रकाबगंज से जुड़े मामले में मुख्तियार सिंह गवाही देने को तैयार
–प्रमुख गवाह ने एसआईटी प्रमुख से की मुलाकात, मांगा समय
–दिल्ली कमेटी ने गवाह की सुरक्षा के लिए मांगे सुरक्षाकर्मी
(खुशबू पाण्डेय )
नई दिल्ली, 23 सितंबर : 1984 सिख विरोधी दंगों के एक मामले में गवाही देने के लिए मुख्य गवाह मुख्तियार सिंह आज विशेष जांच टीम एसआईटी के प्रमुख एवं सदस्यों से मुलाकात की। साथ ही उन्हें बताया कि वह गवाही देने के लिए तैयार हैं। मुख्तियार सिंह ने अपनी तरफ से इच्छा जता दी है। अब एसआईटी को तय करना है कि उनका बयान कब दर्ज करती है। यह मामला 1 नवंबर 1984 का गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में हुए हमले से जुड़ा है, जिसमें 2 सिखों की हत्या हो गई थी। इसी मामले को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्तियार सिंह के साथ दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह बाठ, वरिष्ठ सदस्य परमजीत सिंह चंढोक भी मौजूद रहे। बता दें कि मुख्तियार सिंह घटना के वक्त गुरुद्वारा कमेटी के कर्मचारी हुआ करते थे। मुख्तियार के अलावा दूसरे मुख्य गवाह संजय सूरी हैं, जो उस वक्त पत्रकार थे और उन्होंने अपनी पुस्तक में घटनाक्रम का खुलासा भी किया था। उनकी गवाही पर विचार किया गया। एसआईटी उनका बयान वीडियो कान्फं्रेसिग के जरिये दर्ज कर सकती है। इसके अलावा एसआईटी ने इस केस में अदालत के फैसले के संबंध में कुछ दस्तावेज मांगे हैं जो दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी एक हफते में उन्हें मुहैया करवा देगी।
दिल्ली कमेटी ने प्रमुख गवाह मुख्तियार सिंह व उनके परिवार की जान को खतरे को देखते हुए उन्हें तुरंत सुरक्षा मुहैया करवाने की भी मांग की। उन्होंने बताया कि जब वह नानावटी कमीशन के आगे पेश हुए थे तब भी गुंडों ने उन्हें बयान दर्ज करवाने के विरूद्ध धमकी दी थी पर उसने धमकियों की परवाह न करते हुए अपने बयान दर्ज करवाये थे। अब जब यह मामला कांग्रेस के एक मुख्य मंत्री के खिलाफ है तो उसे बिना देरी के सुरक्षा मुहैया करवाई जानी चाहिए।
गौरतलब है कि 1984 सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए बनी एसआईटी ने सार्वजनिक पब्लिक नोटिस जारी करके बंद हो चुके 7 केसों को खोला है। साथ ही एसआईटी ने इन केसों के सबंध में व्यक्तियों, व्यक्तियों के समूह, एसोसियेशन, संस्थाओं व जथेबंदियों से अपील की है कि वह इन केसों के संबध में कोई भी जानकारी हो तो उनसे साझा करें। इस संबंध में एसआईटी के पुलिस थाने में संपर्क किया जा सकता है। इन सात केंसों में सबसे प्रमुख केस संसद मार्ग थाने की एफआईआर नंबर 601/84 है, जिसमें शिकायतकर्ता एसआई होशियार सिंह है। घटना गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब परिसर की बताई जाती है। इस मामले में पुलिस जब चार्जशीट दायर की थी, तो सबूतों के अभाव में कांग्रेस नेता कमलनाथ को आरोपी नहीं बनाया गया था।