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Friday, June 20, 2025

UP को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे

—अयोध्या, विंध्यांचल, शुक्र तीर्थ, चित्रकूट के लिए ​विकास बोर्ड
—आने वाले वक्त में हर क्षेत्र में निवेश लाएंगे : योगी आदित्यनाथ

(विशेष संवाददाता)

लखनऊ 24 जुलाई,। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश का माहौल बदला है। आने वाले वक्त में हर क्षेत्र में निवेश लाएंगे। जिससे स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के संदेश को ध्यान में रखते हुए सांस्कृतिक एजेंडे पर काम हो रहा है। इस बात पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि मूल एजेंडे की पहचान बनी रहे।

मुख्यमंत्री बुधवार को विधानसभा में अनुपूरक बजट पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने अयोध्या, विंध्यांचल, शुक्र तीर्थ, चित्रकूट एवं अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए विकास बोर्ड बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की है। बजट में इसका प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा युवा ऊर्जा है। हम यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे।

UP को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के बजट के लिए जो आकार होना चाहिए था, विगत 2 वर्ष के दौरान वह निश्चित स्वरूप लेता हुआ दिखाई दे रहा है। हमने जब वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट के सदन में प्रस्तुत किया था, उस समय उसका आकार 479701.10 करोड़ रुपये का था। कल मेरे सहयोगी ने उसका प्रथम अनुपूरक बजट 13594.87 करोड़ रुपये का यहां सदन में रखा है। कुल मिलाकर यह 493295.97 करोड़ रुपये का बजट हो गया है। इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश एक अन्य अनुपूरक बजट मांगता है तो यह सीमा 5 लाख करोड़ के पार हो जाएगी, जो कि शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि विभिन्न विभागों ने अपनी कार्ययोजना को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाना प्रारंभ किया है। उत्तर प्रदेश के लिए यह वर्ष कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण रहा है।

निर्यात में नम्बर 1 पर यूपी

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का हर छठा व्यक्ति उत्तर प्रदेश से है। 2016-17 तक हमारा निर्यात 3.77 प्रतिशत था। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि सरकारी कार्यपद्धति में सुधार, पारदर्शिता और ईमानदारी का परिणाम है कि आज यह बढ़कर 28.18 प्रतिशत हो गया है। वर्ष 2018-19 में उत्तर प्रदेश ने 1 लाख 14000 करोड़ रुपये का निर्यात किया। मात्र 1 वर्ष में 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि हासिल करते हुए देश के अंदर निर्यात करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश नंबर 1 पर आ गया है।

मुख्यमंत्री ने सुनाया शेर

अनुपूरक बजट पर बोलने के दौरान सपा-बसपा गठबंधन पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने एक शेर भी सुनाया। उन्होंने कहा कि महोदय लगता है कि तलाक पर कोई प्रस्ताव आने वाला है, लेकिन गठबंधन का तलाक पहले ही हो चुका है। हम तब भी कहते थे यह आसान नहीं है। उत्तर प्रदेश में सरकार ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ बड़ी ईमानदारी से कार्य किया है। विगत 5 वर्षों में आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत की सरकार ने दुनिया के अंदर भारत की छवि को सुधारने के साथ-साथ देश के अंदर एक नई कार्य संस्कृति को जन्म दिया है। मुझे लगता है इसके सामने कोई ठहर नहीं पाएगा और तब भी हमने कहा था कि ‘’चिराग जिसे आंधियों ने पाला हो उसे हवा के झोंके बुझा नहीं सकते।‘’

सभी विभागों ने मिलकर कुम्भ के आयोजन को नई ऊंचाई प्रदान की

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश की जनता को कुम्भ आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ। मुझे प्रसन्नता है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयास से हजारों वर्षों की इस विरासत को यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी। कुम्भ की तैयारियों को लेकर के हमारे नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में जो कार्य योजना बनी थी, उन्होंने वहां प्रभारी मंत्री के रूप में सफलता पूर्वक कार्य किया। सभी संबंधित विभागों ने मिलकर के एक टीम वर्क के रूप में उसे एक नई ऊंचाइयां दी। पहली बार कुम्भ का लोगो जारी हुआ। 193 देशों में से 185 देशों के प्रतिनिधियों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया। 72 देशों के राजदूतों ने अपने-अपने देशों के राष्ट्रीय ध्वज को कुम्भ परिक्षेत्र में स्थापित करके इसे वैश्विक मान्यता दी। भारत के बीस लाख से अधिक गांव से 24 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।

मतदाताओं के मन में प्रशासनिक मशीनरी के प्रति विश्वास जगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सात-सात चरणों में लोकसभा के चुनाव हुए। पश्चिम बंगाल में हर चरण में भारी हिंसा हुई, उत्तर प्रदेश में ऐसी एक भी घटना नहीं हुई। लोगों ने दोनों जगहों के अंतर को देखा। इस महापर्व में उत्तर प्रदेश के आम मतदाता के मन में लोकतंत्र और प्रशासनिक मशीनरी की कुशलता के प्रति विश्वास जगा है।

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