–गुरुद्वारा कमेटी के सदस्य मनमोहन सिंह ने सरना दल को किया ज्वाइन
–अकालियों की घटिया सियासत के चलते बाला साहिब अस्पताल बना खंडहर : मनमोहन
–सत्ता में आए तो बनाएंगे आलीशान अस्पताल, गरीबों का होगा फ्री इलाज : सरना
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव नजदीक आते ही सियासी दलों में तोडफ़ोड़ की कार्रवाई भी तेज हो गई है। इसी कड़ी में परमजीत सिंह सरना की अगुवाई वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) ने शनिवार को विकासपुरी हल्के से गुरुद्वारा कमेटी के वर्तमान सदस्य मनमोहन सिंह को अपने पाले में कर लिया। मनमोहन सिंह वर्तमान सत्ताधारी दल शिअद बादल से जुड़े थे। सरना बंधुओं ने शनिवार को उन्हें पार्टी में विधिवत रूप से शामिल कराया। मनमोहन सिंह ने गुरुद्वारा कमेटी में फैले करप्शन को लेकर आहत हैं, जिसके चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी। पार्टी छोडऩे के बाद मनमोहन सिंह ने अकाली दल के नेताओं पर जमकर भड़ास भी निकाली है। उन्होंने अपने इस्तीफे में इसका जिक्र भी किया है। उन्होंने कहा कि सरना बंधुओं ने लाखों लोगों की सुविधा के लिए बाला साहिब अस्पताल चलाने जैसे पुण्य काम की शुरुआत की थी, लेकिन विरोधियों ने घटिया सियासत कर उसको रोक दिया था। आज 500 कमरों के विशालकाय अस्पताल खंडहर में तब्दील हो चुका है।
इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि आज पार्टी को नए वर्ष पर सरदार मनमोहन सिंह जैसा तोहफा मिला। उन्होंने कहा कि संगत ने सेवा का मौका दिया तो सबसे पहले आलीशान अस्पताल को पूरा करेंगे, जिससे गरीब और जरूरतमंदो को नि:शुल्क इलाज मिल सके। पार्टी के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने दावा किया कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य अपने कमर्चारियों को समय पर वेतन देना, बंद कॉलेज और अस्पताल को फिर चालू करना, नौजवानों को रोजगार देना, पन्थक मर्यादाओं को फिर लागू करना इत्यादि होगा। इस मौके पर पार्टी के महासचिव गुरमीत सिंह शंटी, सुखबीर सिंह कालरा, मंजीत सिंह सरना, रमनदीप सिंह सोनू, तजेंद्र सिंह गोपा, कुलतारन सिंह, जितेंद्र सिंह सोनू, मंजीत कौर, हरमीत कौर, हरविंदर सिंह बॉबी, जसमीत सिंह, अमरीक सिंह, भुपिंदर सिंह, हरिंदर पाल सिंह इत्यादि मौजूद थे।
मनमोहन सिंह के पार्टी छोडऩे पर अकाली दल किया पलटवार
शिरोमणी अकाली दल (बादल) के प्रदेश महासचिव विक्रम सिंह ने कमेटी सदस्य मनमोहन सिंह के पार्टी छोडऩे पर करारा पलटवार किया है। साथ ही कहा कि बीते दिनों उन्होंने पंथ के महान कीर्तनीए भाई मनप्रीत सिंह के साथ गुरुद्वारा साहिब की स्टेज से बहस कर विवाद खड़ा किया था, जिसकी संगत द्वारा कड़ी निन्दा भी की गई थी। तभी से यह निरन्तर पार्टी पर मनप्रीत सिंह का कीर्तन गुरुपुरब समागमों में ना करवाने के लिए दबाव बना रहे थे और पार्टी छोडऩे की बात कर रहे थे। मनमोहन सिंह को इसी के चलते इस बार 31 दिसम्बर रात को हुए समागम के दौरान किसी भी गुरुद्वारा साहिब की स्टेज की सेवा भी कमेटी द्वारा नहीं दी गई।
विक्रमसिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह का 4 साल का कार्यकाल विवादित रहा है। इसके अलावा बाला साहिब अस्पताल के बारे में उन्होंने जो बयानबाजी पार्टी छोडऩे के बाद की है असल में उन्होंने इससे पहले कभी इस विषय को नहीं उठाया।