मुरादाबाद /अदिति सिंह। उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है। सीएम योगी ने सोमवार को मुरादाबाद के डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह में ये बात कही। सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व के सबसे बड़े सिविल पुलिस बल के तौर पर विख्यात उत्तर प्रदेश पुलिस बल में नवनियुक्त होने वाले उपाधीक्षकों को पीएम मोदी के विजन अनुसार स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा। हमें स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा जो टेक्नो सेवी व ट्रेंड हो, जो स्ट्रिक्ट हो मगर सेंसिटिव भी, मॉडर्न हो मगर मोबाइल भी, अलर्ट हो मगर अपने काम के प्रति उतना ही अकाउंटेबल भी हो, रिलायबल के साथ रिस्पॉन्सिव भी हो। उन्होंने 18 डिप्टी एसपी के पदों पर प्रदेश की बेटियों की नियुक्ति पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 7 वर्ष में पुलिस बल में एक लाख साठ हजार कार्मिकों की नियुक्ति के साथ ही पुलिस बल के लिए उपलब्ध संसाधनों में भी अपार वृद्धि हुई है।
पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही, सीएम योगी ने सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय को आंतरिक प्रशिक्षण, उदित नारायण पालीवाल को बाह्य प्रशिक्षण तथा ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से प्रखर पाण्डेय को सम्मानित भी किया।
-मुरादाबाद स्थित डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह
—सीएम योगी ने कहा: स्मार्ट पुलिसिंग से प्रशस्त होगी कानूनी प्रक्रिया
*-टेक्नो सेवी व ट्रेंड, स्ट्रिक्ट मगर सेंसिटिव, मॉडर्न मगर मोबाइल, अलर्ट व अकाउंटेबल तथा रिलायबल के साथ रिस्पॉन्सिव होने का मूलमंत्र*
-सीएम योगी ने 18 डिप्टी एसपी के पदों पर प्रदेश की बेटियों की नियुक्ति पर व्यक्त की प्रसन्नता
-सीएम योगी बोले: 7 वर्ष में पुलिस बल में एक लाख साठ हजार कार्मिकों की हुई नियुक्ति,
—पुलिस बल के लिए उपलब्ध संसाधनों में भी की गई अपार वृद्धि
-पिछले 7 वर्षों के दौरान पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है: सीएम योगी
-पुलिस सेवा में चुनौतियां कभी खत्म नहीं होती हैं, पुलिस बल को हमेशा डटकर खड़े रहना और कर्तव्य की वेदी पर स्वयं को अर्पण करना ही होता है: सीएम योगी
-सभी 74 पुलिस उपाधीक्षकों को ‘दुनिया के सबसे बड़े सिविल पुलिस बल’ में भर्ती होने से पूर्व विधि, मानव विकार, साइबर क्राइम, भाषा समेत 3 नए कानून का दिया गया प्रशिक्षण*
-सीएम योगी ने सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय को आंतरिक प्रशिक्षण, उदित नारायण पालीवाल को बाह्य प्रशिक्षण तथा ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से प्रखर पाण्डेय को किया सम्मानित
74 पुलिस उपाधीक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को विधि, मानव विकार, साइबर क्राइम, भाषा समेत 3 नए कानून के विशिष्ट प्रशिक्षण दिया गया है। सीएम योगी ने कहा कि हम जानते हैं हमारी वर्दी धारी बलों के बारे में कहा जाता है जितना पसीना बहाओगे उतना ही कम रक्त बहाने की स्थिति आएगी। दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का आप हिस्सा बनने जा रहे हैं इसके लिए आप अभिनंदन के पात्र हैं। हमें कानून परिवर्तन के भविष्य के लिए निरंतर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। जांच व दंड के पुराने मानदंडों से बाहर निकलकर आधुनिक फॉरेंसिक तकनीक और साक्ष्य का उपयोग करना न केवल न्याय की दृष्टि से बेहतर है बल्कि इस प्रक्रिया से न्याय में होने वाले अपव्यय की रोकथाम होगी।
इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेस की स्थापना भी की गई है।
सीएम योगी ने कहा कि आप पुलिस बल में एक जिम्मेदार पद पर नियुक्त हो रहे हैँ। अपराध नियंत्रण के साथ ही कानून व्यवस्था का पालन कराकर पीड़ित व्यक्ति को न्याय प्रदान करने लिए भी आपकी सक्रिय भूमिका होगी। आपसे हम इस बात की अपेक्षा करते हैं कि आम जनमानस की सुरक्षा समाज में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने व मित्र पुलिस की छवि को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आप सबको अपना शत प्रतिशत योगदान देना होगा। अपने कर्तव्य पालन के दौरान कठोरता के साथ विनम्रता के अद्भुत समन्व्य को बनाए रखना होगा। कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और सत्यनिष्ठा का उदाहरण आप सभी स्थापित करेंगे।
पुलिस सेवा में खत्म नहीं होंगी चुनौतियां
