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Monday, October 13, 2025

BJP का दावा, कांग्रेस सरकार के दौरान राफेल डील में जमकर भ्रष्टाचार हुआ

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–बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर किया पलटवार
— राफेल के भ्रष्टाचार की आज सारी सच्चाई सामने आ गई : संबित पात्रा
— इंडियन नेशनल कांग्रेस का असली मतलब अब ‘आई नीड कमीशन हो गया

नई दिल्ली /अदिति सिंह: भारतीय जनता पार्टी (BJP)  ने राफेल पर कांग्रेस की यूपीए सरकार में हुए भ्रष्टाचार के नये खुलासे को लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर करारा पलटवार किया है। साथ ही कहा कि फ्रांसीसी पोर्टल मीडिया पार्ट ने जब पहले राफेल में भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाये थे तो कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर बढ़-चढ़ कर आरोप लगाए थे और सरकार को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया था। जबकि, सुप्रीम कोर्ट और कैग को भी राफेल की गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट डील में कोई कमी या खामी नजर नहीं आई थी। झूठ बोलने के लिए राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से माफी भी मांगनी पड़ी थी।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि
2019 के आम चुनावों से पहले विपक्षी दलों ने, खासकर कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रकार से एक झूठा माहौल बनाने की चेष्टा राफेल को लेकर किया था वो सभी ने देखा था। उनको लगता था कि इससे उनको कोई राजनीतिक फायदा होगा। लेकिन, देश की जनता ने उन्हें सच्चाई का आईना दिखाते हुए भाजपा को बहुमत दिया। फ्रांसीसी पोर्टल के ताजा खुलासे में यह सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार के दौरान राफेल डील में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। आज जब मीडिया पार्ट ने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से सच्चाई को सामने रखा है तो दिल दहल जाता है यह जानकर कि राफेल का विषय कमीशन की कहानी थी और बहुत बड़े घोटाले की साजिश थी, यह पूरा मामला 2007 से 2012 के बीच हुआ।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राफेल के भ्रष्टाचार की आज सारी सच्चाई सामने आ गई है। जो भी भ्रष्टाचार हुआ, कांग्रेस की यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 2007 से 2012 के बीच हुआ है। कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी ने राफेल डील में कमीशन के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और कमीशन का विश्व रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने कहा कि अब ये पता चल गया है कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के 10 वर्षों में राफेल डील इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि कमीशन पर बात नहीं बनी। एग्रीमेंट फॉर कमीशन कांग्रेस के कालखंड में एग्रीमेंट ऑफ पर्चेज तो हमने देखा नहीं, लेकिन एक एग्रीमेंट ऑफ कमीशन जरूर हमारे सामने आ गया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा 40 प्रतिशत कमीशन की बात चल रही थी। यह कमीशन का एग्रीमेंट है और आप झूठ बोल रहे थे इस बात पर, उल्टा चोर चौकीदार को डांट रहा था। कमीशन खाने की साजिश नहीं थी बल्कि कांग्रेस सरकार में कमीशन दिया जा चुका है।

इंडियन नेशनल कांग्रेस का असली मतलब अब ‘आई नीड कमीशन हो गया

डॉ पात्रा ने आरोप लगाया कि आईएनसी (इंडियन नेशनल कांग्रेस) का असली मतलब अब ‘आई नीड कमीशन हो गया है। ये बिना कमीशन के कुछ नहीं करते। ये सिलसिला आज का नहीं है। जबसे कांग्रेस पार्टी है तबसे ‘आई नीड कमीशन है। जीप घोटाला, बोफोर्स घोटाला, एयरबस घोटाला, सबमरीन घोटाला, हेलीकॉप्टर घोटाला, टेट्रा ट्रक घोटाला, जहां कमीशन वहां कांग्रेस। कल ये खुलासा हुआ है कि 2007 से 2012 के बीच में राफेल में ये कमीशनखोरी हुई है, जिसमें बिचौलिए का नाम भी सामने आया है- सुषेण गुप्ता। यह कोई नया खिलाड़ी नहीं है। ये पुराना खिलाड़ी है, जिसे अगस्ता वेस्टलैंड केस का किंगपिन माना जाता है। एक मिडिलमैन जो कि अगस्ता वेस्टलैंड केस में बिचौलिया था, वो 2007 से 2012 के बीच राफेल केस में घूस में बिचौलिया था। बहुत ज्यादा इत्तेफाक हकीकत होती है।

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राफेल को लेकर राहुल गांधी ने भ्रम फैलाया

डॉ पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जवाब दें कि राफेल को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश आपकी पार्टी ने इतने वर्षों तक क्यों किया? राहुल गांधी शायद हिंदुस्तान में नहीं है। वे विदेश में हैं। वे जवाब दें कि भ्रम फैलाने की कोशिश उनकी पार्टी ने क्यों की? क्यों झूठ बोला? यूपीए की सरकार के 10 साल तक भारतीय वायुसेना के पास फाइटर एयरक्राफ्ट नहीं थे। 10 साल तक सिर्फ समझौता किया गया और डील को अटकाए रखा गया। ये समझौता सिर्फ कमीशन के लिए अटकाए रखा गया। ये समझौता एयरक्राफ्ट के लिए नहीं हो रहा था बल्कि कमीशन के लिए हो रहा था। उल्टा चोर चौकीदार को डांट रहा था।

बिना कमीशन कोई डील कांग्रेस के काल में नहीं हो पाई : भाजपा

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बिना कमीशन, हिंदुस्तान की सुरक्षा के लिए कोई डील कांग्रेस के काल में नहीं हो पाई। कांग्रेस की यूपीए सरकार के कार्यकाल में हल डील के अंदर एक डील होती थी और फिर भी डील नहीं हो पाती थी। 65 करोड़ रुपये कमीशन लेने के बाद भी यह जो नेगोसिएशन हो रही थी वह पूरी नहीं हो सकी क्योंकि इतने में शायद परिवार संतुष्ट नहीं था। गौरतलब है कि फ्रांसीसी ऑनलाइन पत्रिका ने दावा किया है कि डसॉल्ट एविएशन ने इस डील के लिए कांग्रेस की यूपीए सरकार के कार्यकाल में भारतीय बिचौलिए सुशेन गुप्ता को कम से कम 65 करोड़ रुपये दिए गए, ताकि कंपनी, भारत के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा हासिल कर सके।

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