-भाजपा ने लखीमपुर खीरी मामले में कांग्रेस पार्टी पर किया पलटवार
-दोनों कांग्रेसी गैर कांग्रेसी शासित राज्यों में जाकर ही पीडि़तों से मिलते हैं
– महाराष्ट् और राजस्थान में होने वाले दलित-महिला उत्पीडऩ पर चुप्पी : बीजेपी
-मानवाधिकार के चैम्पियन बनते नजर आते हैं राहुल और प्रियंका गांधी
नई दिल्ली/ नीता बुधौलिया : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लखीमपुर खीरी मामले में विपक्ष द्वारा की जा रही चयनात्मक राजनीति पर पलटवार करते हुए जोरदार हमला बोला है। साथ ही आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मानवाधिकार के चैम्पियन बनते नजर आते हैं, लेकिन राजस्थान और महाराष्ट्र में दलित एवं महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साधे हैं। भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने कहा कि राहुल और प्रियंका गैर कांग्रेसी शासित राज्यों में जाकर ही पीडि़तों से मिलते हैं। जम्मू एवं कश्मीर में धारा 370 हटने से पहले दलितों को अधिकार नहीं मिल रहा था। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वहां कभी नहीं गये। क्या महाराष्ट् और राजस्थान के दलित दलित नहीं हैं। गैर कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर समाज में अस्थिरता पैदा करना चाहते हंै। क्या यह चयनात्मक राजनीतिक सही है?
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने मानवाधिकार हनन में राजनीतिकरण किये जाने जैसे बहुत ही महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय रखा है। साथ ही कहा कि मानवाधिकार का हनन तब होता है जब राजनीतिक नफे नुकासन के लिए इसे राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है। लेकिन, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मानवाधिकार के चैम्पियन बनते नजर आते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राजस्थान में 16 वर्षीय युवती से बलात्कार सहित दलित और महिला उत्पीडऩ की अनेक घटनाएं हुई। हनुमानगढ़ में किसानों की मांग प्रदर्शन पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज हुआ। इसी तरह, नागपुर और डोंडावेली में महिला से बलात्कार की घटनाएं हुई।
राजस्थान और महाराष्ट्र की घटनाओं पर कांग्रेस की चुप्पी
महावसूली अघाडी सरकार ने इसका विरोध करने वाले दुकानदारों और आटोरिक्शा वालों को बर्बरतापूर्वक मारा। किंतु राहुल और प्रियंका को राजस्थान और महाराष्ट्र की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पडता है क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार सत्ता में है। आखिर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उन पीडि़त परिवारों के प्रति कब संवदेना व्यक्त करेंगे। उनसे कब मिलेंगे? डॉ पात्रा ने कहा कि इन मामलों में राहुल या कांग्रेस का एक ट्वीट तक नहीं आता है। डॉ पात्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यसचिव और पुलिस प्रमुख से आयोग ने सवाल किया है कि जालोर में लड़की अपरण और उसके बाद खुद जलाकर आत्महत्याएं, कोटा में नाबालिग से बलात्कार, हुनमानगढ में जिंदा जलाने की घटना आदि अनेकों जघन्य अपराध की घटनाओं को लेकर सवाल पूछा है। किन्तु उस पर कांग्रेस की चुप्पी है।