नयी दिल्ली /अदिति सिंह : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के एक उप मुख्य विद्युत अभियंता (कोचिंग) रंजीत कुमार बोरा को मंगलवार को गुवाहाटी से कथित तौर पर उस समय गिरफ्तार किया, जब वह एक निजी कंपनी से 2.10 करोड़ रुपये की रिश्वत की किस्त के रूप में 15 लाख रुपये ले रहा था। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आरोप है कि नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे की परियोजनाओं में पटना स्थित सन शाइन डिवाइस प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी का पक्ष ले रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने छापा मारा और इस दौरान कंपनी के निदेशक चिंतन जैन के एक कर्मचारी नीरज कुमार को पकड़ा जो जैन की तरफ से बोरा को घूस की रकम पहुंचा रहा था। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में बोरा, जैन और कुमार को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा कि छापेमारी के बाद बोरा और कुमार को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने गुवाहाटी, पटना, नोएडा में नौ स्थानों पर तलाशी ली। उन्होंने कहा कि आरोप है कि कंपनी ने बोरा को उनके द्वारा किए गए एहसान के बदले में दो बेनामी संपत्तियां दी थीं।
—नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के उप मुख्य विद्युत अभियंता रंजीत कुमार बोरा गिरफ्तार
—रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 15 लाख रुपये ले रहा था, रंगेहाथ दबोचा
—एनएफआर में उप मुख्य विद्युत अभियंता रहते निजी कंपनी से दो बेनामी फ्लैट लिए
जोशी ने कहा, च्च्यह आरोप लगाया गया था कि पूर्व में एनएफआर में उप मुख्य विद्युत अभियंता (निर्माण) के रूप में तैनात रहने के दौरान लोक सेवक ने कथित निजी कंपनी के निदेशक से दो अचल संपत्तियां (बेनामी फ्लैट) प्राप्त की थीं। अधिकारियों ने बताया कि आगे आरोप लगाया गया कि आरोपी ने जैन को पूर्व में अनुचित लाभ देने के एवज में फ्लैट के बदले 2.10 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की और भविष्य में भी अनुचित लाभ देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कंपनी कथित तौर पर 2.10 करोड़ की रिश्वत की रकम की कई किस्तों का पूर्व में भुगतान कर चुकी है। उन्होंने बताया कि सीबीआई को सूचना मिली थी कि कथित रिश्वत में से 15 लाख रुपये मंगलवार को गुवाहाटी के मालीगांव में दिए जाएंगे, जिसके बाद छापेमारी की गई और बोरा को धन प्राप्त करने की प्रक्रिया में पकड़ा गया।