–गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सिरसा तुरंत दें इस्तीफा, पुलिस करे गिरफ्तार
–सरना दल ने की घेरेबंदी, कहा- गुरु की गोलक को जमकर लूटा गया
–सिरसा ने गुरु के सिद्धान्तों के साथ विश्वासघात किया परमजीत सरना
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा पर गोलक के दुरुपयोग को लेकर दूसरी बार दर्ज हुए केस के बाद प्रमुख विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल दिल्ली हमलावर हो गई है। पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस कर सिरसा से तुरंत इस्तीफा मांगा है। पार्टी के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने गुरुद्वारा कमेटी में हुई गड़बडिय़ों की प्रति लहराते हुए दावा किया कि सिरसा ही असल मायने में सबसे बड़ा घोटालेबाज हैं। सिरसा ने गुरु की गोलक का जमकर दुरुपयोग किया है। वह अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के करीबी हैं जो जमीन हड़पने सहित अन्य मामलों में मशहूर हैं। सरना ने कहा कि कमेटी अध्यक्ष के खिलाफ दूसरी बार मुकदमा दर्ज होना, डीएसजीएमसी के इतिहास के ऊपर धब्बा है। कानूनों के प्रवधान के अनुसार ऐसे लोगों को 20 साल तक की सजा मान्य है।
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कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि ऐसे कृत्य सामने आना, गुरु के सिद्धान्तों के साथ विश्वासघात है। जो लोग गुरु की गोलक को लूटते हैं और संगतों के दशवन्ध का गबन करते हैं, उनके ऊपर संगत के द्वारा और संगत के मुद्दों को लेकर भी भरोसा नहीं किया जा सकता। पार्टी के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि कोरोना महामारी के क्रूर काल में कमेटी अध्यक्ष सिरसा ने अपने ही कर्मचारियों, स्कूल के अध्यापकों को भूखा छोड़कर अपने प्रचार में व्यस्त रहे। हालात यह है कि गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल(जीएचपीएस) के अध्यापकों को 8-8 महीने से तनख्वाह नही मिली है। पार्टी महासचिव गुरमीत सिंह शंटी ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि आरोपियों के द्वारा वर्ष 2015 में फर्जी कंपनियों के जरिए टेंट (1054 पीस), कम्बल (10060 पीस),त्रिपाल (1632 पीस) को खरीद कर संगत के चढ़ावे के तकरीबन 1 करोड़ का गबन किया गया है।
जागो ने सुखबीर को घेरा, इस्तीफे की मांग, सिरसा के निवास का घेराव करेगी
जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके भी आज कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ हमलावार हो गए और सिरसा का इस्तीफा मांग लिया। जीके ने कहा कि सिरसा अगर तत्काल इस्तीफा नहीं देते हैं तो जागो पार्टी उनके आवास का घेराव करेगी। जीके ने शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को सिरसा को तुरन्त पद से हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जब आरोप लगाये गये थे, तब मैंने तुरन्त अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। परन्तु 2 वर्ष बीतने के बावजूद मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है। इसलिए अब सुखबीर बादल के लिए परीक्षा की घड़ी है कि सिरसा के खिलाफ 2 एफ.आई.आर. दर्ज होने के बावजूद उसे कब अध्यक्ष पद से हटाते हैं। जीके ने ऐलान किया कि जागो पार्टी द्वारा रविवार 24 जनवरी को सिरसा के पंजाबी बाग स्थित निवास का घेराव करके इस्तीफे की मांग की जाएगी।
गुरुद्वारा कमेटी ने किया बचाव, राजनीति से प्रेरित कार्रवाई
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और मनजीत सिंह जीके द्वारा भाजपा के इषारे पर किसान संघर्ष विफल करने के लिए मौजूदा अध्यक्ष मनजिन्दर सिंह सिरसा खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कार्यवाई को राजनीति से प्रेरित एवं बहुत ही घटिया दर्जें की कार्यवाई करार दिया है।
यहां जारी एक बयान में, कमेटी के कानूनी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जगदीप सिंह काहलो और समिति के सदस्यों भूपिंदर सिंह भुल्लर और सरबजीत सिंह विर्क ने कहा हैरानी की बात है कि जब इस समय किसान संघर्ष षिखर पर है और भाजपा की अगुवाई वाली केन्द्र की सरकार इस संघर्ष को कमजोर करने के लिए कभी एनआईए और कभी आयकर विभाग का र्दुपर्योग कर रही है, उसी समय सरना और जीके ने अपनी सेवाएं केन्द्र को दे दी हैं और संघर्ष विफल करवाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भाजा के इषारे पर कौन कार्य कर रहा है, दिल्ली के लोग अच्छी तरह से जानते है कि जिस दौर में कमेटी के प्रधान मनजीत सिंह जीके थे, उस दौर का कसूरवार मनजिन्दर सिंह सिरसा को ठहराने के प्रयास किये गये हैं क्योंकि सरना भाईयों और जीके में राजनीतिक समझौता हो चुका है जो दिल्ली के लोगों के सामने है।