—हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की चेतावनी, आपत्तिजनक विज्ञापन हटाएं कंपनी
— वेदांत फैशन्स लिमिटेड ब्रांड हिन्दुओं से क्षमा मांगे नहीं तो देशब्यापी आंदोलन
मुंबई /टीम डिजिटल : वेदांत फैशन्स लिमिटेड कंपनी के मान्यवर नामक कपडों के ब्रांड द्वारा हिन्दुओं की धार्मिक कृतियों के विषय में दुष्प्रचार करने वाला विज्ञापन प्रसारित किया गया है, इसके खिलाफ हिंदू संगठनों में भारी गुस्सा है। विज्ञापन में हिन्दू विवाह संस्कार में कन्यादान नहीं अपितु कन्यामान कहें’, ऐसा आवाहन किया गया है, जो अत्यधिक आपत्तिजनक और हिन्दुओं की धार्मिक भावना आहत करने वाला है । इस विज्ञापन के कारण व्यापक और उच्च मूल्य संवर्धित करनेवाली धार्मिक विधि के विषय में लोगों में जानबूझकर भ्रांति फैलाई जा रही है। इस विज्ञापन का विरोध करने के लिए हिन्दुत्ववादी संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं । वेदांत फैशन्स लिमिटेड कंपनी हिन्दुओं से बिना शर्त क्षमा मांग कर ‘मान्यवर’ ब्रांड का विज्ञापन तत्काल हटाएं, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने की। वे विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा आज वाशी, नवी मुंबई के ‘मान्यवर’ शो रूम के समक्ष किए प्रदर्शन के समय बोल रहे थे।
इस समय हिंन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के प्रतिनिधियों समेत हिन्दू धर्मप्रेमियों ने हाथ में निषेध फलक पकडकर लोगों में जनजागृति की। यह विज्ञापन हटाकर जब तक क्षमा नहीं मांगी जाती, तब तक हिन्दू समाज मान्यवर ब्रांड का बहिष्कार करे, ऐसा आवाहन हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने किया है।
मान्यवर’ द्वारा प्रसारित विज्ञापन में हिन्दुओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया है।विज्ञापन द्वारा कन्यादान किस प्रकार अनुचित है ?, पुरातनवादी है, साथ ही दान करने के लिए क्या कन्या कोई वस्तु है ? ऐसे संभ्रम निर्माण करनेवाले प्रश्न उपस्थित किए गए हैं । कन्यादान नहीं अपितु कन्यामान’, ऐसा सीधे परंपरा बदलने का आवाहन किया है। मूलत: अन्य किसी भी धर्म में स्त्रियों का सम्मान नहीं किया जाता, इसके विपरीत हिन्दू धर्म में आदिशक्ति के रूप में स्त्री की पूजा की जाती है । ऐसा होते हुए भी उस विषय में भ्रामक संदेश फैलाने वाली वेदांत फैशन्स लिमिटेड कंपनी अन्य धर्माें में महिलाओं के विषय में लागू अनुचित प्रथा-परंपराओं के विषय में प्रबोधन करने वाला विज्ञापन प्रसारित करने का साहस करके दिखाए । डॉ. धुरी ने कहा कि मान्यवर ब्रांड द्वारा विज्ञापन न हटाने पर भविष्य में भी तीव्र आंदोलन किए जाएंगे। उधर, इस संबंध में वेदांत फैशन्स लिमिटेड का पक्ष जानने के लिए कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो सकी।