नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल के नेता नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत कर दिया। नई सरकार का शपथग्रहण समारोह रविवार की शाम को होगा। राष्ट्रपति भवन ने देर रात समय का भी ऐलान कर दिया। राष्ट्रपति भवन के मुताबिक राष्ट्रपति 9 जून को शाम 7 बजकर 15 मिनट पर नरेन्द्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों को शपथ दिलायेंगी।
इससे पहले मोदी ने शुक्रवार शाम यहां राष्ट्रपति भवन में मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति मुर्मू ने मोदी को मनोनयन पत्र सौंपा। भाजपा नीत राजग के नेताओं ने मुर्मू से मुलाकात की और मोदी के लिए समर्थन पत्र सौंपा। मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुना गया है। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मीडिया से बातचीत में मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया है। मोदी ने कहा, राष्ट्रपति ने मुझे मनोनीत प्रधानमंत्री के रूप में काम करने के लिए कहा है और उन्होंने मुझे शपथ समारोह के लिए आमंत्रित किया है।
—राष्ट्रपति ने मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया, रविवार की शाम होगा शपथग्रहण समारोह
—भाजपा प्रमुख नड्डा ने राष्ट्रपति को भाजपा संसदीय दल के नेता के रूप में मोदी के चयन से संबंधित एक पत्र सौंपा
मोदी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि नौ जून का दिन शपथग्रहण के लिए उचित रहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन रविवार को शपथग्रहण समारोह का विवरण तैयार करेगा और तब तक वह मंत्रिपरिषद की सूची राष्ट्रपति को सौंप देंगे। मोदी ने कहा, यह 18वीं लोकसभा उन सपनों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जब देश 2047 में स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा। उन्होंने कहा कि यह 18वीं लोकसभा नयी ऊर्जा, युवा ऊर्जा का सदन है तथा लोगों ने राजग सरकार को एक और मौका दिया है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने 293 सीट पर जीत दर्ज की और 543 सदस्यीय सदन में बहुमत हासिल किया।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी प्रमुख जे पी नड्डा ने राष्ट्रपति को भाजपा संसदीय दल के नेता के रूप में मोदी के चयन से संबंधित एक पत्र सौंपा। राजग नेताओं ने भी अपने समर्थन पत्र सौंपे। राष्ट्रपति भवन के अनुसार, राष्ट्रपति ने प्राप्त विभिन्न समर्थन पत्रों के आधार पर पाया कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग गठबंधन नवगठित 18वीं लोकसभा में बहुमत प्राप्त करने तथा एक स्थिर सरकार बनाने की स्थिति में है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री मनोनीत किया जाता है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में 543 सदस्यीय लोकसभा में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं, यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 293 सीटें मिली हैं। राजग की सीटों की संख्या बहुमत के जादुई आंकड़े से अधिक है। गठबंधन में चंद्रबाबू की टीडीपी 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करने वाले दल का नेतृत्व नड्डा ने किया
मुर्मू से मुलाकात करने वाले राजग प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। इसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, अश्विनी वैष्णव और सी एन मंजूनाथ (सभी भाजपा से), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, जद(यू) नेता नीतीश कुमार, राजीव रंजन सिंह और संजय झा, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी, लोजपा (आरवी) नेता चिराग पासवान, हम(एस) नेता जीतन राम मांझी, जनसेना नेता पवन कल्याण, राकांपा नेता अजित पवार, अपना दल(एस) नेता अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी, यूपीपीएल नेता जोयंत बसुमतारी, अगप नेता अतुल बोरा, एसकेएम नेता इंद्र हैंग सुब्बा, एजेएसयू नेता सुदेश महतो और चंद्र प्रकाश चौधरी और आरपीआई (ए) से रामदास आठवले शामिल थे। नड्डा ने राष्ट्रपति को एक पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया कि मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता चुना गया है। राजग नेताओं ने भाजपा के समर्थन में अपने पत्र भी राष्ट्रपति मुर्मू को सौंपे।