नई दिल्ली /अदिति सिंह। दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) सांस्कृतिक परिषद के सहयोग से लक्ष्मीबाई कॉलेज में इंटर कॉलेजिएट वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 6 और 7 नवंबर को लक्ष्मीबाई कॉलेज के गार्गी हॉल में क्या संसदीय बयानों को न्यायिक जांच से गुजरना चाहिए?विषय पर इस कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मीबाई कॉलेज की डिबेटिंग और पब्लिक स्पीकिंग सोसायटी, शास्त्रार्थ द्वारा किया गया। इस मौके पर दिल्ली विश्वविद्यालय सांस्कृतिक परिषद के चेयरपर्सन एवं पीआरओ अनूप लाठर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और ऐसे आयोजनों में भाग लेने के लिए सभी विद्यार्थियों प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर प्रो. फ्लाविया सतारा विशिष्ट अतिथि एवं सांस्कृतिक परिषद के डीन प्रो. रविंदर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और अपने-अपने बहुमूल्य विचार प्रकट किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्रिंसिपल प्रो. प्रत्यूष वत्सला ने की। श्रीमती पुष्पा शर्मा, श्रीमती सुष्मिता रे एवं डॉ. विश्व रमन निर्मल निर्णायक मंडल में शामिल रहे।
दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रतियोगिता में विभिन्न कॉलेजों से 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपने तर्कों से सभी का ज्ञानवर्धन किया। लक्ष्मीबाई कॉलेज की श्रेया बंसल एवं महक खानम ने प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में प्रिंसिपल प्रो. प्रत्यूष वत्सला ने अतिथियों का आभार जताया और रत्नाकर कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतियोगिता में लक्ष्मीबाई कॉलेज प्रथम, दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स & कॉमर्स द्वितीय और सेंट स्टीफंस कॉलेज तृतीय स्थानों पर रहे।