–रेलवे ने बढ़ाए कदम, तैयारी शुरू, 20 कंपनियों ने दिखाई रूचि
–निविदा पूर्व बैठक में फ्रांस, अरबियन, जीएमआर भी पहुंचे
–अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्टेशन, बनेगा मल्टी-मॉडल हब
–साढ़े छह हजार करोड़ रुपए आएगी लागत, 4 वर्ष में बनेगा
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : नई दिल्ली स्टेशन को ऐतिहासिक, विश्वस्तरीय, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पुनर्विकसित करने के लिए भारतीय रेलवे ने आज एक कदम बढ़ा दिए। करीब साढ़े छह हजार करोड़ रुपए के निवेश वाली महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए आज हुई निविदा पूर्व बैठक में देश-विदेश की जानी मानी 20 कंपनियों ने हिस्सा लिया। रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने द्वारा आयोजित इस बैठक में फ्रांस की राष्ट्रीय रेल कंपनी एसएनसीएफ, अरबियन कंस्ट्रक्शन कंपनी, एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर, अडानी, जीएमआर, जेकेबी इन्फ्रा समेत 20 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को मल्टी-मॉडल हब के रूप में विकसित करना है जो बुनियादी एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हो। इसमें एलिवेटेड कॉन्कोर्स, मल्टी-लेवल कार पार्किंग समेत यात्रियों के लिए और कई सुविधाएं शामिल हैं। इस परियोजना को 60 वर्षों की रियायत अवधि के लिए डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर (डीबीएफओटी) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। परियोजना के लिए अनुमानित लागत लगभग साढ़े छह हजार करोड़ रुपए है और इसके लगभग चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है।
आरएलडीए के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा के मुताबिक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए प्रमुख ग्लोबल फर्मों ने रुचि दिखाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न्यू इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप इस परियोजना का उद्देश्य नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय ट्रांजिट हब के रूप में परिवर्तित करना है।
कैसा होगा नई दिल्ली रेलवे स्टैशन
यह स्टेशन रिटेल, कमर्शियल, और हॉस्पिटैलिटी बिजनेस के लिए एक वल्र्ड क्लास वन-स्टॉप डेस्टिनेशन होगा। स्टेशन का पुनर्विकास, पर्यटन को तो बढ़ावा देगा ही साथ ही साथ नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं को भी बढ़ाएगा। परियोजना में ठेका पाने वाली कंपनी टिकट बिक्री के माध्यम से यात्रियों से एकत्रित पैसेंजर हैंडलिंग फीस, स्टेशन के भीतर यात्री सुविधाओं जैसे रिटेल एरिया, लाउंज, पार्किंग, एडवरटाइजिंग स्पेस, एफएंडबी इत्यादि एवं कमर्शियल प्रोपर्टी के डेवलपमेंट और लीज आदि कई घटकों से राजस्व अर्जित करेगी।
रेलवे के कार्यालयों एवं आवासीय परिसर का नवीनीकरण
कई चरणों में चलने वाली इस परियोजना में केवल रेलवे स्टेशन ही नहीं बल्कि स्टेशन से जुड़े ढांचों, रेलवे के कार्यालयों एवं आवासीय परिसर का नवीनीकरण भी शामिल है। स्टेशन के नियोजित पुनर्विकास की मुख्य विशेषताओं में आगमन और प्रस्थान करने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग जगह, प्लेटफार्मों का नवीनीकरण, यात्रियों की सुविधाओं के लिए लाउंज, फूड कोर्ट और टॉयलेट, मल्टीपल एंट्री और एग्जिट प्वाइंट के साथ एलिवेटेड रोड नेटवर्क, मल्टी-लेवल कार पार्किंग सुविधा और नेचुरल वेंटिलेशन एवं लाइटिंग जैसे ग्रीन बिल्डिंग प्रावधान शामिल हैं।
देश का सबसे बड़ा स्टेशन है नई दिल्ली
बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का सबसे बड़ा और दूसरा सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है और प्रतिदिन लगभग साढ़े चार लाख यात्रियों (सालाना लगभग 16-17 करोड़ यात्री ) को सेवाएं प्रदान करता है। यह स्टेशन प्रतिदिन लगभग 400 ट्रेनों के आवागमन को संचालित करता है। पुनर्विकास और बेहतर संचालन व्यवस्था के बाद परिचालन क्षमता में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
62 स्टेशनों पर काम कर रहा है आरएलडीए
आरएलडीए वर्तमान में 62 स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से काम कर रहा है, जबकि इसकी सहायक आईआरएसडीसी ने अन्य 61 स्टेशनों को पुनर्विकसित करने हेतु चयनित किया है। पहले चरण में, आरएलडीए ने पुनर्विकास के लिए नई दिल्ली, तिरुपति, देहरादून, नेल्लोर और पुड्डुचेरी जैसे प्रमुख स्टेशनों को प्राथमिकता दी है। सरकार द्वारा शुरू की गई स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के एक हिस्से के रूप में देशभर के रेलवे स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर पुनर्विकास किया जाएगा। आरएलडीए वर्तमान में 84 रेलवे कॉलोनी के पुनर्विकास परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है और हाल ही में पुनर्विकास के लिए गुवाहाटी में एक रेलवे कॉलोनी को लीज पर दिया है।