सीएम योगी ने कहा कि पुलिस सेवा में चुनौतियां कभी खत्म नहीं होती हैं। पुलिस बल को हमेशा मुकाबले में डटकर खड़े रहना और कर्तव्य की वेदी पर स्वयं को अर्पण करना ही होता है। समाज के आम जनमानस में पुलिस की यूनीफॉर्म को देखकर सुरक्षा और विश्वास का भाव जाग्रत होना चाहिए। आपको उनके विश्वास को सही साबित करना है। उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है। आपकी दक्षता और कर्तव्यपरायणता ही किसी पीड़ित की पीड़ा को कम कर सकती है, उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकती है। एक संवेदनशील पुलिस अधिकारी के लिए शीर्ष आयामों की कोई कमी नहीं है। वे चाहें तो अपने आचरण से जनमानस की कसौटियों पर खरा उतरते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा का ईमानदारी से पालन कर सकते हैं।
सुदृढ़ कानून व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
सीएम योगी ने आगे कहा कि किसी भी प्रदेश में सुशासन की नींव, अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था की स्थापना से मजबूत होती है। यह तभी मजबूत हो सकता है जब प्रदेश में उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था और व्यवसायिक रूप से दक्ष संवेदनशील पुलिस बल हो। सुदृढ़ कानून व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए हमारे सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति प्रभावी है। पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ करने करने के लिए हमारी सरकार ने अनेक रिफॉर्म किए हैं, पुलिस का आधुनीकिकरण किया है। पिछले 7 वर्ष में पुलिस बल में नई भर्तियों को लेकर संसाधनों की उपलब्धता में अपार वृद्धि हुई है। पुलिस बल को सुदृढ़ करने के लिए एक लाख साठ हजार कार्मिकों की भर्ती की गई है। अभी हाल ही में आपने देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में साठ हजार दो सौ से अधिक पदों पर चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए लिखित परीक्षा सफलतापूर्वक करायी गई है। पिछले 7 वर्षों के दौरान पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण के लिए लखनऊ, गोरखपुर व बदायूं में महिला पीएसी बटालियन की स्थापना का कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ा है।
बेंचमार्क के हिसाब से सिलेक्शन प्रक्रिया को किया पूरा
सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए रिफॉर्म्स और आधुनिकीकरण के अभियान का हिस्सा है। पिछले साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश के अंदर कोई दंगा नहीं हुआ, पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक आयोजित हो रहे हैं। कहीं भी कोई अराजकता और गुंडागर्दी की कोई गुंजाइश नहीं है, बल्कि आज उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है। स्वभाविक रूप से प्रदेश में हमने जो एक बेंचमार्क रखा था कि हर हाल में लगभग 20 फीसदी महिला कार्मिक हो। ऐसे में, मुझे प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन से सिलेक्शन प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसमें 18 डिप्टी एसपी प्रदेश की बेटियां बनी हैं। मैं विशेष रूप से उन्हें और उनके अभिभावकों का अभिनंदन करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि दक्ष, न्यायप्रीय, पारदर्शी, जवाबदेह, जनसेवा के प्रति निष्ठावान, संवेदनशील पुलिस बल की स्थापना के लिए आपका प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
नवनियुक्त उपाधीक्षकों ने परेड में किया कौशल का प्रदर्शन
डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ हुआ जिसके बाद सीएम योगी ने परेड की सलामी ली। उनकी उपस्थिति में दीक्षांत समारोह में नवनियुक्त पुलिस उपाधीक्षकों ने शपथ ली। विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल के तौर पर कार्यरत उत्तर प्रदेश पुलिस के नवनियुक्त उपाधीक्षकों ने परेड में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस बैंड द्वारा ‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा’ जैसे राष्ट्रभक्ति गीत समेत परेड धुनों का वादन किया गया। परेड का नेतृत्व उदित नारायण पालीवाल ने किया। वहीं, परेड में नवनियुक्त उपाधीक्षकों की विभिन्न टोलियों ने हिस्सा लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। इनका नेतृत्व आयुषी सिंह, प्रखर पाण्डेय, रोहन चौरसिया व अन्य ने किया। आंतरिक कक्षीय प्रशिक्षण में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाली सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय, बाह्य कक्षीय प्रशिक्षण में उदित नारायण पालीवाल तथा अंतर कक्षीय व बाह्य कक्षीय विषयों को सम्मिलित कर अकादमी का सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीतने वाले प्रखर पाण्डेय को सीएम योगी ने सम्मानित किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, महानिदेशक (प्रशिक्षण) तिलोत्तमा वर्मा, अपर महानिदेशक राजीव सभरवाल समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, चयनित उपाधीक्षक व उनके के परिजनों समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।