नई दिल्ली /अदिति सिंह : शिरोमणि अकाली दल के प्लेटफार्म पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव जीते दो दर्जन से अधिक सदस्यों ने आज नई पार्टी बना दी। पार्टी का नाम भी अकाली दल से मिलता जुलता (शिरोमणि अकाली दल दिल्ली स्टेट) रखा गया है, ताकि पूरा फायदा मिल सके। इसके साथ ही शिरोमणि अकाली दल बादल के सभी कमेटी सदस्यों ने पाला बदल लिया। नई पार्टी केवल सिख कौम के धार्मिक मामलों के लिए काम करेगी, ऐसा दावा किया जा रहा है। हरमीत सिंह कालका पार्टी के मुख्य संरक्षक चुने गए हैं। जबकि एम.पी.एस. चड्ढा पार्टी के प्रधान बनाए गए हैं। वरिष्ठ नेता सरदार भजन सिंह वालिया और हरविंदर सिंह केपी को पार्टी के संरक्षक के तौर पर चुना गया है।
नई पार्टी की कोर कमेटी सहित संगठनात्मक ढांचे को मुकम्मल करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है जो 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। तब तक पार्टी को चुनाव चिन्ह भी मिल जाएगा।
-हरमीत कालका मुख्य संरक्षक, एमपीएस चड्ढा बने अध्यक्ष
-अकाली दल के सभी जीते कमेटी सदस्यों ने पाला बदला, छोड़ी पार्टी
– पार्टी केवल सिख कौम के धार्मिक मामलों के लिए काम करेगी
इस कमेटी में आत्मा सिंह लुबाणा, बलबीर सिंह विवेक विहार, अमरजीत सिंह पप्पू, अमरजीत सिंह पिंकी और हरविंदर सिंह के.पी. को शामिल किया गया है। इसके अलावा यूथ विंग के गठन की जिम्मेदारी रमनदीप सिंह थापर, सतबीर सिंह गगन और मनजीत सिंह औलख को सौंपी गई है। पार्टी विद्यार्थी चुनाव भी लड़ेगी और स्टूडैंट विंग के गठन की जिम्मेदारी रमनजोत सिंह मीता और गुरदेव सिंह को सौंपी गई है। पार्टी की मजबूत महिला विंग टीम होगी,जिसके लिए बीबी भुपिन्दर कौर, बीबी बलजीत कौर, बीबी परमजीत कौर गुड्डी, बीबी मनजीत कौर गोविन्दपुरी, बीबी मनजीत कौर लारेंस रोड और बीबी सूरबीर कौर को गठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस मौके पर गुरुद्वारा कमेटी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा कि यह पार्टी श्री अकाल तख्त साहिब के संरक्षण में पंथक परंपराओं के मुताबिक काम करेगी। शिरोमणि अकाली दल बादल के मौजूदा नेतृत्व ने पंथ का भरोसा गंवा दिया है, जिसका सबूत पंजाब चुनाव के नतीजे हैं। उन्होंने कहा कि लीडरशिप उसके खिलाफ लगे बेअदबी और अन्य आरोपों के बारे अपना पक्ष रखने में नाकाम रही है और इसलिए बेअदबी के दोषियों के लिए कुछ न रहने की अरदास स्वीकार हुई है और अब इसका कुछ नहीं रहा।
इस दौरान गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों, आत्मा सिंह लुबाणा, भुपिंदर सिंह भुल्लर, सरवजीत सिंह विरक, विक्रम सिंह रोहनी, एम.पी.एस चड्ढा, सुरजीत सिंह जीती, अमरजीत सिंह पिंकी, अमरजीत सिंह पप्पू, परविंदर सिंह लक्की, जुझार सिंह, भजन सिंह वालिया, ओंकार सिंह राजा, जसमीर सिंह मसी, दलजीत सिंह सरना, रमीत सिंह स्मार्टी चड्ढा और गुरमीत सिंह टिंकू और नेतृत्व के समर्थक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
बता दें कि ये सभी लोग अभी तक शिरोमणि अकाली दल बादल के साथ थे और उसी के बैनर तले गुरुद्वारा कमेटी चुनाव जीता था। इस नई पार्टी के जन्म लेने के बाद अब गुरुद्वारा चुनाव लड्ने वाली पार्टियों की संख्या बढ़कर 7 हो जाएगी।