जबलपुर /रंजन श्रीवास्तव । मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्ग की करीब 1.25 करोड़ महिलाओं के खातों में एक-एक हजार रुपये हस्तांतरित किए। इस योजना के माध्यम से 23 से 60 साल आयुवर्ग की महिलाओं को हर महीने की 10 तारीख को एक-एक हजार रुपये जारी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यहां के गैरीसन मैदान में एक ‘क्लिक’ कर लाभार्थियों के खातों में यह राशि हस्तांतरित की। इससे, पहले उन्होंने कन्या पूजन किया और एक ‘लाडली बहना’ के पैर भी पखारे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वी डी शर्मा, जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे और प्रदेश सरकार के मंत्री व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
—23 से 60 साल आयुवर्ग की महिलाओं को हर महीने की 10 तारीख को मिलेंगे रुपये
—CM शिवराज ने कन्या पूजन किया और एक ‘लाडली बहना’ के पैर भी पखारे
नर्मदा मैया, शिवराज भैया के नारों के बीच मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अभी इस योजना की शुरुआत हुई है, धीरे-धीरे पैसों का इंतजाम होता जाएगा और वह इस राशि को बढ़ा कर प्रति माह तीन हजार रुपये कर देंगे। उन्होंने कहा कि आज का दिन ना सिर्फ अद्भुत बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक भी है।
अब 21 साल की विवाहित बेटी को भी लाड़ली बहना योजना का लाभ मिलेगा… pic.twitter.com/LEvjB5UrOa
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 10, 2023
महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार तथा परिवार के निर्णय में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री ने इसी साल मार्च में लाडली बहना योजना की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर हर गांव में लाडली बहना सेना गठित करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह सेना सरकारी योजनाओं को लागू करने में सहयोग करेगी और अन्याय एवं शोषण के खिलाफ आवाज भी उठाएगी। उन्होंने महिलाओं से बड़ी संख्या में इस सेना में शामिल होने की अपील की। अधिकारियों ने बताया कि इस योजना में अब तक 1.25 करोड़ से अधिक महिलाओं ने पंजीयन कराया है, जिनमें 6,84,363 पेंशनभोगी महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें 17 प्रतिशत महिलाएं अनुसूचित जाति से हैं जबकि अनुसूचित जनजाति की लगभग 20 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग की 47 प्रतिशत एवं सामान्य वर्ग की लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं योजना में शामिल हैं।