लखनऊ/ विनोद मिश्रा। केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि लखनऊ का रामायण काल से महत्व है। प्रभु श्रीराम के बंधु लक्ष्मण जी के नाम से यह शहर है। योगी जी ने यूपी के विकास को अच्छी दृष्टि दी है। मैंने उन्हें बताया कि 2004 से मैं एथेनॉल की बात करता था। अब यूपी के एथेनॉल से केवल गाड़ी ही नहीं, बल्कि आने वाले समय में दुनिया में हवाई जहाज एविएशन फ्यूल (aviation fuel) बनकर चलेगा। इंडियन ऑयल (Indian oil) इसका प्लांट डाल रहे हैं, जिससे किसान अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता बनेगा। गन्ना किसानों का भविष्य बदलने के लिए मोदी-योगी सरकार की नीतियों व निर्णय से काफी फायदा मिला। उन्हें समय से गन्ने के पैसे मिलने लगे। एथेनॉल, मिथेनॉल, बायो सीएनजी, हाइड्रोजन हमारा भविष्य है। आने वाले समय में यूपी हाइड्रोजन निर्माण करने में अग्रसर हो। हमारा देश ऊर्जा को आयात नहीं, निर्यात करने वाला देश बनेगा।
—एथेनॉल, मिथेनॉल, बायो सीएनजी, हाइड्रोजन भविष्य
—2024 तक यूपी में करीब पांच लाख करोड़ के कार्य पूरे होंगे
—सीएम योगी, राजनाथ सिंह की मौजूदगी में किया उदघाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) व केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के साथ सोमवार को लखनऊ में 3300 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। साथ ही उन्होंने लखनऊ वासियों के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर नए फ्लाईओवर समेत कई घोषणाएं भी कीं। गडकरी ने कहा कि यूपी के विकास को सीएम योगी ने नई दृष्टि दी है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि 2024 तक यूपी में पांच लाख करोड़ रुपये के कार्य पूरे होंगे।
गडकरी ने कहा कि पिछली बार जब लखनऊ आया था तो मोदी जी के नेतृत्व में यूपी के विकास के लिए काफी बड़ा निवेश यूपी में आया था। योगी जी ने जिन्हें बुलाया था, उन्होंने आश्वस्त किया था कि यूपी में बड़ी पूंजी निवेश करेंगे। आज योगी जी बता रहे थे कि करीब 10 लाख करोड़ से यहां नए-नए उद्योग शुरू होने जा रहे हैं। एक समय यूपी बीमारू था पर योगी जी के नेतृत्व में आज यूपी का विकास हो रहा है। यूपी का विकास करते समय यह निवेश आना चाहिए। औद्योगिक विकास होना चाहिए। इसके लिए निश्चित रूप से अच्छी रोड की आवश्यकता है।
पीएम मोदी ने सबके सामने यह उद्देश्य रखा है कि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी व भारत को आत्मनिर्भर, सुखी-समृद्ध व शक्तिशाली बनाना है। इसके लिए हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर अंतरराष्ट्रीय स्तर का होना चाहिए। सरकार आने पर मोदी जी ने सर्वोच्च प्राथमिकता इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट के लिए दी। 9 साल में मुझे जो विभाग देखने को मिला, उसका जब हिसाब किया तो 50 लाख करोड़ रुपये का कार्य करने का सौभाग्य मिला। यह कार्य करने से लोगों का जीवन सशक्त बनेगा। समय बचेगा और प्रदूषण कम होगा।
देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए काफी मददगार यह परिवर्तन
गडकरी ने कहा कि शुरू में लोग विश्वास नहीं करते थे। दिल्ली से देहरादून जाने में 9 घंटे लगते हैं। मैंने कहा कि दो घंटे में ले जाएंगे। दिल्ली से हरिद्वार डेढ़ घंटे, दिल्ली से मुंबई 12 घंटे, दिल्ली से जयपुर दो घंटे और दिल्ली से चंडीगढ़ सवा दो घंटे लग रहे हैं। चंडीगढ़ से मनाली जाने में नौ घंटे लगते थे। अब हमने टनल बना लिए, इसका उद्घाटन कर रहे हैं, अब तीन घंटे में जाएंगे। बेंगलुरू से चेन्नई अब दो घंटे और मैसूर से बेंगलुरु जाने में 1.10 घंटा लगेगा। यह परिवर्तन देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए काफी मददगार है। मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि 2024 समाप्त होने तक यूपी में करीब पांच लाख करोड़ रुपये के कार्य पूरे करेंगे और कुछ कार्यों का शुभारंभ करेंगे। 