगा। उसके बाद नाम उजागर किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक निजी कंपनियों की ट्रेन आने के बाद भारतीय रेलवे आने वाले समय में एक मैकेनिजम तैयार करेगा और निजी कंपनियों पर जुर्माना का भी प्रावधान होगा। रेलवे का सीधा कहना है कि अगर कंपनियां रेलवे के मानदंडों पर खरा नहीं उतरेंगी तो उनपर जुर्माना भी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक प्राइवेट कंपनियां ट्रेन के किराये हवाई जहाज और बस को ध्यान में रखकर ही तय करेंगी। इसके लिए पूरा एक सिस्टम बनेगा ताकि प्राइवेट प्लेयर पर निगरानी भी रखी जा सके।
प्राइवेट ट्रेन से नौकरी जाने का डर नहीं : चेयरमैन
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने आज यहां स्पष्ट किया कि प्राईवेट ट्रेन के आने के बाद रेलवे में नौकरी जाने का डर नहीं है। बल्कि रेलवे में नौकरियां और ज्यादा बढेंगी। रेलवे में दबाव कम होने की स्थिति में लोग जो अभी लटक कर जा रहे हैं वह नहीं जाएंगे और ट्रेन में वेटिग भी खत्म हो जाएगी। चेयरमैन का यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट के बाद आया है, जिसमें राहुल गांधी ने कहा कि रेलवे में नौकरियां खत्म होगी। चेयरमैन ने कहा कि भारतीय रेलवे गरीब लोगों को अच्छी सुविधा देंगी। उनके मुताबिक भारतीय रेलवे उन रूट को प्राइवेट को देने की बात कर रहा है जहां प्रतीक्षा टिकट खत्म करना आसान नहीं है। प्राइवेट ट्रेनों के आने के बाद टिकट आन डिमांड मिलने लगेगा।
44 वन्दे भारत ट्रेन आएगी जल्द, चलाएगी रेलवे
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव के मुताबिक देश में 44 वन्दे भारत ट्रेन शुरू होगी, जिसको भारतीय रेलवे ही चलाएगा। इसका प्रपोजल फलोट होगा। अभी देश में दो वंदे भारत ट्रेन चल रही है। एक दिल्ली से वाराणसी और दूसरी दिल्ली से कटरा वैष्णों देवी के बीच।
मेल एक्सप्रेस होंगी ट्रेनें, समय सारणी में होंगी दर्ज
बता दें कि प्राइवेट कंपनियों के द्वारा चलाई जाने वाली सभी 151 ट्रेनें मेक इन इंडिया के तहत बनाई जाएंगी,और आधुनिक संशाधनों से लैस मार्डन होंगी। इसके एक ट्रेन में 16 कोच होंगे। इसमें ज्यादातर ट्रेनें मेल एक्सप्रेस दर्जें की होंगी। खास बात यह है कि आने वाले समय में रेलवे की नई समय सारणी में इन ट्रेनों का भी जिक्र किया जाएगा।