नई दिल्ली/ सुनील पाण्डेय : भारतीय जनता पार्टी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन (राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक) 17-18 फरवरी को होने जा रही है। 17 फ़रवरी को प्रातः 10 बजे पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी। अपराह्न 3 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय अधिवेशन का विधिवत शुभारम्भ करेंगे। अधिवेशन में पार्टी के लगभग 11.500 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। दूसरे दिन 18 फ़रवरी को दो प्रस्ताव पारित किये जाएंगे और विकसित भारत के संकल्प को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। चूंकि एक महीने बाद ही लोकसभा के आम चुनाव होने वाले हैं इसलिए राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा। अधिवेशन के दोनों दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में हैट्रिक लगाने की बनेगी रणनीति
—प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दो प्रस्ताव पारित किए जाएंगे
—अधिवेशन में पार्टी सभी पदाधिकारी सहित 11.500 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे
—राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान कई बैठकें आयोजित की जाएगी
—विकसित भारत के संकल्प को प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा
प्रतिनिधियों में देश भर में पार्टी के पदाधिकारी, मौजूदा और पूर्व सांसद, विधायक और निर्वाचित मेयर, जिला अध्यक्ष, महामंत्री गण और संगठन के विस्तारक तक इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। इस अधिवेशन का एक व्यापक संगठनात्मक एजेंडा होगा। इस आयोजन में कई बैठकें और विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने वाली एक प्रदर्शनी लगायी जाएगी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
इस मौके पर लोकसभा चुनावों पर विस्तार से चर्चा होगी, साथ ही सियासी रणनीति का खुलासा होगा। वैसे भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए 370 सीटें हासिल करने का, जबकि एनडीए के लिए ‘400 पार’ का व्यापक लक्ष्य रखा है।
बैठक प्रगति मैदान में बने आलीशान भारत मंडपम में आयोजित होगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आज यहां बताया कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो लोकतांत्रिक तरीके से सबसे ज्यादा संगठनात्मक कार्य करती है है। चाहे पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हो, राष्ट्रीय कार्यकारिणी हो या राज्यों और जिलों में समय पर होने वाले अन्य कार्यक्रम हों, यह भाजपा के डीएनए का हिस्सा है। उन्होंने पिछले राष्ट्रीय सम्मेलनों का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 में रामलीला मैदान में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐतिहासिक भाषण दिया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 30 वर्षों के बाद केंद्र में एक स्थायी सरकार बनी। इसी तरह, 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया, जिसके परिणामस्वरूप भाजपा ने लोकसभा में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई। इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए 370 सीट और एनडीए के लिए 400 पार का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, दो दिन के लिए भारत मंडपम में राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है।