(अदिती सिंह)
नई दिल्ली / टीम डिजिटल : लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे ने आज तीन स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की श्रीगणेश किया। पूरी तय गाइडलाइन और नियमों के मुताबिक तीनों ट्रेंने नई दिल्ली स्टेशन से रवाना हुई। सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग के बाद ही स्टेशन के अंदर प्रवेश दिया गया। सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करते हुए एक-एक मुसाफिर बाहर से अंदर डिब्बों तक पहुंचे। इससे पहले हैंड सेनिटाइजर यात्रियों को दिया गया। मास्क सभी के लिए अनिवार्य था। पहली ट्रेन शाम साढ़े चार बजे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के लिए खुली, जिसमें कुल 1177 यात्रियों की बुकिंग थी। इसके बाद दूसरी ट्रेन शाम 5 बजे असम के डिब्रूगढ़ के लिए नई दिल्ली डिब्रूगढ़ स्पेशल राजधानी ट्रेन रवाना हुई। इसमें 1122 यात्रियों ने बुकिंग करवाई थी। तीसरी ट्रेन नई दिल्ली से बेंगलुरू के लिए चलाई गई, जिसमें कुल 1162 यात्रियों की बुकिंग की गई है।
दूसरी स्पेशल ट्रेन 02424
नई दिल्ली -डिब्रूगढ़ आज 1076 यात्रियों को लेकर 16.45 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुई। pic.twitter.com/N7QwAEsxG3— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 12, 2020
कुल 3 स्पेशल ट्रेनें आज नई दिल्ली से प्रस्थान की। जबकि कुल 05 स्पेशल ट्रेनें अन्य शहरों से नई दिल्ली की ओर प्रस्थान की। ये स्पेशल रेल सेवाएं भारतीय रेलवे द्वारा चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल के अतिरिक्त होंगी। इन ट्रेनों मे सवार होने वाले मुसाफिर बेहद खुश दिखे और उन्हें घर जाने की जल्दी दिख रही थी। कोविड-19 के कारण यात्री ट्रेन सेवाओं के निलंबन के बाद बहाल होने वाली यह पहली स्पेशल ट्रेन है। देशव्यापी लॉकडाउन के चलते लगभग डेढ़ महीने तक यात्री ट्रेन सुविधाएं बंद रहने के बाद मंगलवार से रेलवे ने इसे फिर से शुरू करने का फैसला किया था, जिसके लिए सीटों की बुकिंग सोमवार से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू की गई। यात्रियों को नई दिल्ली स्टेशन में पहाडग़ंज की तरफ से प्रवेश दिया गया। किसी भी यात्री को अजमेरी गेट की तरफ से प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।
बता दें कि नई दिल्ली से बिलासपुर जाने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने वाले 1177 यात्रियों के लिए कुल 741 पीएनआर बनाए गए थे। नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने वाले 1122 यात्रियों के लिए कुल 442 पीएनआर एवं नई दिल्ली से बेंगलुरू जाने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने वाले 1162 यात्रियों के लिए कुल 804 पीएनआर बनाए गए।
रेलवे ने एक दिन पहले ही स्पष्ष्ट कर दिया था कि यात्रा के दौरान मुसाफिरों को बिछाने के लिए चादर एवं ओढ़ने के लिए कंबल नहीं दिया जाएगा। बीमारी फैलने से रोकने के लिए एहतियातन रेलवे ने ऐसा किया है। इसके अलावा पहले की तरह भोजन भी नहीं परोसा जाएगा। लिहाजा, यात्रियों को चादर-कंबल एवं भोजन भी घर से लाना होगा।
यात्रियों में दिखी जल्दबाजी, स्टेशन पर घंटो पहले पहुंचे यात्री
घर जाने की सभी यात्रियों को जल्दी थी, इसकी एक झलक आज स्टेशन पर देखने को मिली। कई यात्री टिकट बुक करने के बाद घर पर इंतजार करने की बजाय सुबह ही रेलवे स्टेशन पहुंच गए जबकि ट्रेनें शाम को चलनी थी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर अच्छी-खासी भीड़ जमा हो गई है। यात्रियों को स्टेशन पर एंट्री ट्रेन छूटने के तीन घंटे पहले की गई। स्टेशन पर किसी प्रकार की कोई घटना ना हो इसके मद्देनजर सख्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। रेलवे ने 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचने को कहा था। 12 बजते-बजते ठीक-ठाक लोग जमा हो गए थे जबकि ट्रेन का टाइम शाम 4 बजे का है।
ना आपातकाल में रुकी थी,
ना युद्धकाल में थमी हूँ !सावधानी थी समय की माँग,
उसे पूरा करने में जुटीं हूँ !देशवासियों की सेवा में,
स्टेशन पर तैयार खड़ी हूँ !मैं भारत की जीवन रेखा,
करने देश की सेवा,
फिर से अपनों को अपनों से मिलाने,
आज फिर से चल पड़ी हूँ !भारतीय रेल ! pic.twitter.com/YaKMW4H61S
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 12, 2020
रेलवे ने यात्रा के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप अनिवार्य
भारतीय रेलवे ने विशेष यात्री ट्रेनों में यात्रा के लिए आरोग्य सेतु ऐप को मोबाइल फोन में डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया है। भारतीय रेलवे के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (जनसंपर्क) राजेश दत्त बाजपेयी के मुताबिक यात्रियों को अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के बाद स्टेशन आना चाहिए और यह यात्रा के लिए अनिवार्य है। रेलवे ने इसे अनिवार्य कर दिया है और यात्रियों को अपनी सुरक्षा के लिए इसे डाउनलोड करना चाहिए। आरोग्य सेतु ऐप को अब तक 9.8 करोड़ स्मार्टफोन में डाउनलोड किया जा चुका है। इसका इस्तेमाल सरकार द्वारा संक्रमण के मामलों में संपर्क का पता लगाने और उपयोगकर्ताओं को चिकित्सकीय सलाह देने में किया जा रहा है।