— दिल्ली देश की राजधानी है, मिलकर सड़क पर उतरना चाहिए
–राजनीति छोड़ कर दिल्ली को बचाइये केजरीवाल जी : भाजपा
–केंद्र सरकार हर सहयोग के लिए तैयार थी और तैयार रहेगी
नई दिल्ली / टीम डिजिटल : भाजपा ने दिल्ली में कम टेस्टिंग, दिल्ली सरकार के अस्पतालों की दयनीय हालत और मरीजों एवं शवों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। साथ ही कहा कि केजरीवाल सरकार पर सर्वोच्च न्यायालय की फटकार चिंताजनक है जो इस बात की ओर इशारा कर रही है कि दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा कोरोना वायरस के बढ़ते संकट, अस्पतालों की स्थिति, शवों के साथ बर्ताव को लेकर अदालत ने दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। जब मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों ने टेस्टिंग बढ़ा दी है और देश में कोरोना वायरस के मामले रोजाना 10,000 के करीब आ रहे हैं, तो समझ में नहीं आ रहा कि दिल्ली में टेस्टिंग क्यों प्रतिदिन 7000 से घटा कर केवल 5000 या उससे भी नीचे कर दी गई है? उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को टेस्टिंग बढ़ाने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह समय आक्रामक राजनीति का नहीं बल्कि साथ मिलकर दिल्ली को संभालने का, गंभीरता पूर्वक दिल्ली के विषय में चिंता करने का है।
सुप्रिम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाया ..COVID टेस्टिंग क्यों कम किया गया दिल्ली में? ..अस्पतालों में bed नहीं ..कूड़े में शव मिल रहें है ..
सुप्रिम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के असफलता पर कड़ी फटकार लगाई।
दिल्ली का सच आज हम सब के सामने है।#केजरीवाल_फेल_है— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 12, 2020
नकारात्मक राजनीति छोड़ कर केजरीवाल सरकार को जमीन पर काम करना चाहिए और दिल्ली के लोगों की चिंता करनी चाहिए। दिल्ली देश की राजधानी है। हम चाहते हैं कि दिल्ली का एक-एक व्यक्ति स्वस्थ रहे। ऐसे में राजनीति छोड़ कर दिल्ली सरकार में बैठे हुए लोगों को सड़क पर उतरना चाहिए और लोगों की चिंता करनी चाहिए।
डा. संबित पात्रा ने कहा कि आज दिल्ली में लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं, अस्पतालों में बैठने की जगह तक नहीं है, अस्पतालों के बाहर लोग दम तोड़ रहे हैं। ऐसे में सवाल तो उठते हैं।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी, हम राजनीति नहीं करना चाहते हैं किंतु जिस प्रकार के राजनीतिक हथकंडों का इस्तेमाल आपकी सरकार कर रही है, उसे बंद कर देना चाहिए। दो दिन पहले ही आपकी सरकार में उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर के कहा था कि भारतीय जनता पार्टी ‘टुच्ची राजनीति कर रही है और दिल्ली के उप-राज्यपाल भी काम नहीं करने दे रहे हैं। दिल्ली सरकार को इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दिल्ली के उप-राज्यपाल के बारे में दिया गया बयान अत्यंत निंदनीय था। लिहाजा, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अब केजरीवाल सरकार को जाग जाना चाहिए।
केजरीवाल के पास पब्लिसिटी में खर्च के लिए बहुत पैसा है
भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास पब्लिसिटी में खर्च करने के लिए तो बहुत पैसा है किंतु दिल्ली में जरूरी मूलभूत आवश्यकताओं पर ध्यान देने के बजाय वह राजनीति करने लगती है। लिहाजा, केजरीवाल सरकार को अपनी पब्लिसिटी पर खर्च करने के बजाय अस्पतालों पर खर्च करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर सहयोग के लिए तैयार थी और तैयार रहेगी। केंद्र सरकार से जो भी सहयोग मांगा गया, सरकार ने दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को केंद्र सरकार के साथ कंधे-से-कंधा मिलकर काम करना चाहिए। दिल्ली की व्यवस्था को सही करने के लिए साथ में मिल कर काम करने चाहिए।
LNJPअस्पताल की हालत तो अत्यंत दयनीय : भाजपा
दिल्ली के अस्पतालों की हालत को मीडिया ने बार-बार दिखाया है, खासतौर पर दिल्ली सरकार की एलएनजेपी अस्पताल की हालत तो अत्यंत दयनीय है। इन सब बातों का स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार पर टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद आज केजरीवाल सरकार को जाग जाना चाहिए। केजरीवाल सरकार के पास पब्लिसिटी में खर्च करने के लिए तो बहुत पैसा है दिल्ली में जरूरी मूलभूत आवश्यकताओं पर ध्यान देने के बजाय वह राजनीति करने लगती है।
शवों के साथ मानवीय सलूक होना चाहिए
भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार को अविलंब टेस्टिंग बढ़ाना चाहिए। शवों के साथ तो कम-से-कम मानवीय सलूक होना ही चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि दिल्ली में गटर के अंदर डेड बॉडीज मिल रही हैं, नालों में मिल रही हैं। केजरीवाल सरकार पब्लिसिटी और नकारात्मक राजनीति को छोड़ कर जमीन पर काम करेगी, यह हम आशा करते हैं।