-अपने आप में परिवर्तन लाइए नहीं तो वैसे भी हो जाता है परिवर्तन
-पीएम का निर्देश, सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें सांसद
–संसद में भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति पर मोदी ने जताई नाराजगी
नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों को अल्टीमेटम दे दिया। साथ ही स्पष्ट रूप से कह दिया कि सदन में उन्हें अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए, भले ही महत्वपूर्ण विधेयक सूचिबद्ध हों या ना हों, क्योंकि लोगों ने अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्हें चुनकर संसद में भेजा है। संसद में भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, बच्चों को बार-बार टोका जाए तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगता है। लिहाजा, अपने आप में परिवर्तन लाइए, नहीं तो परिवर्तन वैसे ही हो जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों को संसद सत्र के दौरान सदन में अनिवार्य रूप से मौजूद रहने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री मोदी भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित अन्य आदिवासी सांसदों ने प्रधानमंत्री का अभिनंदन भी किया। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री इससे पहले भी संसद की कार्यवाही के दौरान सदस्यों की अनुपस्थिति पर ङ्क्षचता जता चुके हैं। संसदीय दल की पूर्व की बैठकों में भी उन्होंने सांसदों को कार्यवाही के दौरान सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की हिदायत दी है। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री एस पी ङ्क्षसह बघेल की ओर से अपने संसदीय क्षेत्र में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किए जाने के लिए उनकी सराहना की और सभी सांसदों से ऐसे खेल आयोजन करने और उससे बच्चों व युवाओं को जोडऩे को कहा। संसद के शीतकालीन सत्र में यह भाजपा संसदीय दल की पहली बैठक थी। आम तौर पर भाजपा संसदीय दल की बैठक संसद परिसर स्थित लाइब्रेरी बिङ्क्षल्डग में होती है लेकिन वहां जारी मरम्मत कार्य के चलते पहले हफ्ते संसदीय दल की बैठक नहीं हो सकी थी। आज की बैठक आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में हुई, जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
सांसद जिला व मंडल अध्यक्षों को चाय पर बुलाएं
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने सांसदों से कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्रों के जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को चाय पर बुलाएं और उनसे संवाद करें। बैठक के बाद संवाददाताओं को संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि राज्यसभा के 12 निलंबित सदस्य अगर आज माफी मांग लेते हैं तो उनका निलंबन वापस ले लिया जाएगा। बैठक में सभी सांसदों के बीच एक पुस्तिका का भी वितरण किया गया जिसमें आजादी के अमृत महोत्सव के मद्देनजर विभिन्न मंत्रालयों की ओर से किए गए कार्यों ब्योरा प्रस्तुत किया गया है।