–गुरुद्वारा चुनाव मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की अगुवाई में निष्पक्ष चुनाव पर चर्चा
-निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए पंजीकृत दलों ने दिए सुझाव
–चुनाव 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के बाद कराने की अपील
-नए-पुराने मतदाताओं को अपना नाम सूची में जोडऩे व हटाने सुविधा मिले
(अदिति सिंह)
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : 7 महीने बाद होने जा रहे दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आम चुनावों को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। इसको लेकर दिल्ली सरकार के गुरुद्वारा चुनाव मंत्री राजेन्द्रपाल गौतम ने आज यहां सभी संबंधित पंजीकृत दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई। चुनाव मार्च 2021 में होना है। बैठक में शिरोमणि अकाली दल, शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) और जागो (जग आसरा गुरु ओट पार्टी) के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से पूर्ण करवाने के संकल्प के लिए दिए गए विभिन्न सुझावों पर व्यापक चर्चा की गई।
इस चर्चा में भाग लेने वाली पंजीकृत पार्टियों ने अपने सुझाव भी दिल्ली सरकार को दिए। इसके मुताबिक आगामी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव के लिए फोटो मतदाता सूची तैयार की जाए। इस चुनाव में भाग लेने की पात्रता रखने वाले सभी मतदाताओं को ऑनलाइन अपना पंजीकरण करने के पश्चात नए-पुराने मतदाताओं को अपना नाम मतदाता सूची में जोडऩे व हटाने के लिए आवेदन की सुविधा हो। साथ ही गुरुद्वारा चुनाव विभाग आवेदनों की जांच करने के बाद मतदाता सूची में नाम जोडऩें और हटाने का निर्णय कर सकता है।
इसके अलावा यदि किसी मतदाता का नाम दिल्ली से इतर पंजाब या किसी अन्य राज्य की मतदाता सूची में हो तो ऐसे मतदाता का नाम दिल्ली में आगामी गुरुद्वारा चुनाव के लिए तैयार होने वाली मतदाता सूची में नहीं होना चाहिए। इस दोहराव से बचने की आवश्यकता है।
वार्डों की सीमाओं के परिसीमन के संबंध में सुझाव आमंत्रित किए जाएं
सियासी दलों ने सरकार को कहा कि मार्च 2021 में प्रस्तावित दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव राजधानी में दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के बोर्ड की परीक्षाओं के बाद हो। इससे यह चुनाव सुचारू रूप से होना संभव होगा और छात्रों की परीक्षा के लिए पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। इसके अलावा दिल्ली में वैधानिक रूप से चुनाव लडऩे की पात्रता रखने वाले सभी पंजीकृत दलों से राजधानी में आगामी गुरुद्वारा चुनाव के लिए निर्धारित वार्डों की सीमाओं के परिसीमन के संबंध में सुझाव आमंत्रित किए जाएं। साथ ही आगामी गुरुद्वारा चुनाव के लिए मतदाता पंजीकरण की प्रक्रिया में गतिशीलता लाने के लिए राजधानी में सिख मतदाता सूची को वरीयता से चुनाव से पूर्व अंतिम रूप दिया जाएं।
इस मौके पर तिलकनगर के आप विधायक जरनैल सिंह, जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके, शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना, महासचिव हरविंदर सिंह सरना, दिल्ली कमेटी के महासचिव हरमीत सिंह कालका बादल दल की तरफ से बैठक में मौजूद रहे।
4 साल होता है कार्यकाल, मार्च 2021 में होगा चुनाव
दिल्ली सिख गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के चुनाव, दिल्ली सरकार गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से करवाए जाते हैं। इसके सदस्यों का कार्यकाल चार साल का होता है। पिछला चुनाव फरवरी 2017 में करवाए गए थे, आगामी चुनाव मार्च 2021 में होने हैं। पूरी दिल्ली को चुनाव की दृष्टि से 46 गुरुद्वारा वार्डों में बांटा गया है। गुरुद्वारा वार्ड मतदाता सूची में 18 वर्ष से ऊपर की आयु के पात्र सिक्ख नागरिकों का पंजीकरण किया जाता है। अभी तक की गुरद्वारा वार्ड मतदाता सूची में 38,3561 मतदाताओं के नाम दर्ज हैं। वर्ष 2017 में हुए गुरुद्वारा चुनाव में 45.68 प्रतिशत मतदान हुआ था। दिल्ली सरकार के गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय की स्थापना वर्ष 1974 में संसद में दिल्ली सिख गुरुद्वारा अधिनियम 1971 के नाम से पारित एक अधिनियम के तहत हुई थी।