31 C
New Delhi
Saturday, July 27, 2024

अर्जुन मुंडा का दावा, भारत में 22 साल में ट्रेन हादसों में 90 प्रतिशत की कमी आई

नई दिल्ली /अदिति सिंह : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने बुधवार को कहा कि 2000-01 में देश में ट्रेन हादसों की संख्या 473 थी जो 2022-23 में घटकर 48 हो गई है। 2004 से 2014 के बीच ट्रेन हादसों का वार्षिक औसत 171 था जो बाद में (2014 से 2023 के बीच) काफी कम होकर 71 हो गया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा, पिछले 20 साल के रुझानों के विश्लेषण से पता चलता है कि ट्रेन हादसों की संख्या में भारी गिरावट आई है और यह वित्त वर्ष 2000-01 की 473 से घटकर वित्त वर्ष 2022-23 में केवल 48 रह गई है। मुंडा ने कहा कि रेलवे ने ट्रेन परिचालन की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कई अहम उपाय लागू किए हैं। उन्होंने कहा कि इन कदमों में 2017-18 में राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष (national railway safety fund) की शुरुआत भी शामिल है जो महत्वपूर्ण सुरक्षा संपत्तियों के नवीनीकरण, बदलाव आदि के लिए विशेष कोष है। मुंडा ने कहा कि पांच साल के लिए 1.08 लाख करोड़ रुपये के इस कोष से महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। रेलवे द्वारा किए गए उपायों में 11,093 स्थानों पर समपार फाटकों की इंटरलॉकिंग, इन फाटकों पर कड़ी सुरक्षा, 6,377 स्टेशनों पर ट्रैक सर्किटिंग आदि शामिल हैं। मुंडा ने कहा कि मानवीय त्रुटियों को न्यूनतम बनाने के लिए पटरियां बिछाने की प्रक्रिया को यंत्रीकृत किया गया है और रेल नवीकरण में तेजी लाने तथा वेल्डिंग को कम करने के लिए लंबे रेल पैनल का उपयोग किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री मुंडा ने यह भी कहा कि लोको पायलटों की सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें लोकोमोटिव सतर्कता नियंत्रण उपकरणों (वीसीडी) से लैस किया गया है। लोको पायलट समय पर अलर्ट प्राप्त करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम हैं।
अर्जुन मुंडा ने कहा कि मस्तूल पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव सिग्मा बोर्ड लगाए गए हैं जो विद्युतीकृत क्षेत्रों में सिग्नल से पहले दो ओएचई मस्तूल पर स्थित होते हैं ताकि कोहरे के मौसम में दृश्यता कम होने पर चालक दल को आगे के सिग्नल के बारे में चेतावनी दी जा सके। उन्होंने कहा कि इन सभी उपायों के अच्छे परिणाम आये हैं। इसके अलावा वर्तमान सरकार ने आम लोगों की सुरक्षा के उपाय किये हैं और इन सभी उपायों के माध्यम से देश में खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा सहित अर्थव्यवस्था में रेलवे का योगदान सुनिश्चित किया गया है।

रेलवे सुरक्षा बढ़ाने के लिए 9 वर्षों में सरकार ने बडे कदम उठाए

केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार ने रेलवे सुरक्षा में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ यह पूरे देश में लोगों के लिए परिवहन का एक आसान साधन है। रेलवे सुरक्षा बढ़ाने के लिए पिछले 9 वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में मीडिया को जानकारी दे रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता रेलवे और उससे यात्रा करने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और इसके लिए पिछले 9 वर्षों में सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं और इनके अच्छे नतीजे मिले हैं। अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार ने लोगों और अर्थव्यवस्था की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विस्तार परियोजनाओं, उत्तर पूर्व, मध्य भारत में नई परियोजनाओं और भारत के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाली अन्य परियोजनाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

latest news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles

epaper

Latest Articles