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Sunday, September 14, 2025

प्रयागराज महाकुंभ में लागू होगा ‘डिजिटल अटेंडेंस’ सिस्टम, AI बेस्ड मोबाइल ऐप

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लखनऊ /अदिति सिंह। उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार (yogi government) ने महाकुंभ मेला-2025 के आयोजन को लेकर विभिन्न प्रकार की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 14 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले के आयोजन में अब 6 महीने का ही समय शेष रह गया है। विश्व भर से इस विराट आयोजन में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों की तैनाती होगी। ऐसे में, उनकी दैनिक उपस्थिति को सुनिश्चित करने और रियल टाइम एसेसमेंट करने के लिए योगी सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लेने जा रही है। सीएम योगी के विजन अनुसार, महाकुंभ मेले में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम का विकास किया जाएगा जो फेशियल रिकग्नीशन बेस्ड मोबाइल ऐप के जरिए काम करेगा। इस ऐप को एंड्रॉयड व आईओएस फॉर्मैट पर कार्य करने के लिए विकसित किया जाएगा। यह योजना 8 महीने के प्रोजेक्ट पीरियड के लिए संचालित होगी, जिसके विकास के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की जरूरतों के हिसाब से उत्तर प्रदेश सिस्टम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) ने तैयारी शुरू कर दी है।

-महाकुंभ मेला-2025 में सेवाएं देने वाले सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति का रियलटाइम एसेसमेंट
-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड सिस्टम का खासतौर पर महाकुंभ के लिए होगा विकास, यूपीडेस्को ने शुरू की तैयारी
-फेशियल रिकग्नीशन समेत विभिन्न सुविधाओं से युक्त होगा मोबाइल ऐप, इसी ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे कर्मचारी

-8 महीने के प्रोजेक्ट पीरियड के लिए शॉर्ट टर्म नोटिस किया गया जारी
-4 चरणों में सिस्टम के विकास की प्रक्रिया होगी पूरी,
.महाकुंभ व प्रयागराज में कार्यरत विभिन्न सरकारी विभागों के कर्मचारियों को ऐप से जोड़ा जाएगा

यूपीडेस्को ने महाकुंभ मेला-2025 में सेवाएं देने वाले विभिन्न सरकारी महकमों के कर्मचारियों-अधिकारियों के रेगुलर अटेंडेंस के लिए एआई बेस्ड मोबाइल ऐप के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए शॉर्ट टर्म नोटिस यूपीडेस्को द्वारा जारी किया गया है। यूपीडेस्को में पहले से इंपैनल्ड कंपनियों को चयनित कार्यावंटन होगा जिसके बाद उसे सिस्टम व ऐप के डेवलपमेंट, टेस्टिंग, ऑपरेशन व मेंटिनेंस प्रक्रिया को पूर्ण करना होगा। इस प्रक्रिया को 4 चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में किक ऑफ प्रेजेंटेशन व टीम मोबलाइजेशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस प्रक्रिया को कार्यावंटन के बाद 7 दिनों के भीतर पूरा करना होगा। वहीं दूसरे चरण में डिजायन, डेवलपमेंट, इंप्लिमेंटेशन, कॉन्फिगरेशन व तथा एप्लिकेशन की टेस्टिंग प्रक्रिया को भी पूर्ण किया जाएगा। इस कार्य को पूरा करने के लिए 15 दिन का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रक्रिया में इंसेप्शन रिपोर्ट, प्रोजेक्ट प्लान, सॉफ्टवेयर रिक्वायरवमेंट स्पेसिफिकेशन (एसआरएस), कैपेसिटी बिल्डिंग प्लान, केस टेस्टिंग, कॉन्फिगरेशन रिपोर्ट, डिप्लॉयमेंट, टेस्टिंग व कमीशनिंग प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।

गो लाइव रिपोर्ट व यूएटी प्रक्रिया पूरी होने पर रोलआउट होगा ऐप

मोबाइल ऐप के विकास के बाद डिप्लॉयमेंट, टेस्टिंग व कमीशनिंग प्रक्रिया को पूरा करने के बाद गो लाइव रिपोर्ट व यूजर एक्सेप्टेंस टेस्टिंग (यूएटी) प्रक्रिया पूरी होने के बाद ऐप रोलआउट होगा। कार्यावंटन के बाद 25 दिनों के भीतर निर्धारित एजेंसी को इस प्रक्रिया को पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है। इसके बाद, चौथी प्रक्रिया के तौर पर रेगुलर ऑपरेशन व मेंटिनेंस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इस प्रक्रिया को मासिक या फिर आवश्यकता अनुसार पूरा किया जाएगा। साथ ही, पाक्षिक तौर पर प्रॉग्रेस रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। इश्यू लॉगिंग व रिजोल्यूशन रिपोर्ट के आधार पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। कस्टमाइज्ड एमआईएस रिपोर्ट, एटेंडेंस मॉनिटरिंग रिपोर्ट तथा नोटिफिकेशन व अलर्ट रिपोर्ट प्रक्रिया को भी पूर्ण किया जाएगा।

प्रत्येक विभाग द्वारा एक नोडल अधिकारी करेंगे उपस्थिति सुनिश्चित

प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा विभिन्न मेला/सरकारी विभागों के कर्मचारियों को स्टाफ/पर्यवेक्षकों के रियल टाइम एसेसमेंट के लिए यूपीडेस्को से सिस्टम विकास की प्रक्रिया को पूरा कराया जा रहा है। मोबाइल फोन पर इंस्टॉल किए गए मोबाइल ऐप के माध्यम से नामांकन करने और अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए यह प्रक्रिया पूरी की जा रही है। महाकुंभ मेले के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त अटेंडेंस सिस्टम पहले से मौजूद डेटाबेस से ली गई छवि की चयनित चेहरे की विशेषताओं की तुलना के माध्यम से लाइव वातावरण से किसी व्यक्ति की स्वचालित पहचान और सत्यापन में मदद करेगा। प्रत्येक विभाग द्वारा एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा जो अपने-अपने विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मॉनिटरिंग करेगा।

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