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Thursday, August 28, 2025

भारत में ऑफिस लीजिंग में इस वर्ष जनवरी-जून अवधि में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई: रिपोर्ट

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भारत का कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट सेक्टर (Commercial Office Real Estate Sector) इस समय शानदार तरीके से बढ़ रहा है। खासतौर पर बड़े शहरों में इसकी मांग में लगातार तेजी आ रही है। तो चलिए हम आपको इस खबर में विस्तार से बताते हैं कि कैसे इस सेक्टर ने 2025 की पहली छमाही में तूफानी प्रगति की है और क्या मुख्य बातें हैं।

भारतीय ऑफिस रियल एस्टेट में सालाना 40% की बढ़ोतरी, टॉप 7 शहरों में जबरदस्त मूवमेंट

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के टॉप सात बड़े शहरों में ऑफिस की नेट लीजिंग (Office Net Leasing) में साल दर साल 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसका मतलब है कि नए ऑफिस स्पेस की मांग में भारी इजाफा हुआ है। इस समय कुल लीज्ड ऑफिस का क्षेत्रफल 26.8 मिलियन वर्ग फुट तक पहुंच चुका है, जो बहुत बड़ा आंकड़ा है। मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहर इस सेक्टर में आगे हैं।

बेंगलुरु और पुणे का प्रदर्शन, कौन रहा नंबर 1 और कौन बना तेजी से उभरता बाजार?

इस सेक्टर में बेंगलुरु का प्रदर्शन काफी मजबूत रहा है। यहां पर कुल 6.55 मिलियन वर्ग फुट का ऑफिस अब्सॉर्प्शन (Absorption) हुआ है, जिससे बेंगलुरु को टॉप पर रखा गया है। वहीं, पुणे ने इस क्षेत्र में 188 प्रतिशत की असाधारण वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाजार का दर्जा प्राप्त किया। पुणे में नए ऑफिस स्पेस की मांग और सप्लाई दोनों जबरदस्त तरीके से बढ़ी हैं। यहां पर कुल 2.77 मिलियन वर्ग फुट का ऑफिस लीज पर दिया गया है।

ऑफिस सप्लाई – संख्या में भारी बढ़ोतरी, रिक्ति दर में मामूली उछाल

रिपोर्ट में कहा गया है कि नए ऑफिस सप्लाई में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। इस दौरान 24.51 मिलियन वर्ग फुट का ऑफिस स्पेस बाजार में आया है। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। इससे साफ दिखता है कि कंपनी और बिजनेस के लिए नए ऑफिस स्पेस की जरूरत तेजी से बढ़ रही है।

इस बढ़ोतरी के चलते ऑफिस रिक्तियों की दर भी मामूली रूप से बढ़कर 16.3 प्रतिशत हो गई है। यानी कि अभी भी बाजार में कई ऑफिस स्पेस खाली हैं, लेकिन अभी मांग मजबूत बनी हुई है।

औसत किराया भी 4 प्रतिशत बढ़कर 88 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह हो गया है। इससे पता चलता है कि स्थानिक बाजार में कीमतें स्थिर हैं, लेकिन मांग के साथ किराए में भी वृद्धि हो रही है।

आईटी और को-वर्किंग स्पेस का दबदबा, मजबूत बाजार की नींव

रिपोर्ट में बताया गया है कि आईटी-ईटीईएस (IT-ITES) सेक्टर का बाजार में अहम योगदान रहा है। इस क्षेत्र की हिस्सेदारी 29 प्रतिशत है। यानी कि टेक सेक्टर का ऑफिस लीजिंग में सबसे ज्यादा हिस्सा है। साथ ही, को-वर्किंग स्पेस (Co-working Spaces) का हिस्सा भी 22 प्रतिशत रहा है।

ग्लोबल करपोरैट्स (Global Corporates) और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की बढ़ती संख्या से इस सेक्टर को मजबूती मिली है। इन सारी वजहों से यह सेक्टर 2025 तक लगातार अपनी ग्रोथ कायम रख रहा है।

ग्लोबल कंपनियों के विस्तार से बाजार मजबूत होता जा रहा है

ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) के विस्तार और कॉर्पोरेट कंपनियों के भरोसेमंद कदम से बाजार की बुनियाद और मजबूत हुई है। इनमें बेंगलुरु, एनसीआर, पुणे, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहर शामिल हैं।

2025 की पहली छमाही में इन शहरों में कुल मिलाकर 13.91 मिलियन वर्ग फुट ऑफिस का लीजिंग हो चुका है। खासतौर पर बेंगलुरु ने इस क्षेत्र में 5.45 मिलियन वर्ग फुट का काम पूरा किया है।

पुणे भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां पर ऑफिस अब्सॉर्प्शन में 188 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। साथ ही, नई सप्लाई भी 533 प्रतिशत बढ़ी है। इसका अर्थ है कि नया ऑफिस स्पेस तेजी से आ रहा है, जिससे भविष्य में मानक स्तर पर प्रतिस्पर्धा मजबूत होगी।

ऑफिस की सप्लाई में भारी इजाफा, कीमतें स्थिर, मांग हाई पर

2025 की पहली छमाही में किए गए ऑफिस प्रोजेक्ट्स में 24.51 मिलियन वर्ग फुट का नया ऑफिस स्पेस शामिल है। यह पिछले साल के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक है। इसका मतलब है कि कंपनियां नए ऑफिस प्रोजेक्ट्स पर निवेश कर रही हैं और भविष्य के लिए तैयार हो रही हैं।

इसके साथ ही, औसत ऑफिस किराया 88 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह दर्ज किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 4 प्रतिशत का इज़ाफा है। इस तरह, बाजार में मांग बन रही है और मूल्य स्थिर हैं।

कुल मिलाकर, मजबूत मांग के बीच रिक्तियां कम, टेक सेक्टर का नेतृत्व जारी

यह सही है कि ऑफिस की रिक्तियां लगभग 16.3 प्रतिशत तक पहुँच गई हैं, लेकिन फिर भी मांग इतनी तेज है कि कीमतें स्थिर रह सकीं। टेक सेक्टर ने विशेष तौर पर 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, जो दर्शाता है कि यह सेक्टर अभी भी बाजार का नेतृत्व कर रहा है।

तो कह सकते हैं कि भारत का कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट सेक्टर अभी भी फ्युचर में अच्छी ग्रोथ की दिशा में आगे बढ़ रहा है। खासतौर पर बड़े शहरों में जबरदस्त मांग बनी हुई है। नए प्रोजेक्ट्स आ रहे हैं, सप्लाई में तेजी है, और कंपनियां अपने ऑफिस सेटअप को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही हैं।

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