2014 से 2023 तक डेढ़ लाख करोड़ से छह हजार किमी. के रोड का काम पूरा किया। करीब सवा लाख करोड़ का तीन हजार किमी का काम चल रहा है। करीब 80 हजार करोड़ का 3300 किमी. का डीपीआर बन रहे हैं। आने वाले फ्यूचिरिस्टिक प्लानिंग में 1.50 लाख करोड़ की 120 परियोजनाओं का अध्ययन कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि यूपी की सड़कें बहुत अच्छी बन गई हैं। मोदी जी के नेतृत्व में 2014 व 2017 में यूपी में योगी जी के नेतृत्व में सरकार आई तो यहां की तस्वीर बदली। है।
कानपुर से लखनऊ तक ग्रीन एक्सप्रेसवे हाइवे बना रहे
कानपुर से लखनऊ तक 63 किमी. का 5 हजार करोड़ का ग्रीन एक्सप्रेसवे हाइवे बना रहे। 25 फीसदी काम हो गया है। 2025 से पहले यह काम हो जाएगा। इससे कानपुर से लखनऊ की दूरी आधा घंटे हो जाएगी। कानपुर में शुक्लागंज से शुरू होकर लखनऊ रिंग रोड तक बनेगा। इसके साथ यूपी के विकास के लिए महत्वपूर्ण भोपा-कानपुर इकॉनमिक कॉरिडोर 12 हजार करोड़ की लागत से 411 किमी. फोरलेन है। सागर से कबरई तक और कबरई से कानपुर तक, कानपुर से भोपाल की दूरी जो 15 घंटे लगती थी, वह सात घंटे में पूरी होगी। कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और भोपाल में अच्छी कनेक्टिवटी हो जाएगी।
सिक्सलेन ग्रीन एक्सप्रेसवे हाइवे बना रहे
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि योगी के कहने पर गोरखपुर से सिलीगुड़ी (25 हजार करोड़) का सिक्सलेन ग्रीन एक्सप्रेसवे हाइवे बना रहे हैं। इसके भूमि पूजन के लिए गोरखपुर जाऊंगा। इसका डीपीआर जल्द बन जाएगा। गोरखपुर से शामली का ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे 35 हजार करोड़ (इसका डीपीआर840 किमी.का बन रहा है)। इसके भी टेंडर निकलेंगे। यह गोरखपुर, बहराइच, बलरामपुर, अयोध्या, सीतापुर, शाहजहांपुर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, मेरठ से शामली तक बनेगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली मेरठ व दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे व गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इससे यूपी में बहुत बड़ी लाइफलाइन बन जाएगी।
वाराणसी से कोलकाता तक 25 हजार करोड़ से नया ग्रीनफील्ड हाइवे बना रहे हैं। यह चंदौली से शुरू होकर बिहार, झारखंड होते कोलकाता जाएगा। वाराणसी से हावड़ा की दूरी सात घंटे में पूरा करेंगे।
5000 करोड़ रुपये से बनेगा इकॉनमिक कॉरिडोर
गडकरी ने कहा कि 5000 करोड़ रुपये से वाराणसी, औरंगाबाद, चोरदाहा इकॉनमिक कॉरिडोर का काम दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। गाजीपुर से बलिया माझीघाट ग्रीन फील्ड लिंक्ड एक्सप्रेसवे, यह बलिया को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जोड़ने के लिए छह हजार करोड़ की लागत से 135 किमी. की लागत से चार लेन, ग्रीन फील्ड बलिया लिंक एक्सप्रेसवे बना रहे हैं। यह रोड गाजीपुर, बलिया, बिहार के लिए उपयोगी होगी। दिल्ली-देहरादून का उद्घाटन दिसंबर के पहले कर रहे हैं। 12 हजार करोड़ का यह हाइवे दिल्ली से देहरादून दो घंटे में सफर होगा। जो बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर तक 162 किमी. का काम सितंबर तक पूरा होगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की बड़ी घोषणाएं
—इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर फ्लाईओवर को दी मंजूरी
—गोसाईगंज- बनी मोहान मार्ग (लखनऊ) पर आरओबी
—सीतापुर आरओबी (बिसवां-सीतापुर स्टेशन)
—सीतापुर आरओबी
—आरओबी ( लखनऊ-सीतापुर रोड पर सिधौली कस्बा) को मिली मंजूरी। इससे नैमिषारण्य जाने में आसानी होगी।