बूथ मजबूत करने के लिए जमीन पर उतरेगी बीजेपी
–पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडू सहित चुनावी राज्यों पर फोकस
–मिशन-2024 के लिए पार्टी ने बनाया बड़ा प्लान, पहनाएंगे अमलीजामा
–120 दिनों के विशेष प्रवास पर 5 दिसम्बर को निकलेंगे जेपी नड्डा
–हर राज्यों में कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे बैठक, बनेगी रणनीति
नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : बिहार चुनाव जीतने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी का अगला और मुख्य टारगेट पश्चिम बंगाल है, जहां अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा कुछ और चुनावी राज्य (केरल, पश्चिम बंगाल, असम, पुदुच्चेरी और तमिलनाडु) है जहां, पार्टी विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने जा रही है। इन राज्यों के साथ ही मिशन-2024 पर भी पार्टी का ध्यान केंद्रित करके आगे बढ़ेगी,जिसके लिए पार्टी ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी तैयारी की है। इसके तहत बूथ स्तर, जिला एवं प्रदेश स्तर पर बड़े आयोजन किए जाएंगे। इसकी मेजबानी खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा करने वाले हैं। पार्टी ने उनका 4 महीने का प्रवास बनाया है, जिसके तहत वह 120 दिनों तक उक्त राज्यों में पार्टी की जमीन मजबूत करेंगे। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा दिसंबर के शुरुआत 05 दिसंबर से होगा, जिसके लिए उत्तराखंड राज्य चुना गया है। यहीं से 120 दिनों के विस्तृत राष्ट्रीय प्रवास कार्यक्रम का श्रीगणेश होगा। जेपी नडडा इस कार्यक्रम के तहत देश के लगभग सभी राज्यों का दौरा कर देश भर में पार्टी की मजबूती और सांगठनिक विस्तार के कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। कार्यक्रम के लिए कोविड-19 गाइडलाइंस के सभी नियमों का अनुपालन किया जाएगा। प्रत्येक कार्यक्रम व बैठक स्थल पर टेम्प्रेचर देखने के यंत्र, फेस मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि की समुचित व्यवस्था होगी। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के विस्तृत राष्ट्रीय प्रवास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संगठनात्मक सुदृढ़ता, टीम भावना का विकास, भाजपा की राज्य सरकारों के लिए सकारात्मक छवि का निर्माण, पार्टी की गतिविधियों का व्यवस्थितिकरण, सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से जन-जागरुकता, 2024 चुनाव पर रणनीति का निर्माण, संवाद और पार्टी की वैचारिक दृष्टिकोण की स्पष्टता पर बल देना है।
बूथ समिति एवं मंडल की बैठक भी करेंगे जेपी नडडा
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत हर प्रदेश में बूथ अध्यक्ष से ऊपर तक के प्रदेश के सभी कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। साथ ही, वे हर प्रदेश में कम से कम एक बूथ की समिति और किसी एक मंडल की व्यवस्थित बैठक भी करेंगे। इसके अलावा हर प्रदेश में सोशल मीडिया वालंटियर मीटिंग भी करेंगे। प्रदेशों में प्रवास के दौरान समाज के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ भी चर्चा करेंगे। इसके अलावा प्रतिबद्धता पर आधारित संगठन के विस्तार और निर्माण पर भी इस प्रवास के दौरान गहन चर्चा होगी। इस प्रवास कार्यक्रम में 2024 में होने वाले चुनाव पर भी चर्चा होगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में जो सीटें नहीं जीती हैं, उस पर विशेष रणनीति बनाई जायेगी। इस प्रवास कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष के जो वरिष्ठ पदाधिकारियों, एनडीए गठबंधन के घटक दलों के साथी तथा प्रदेश के सामाजिक क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले व्यक्तियों के साथ भी संवाद करेंगे।
चुनावी राज्यों पर रहेगा मुख्य फोकस
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के मुताबिक इस अभियान के तहत मुख्य फोकस संगठन विस्तार, कार्यकर्ता संवाद और बूथ स्तर पर पार्टी की मजबूती पर रहेगा। केरल, पश्चिम बंगाल, असम, पुदुच्चेरी और तमिलनाडु जैसे चुनावी राज्यों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का एक और प्रमुख उद्देश्य बूथ स्तर पर पार्टी की मज़बूती और पार्टी की विचारधारा को जन-स्वीकृति दिलाने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूल-मंत्र पर चलते हुए चलाये जा रहे गरीब-कल्याण योजनाओं को भी समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है।
कई हिस्सों में बांटा गया है प्रवास कार्यक्रम
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के मुताबिक प्रवास कार्यक्रम को कई हिस्सों में बांटा गया है। संगठन की दृष्टि से बड़े राज्यों में राष्ट्रीय अध्यक्ष कम से कम तीन दिन और छोटे राज्यों में कम से कम दो दिन का प्रवास करेंगे। हर प्रदेश में प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। साथ ही, वे इन राज्यों में पार्टी की प्रगति और विभिन्न मोर्चे एवं गठित विभागों की कार्ययोजना, कार्यालय निर्माण, कार्यालयों के आधुनिकीकरण, ई-लाइब्रेरी, डॉक्यूमेंटेशन, बूथ स्तर पर पार्टी के निर्धारित कार्यक्रमों, कोर कमिटी के गठन व बैठकों एवं बूथ के कार्यक्रमों आदि की समीक्षा भी करेंगें। ऐसे प्रदेशों, जहां भाजपा विपक्ष में है, वहां स्थानीय स्तर पर जनता की समस्याओं को लेकर आंदोलन की रूप-रेखा तैयार करने में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष कार्यकर्ताओं को सुझाव देंगे। वे प्रदेशों की कोर कमिटियों के साथ भी बैठक करेंगे और वर्तमान राजनैतिक स्थिति एवं आगामी रणनीति बनाने पर चर्चा करेंगे।