—28 फरवरी को रेलवे ने संचयी 1102.17 मिलियन टन की माल ढुलाई की
—पिछले वर्ष की समान अवधि के 1102.1 मिलियन टन से अधिक
—माल ढुलाई आंकड़े, लोडिंग, आय तथा गति की दृष्टि से फरवरी में ऊंचे बने रहे
नई दिल्ली /टीम डिजिटल : भारतीय रेलवे ने कोविड चुनौतियों के बावजूद 28 फरवरी को पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अधिक संचयी रूप से अधिक माल लोडिंग का कार्य किया। लोडिंग, आय तथा गति की दृष्टि से फरवरी में माल ढुलाई के आंकड़े ऊपर रहे हैं। कल 5 मिलियन टन से अधिक की लोडिंग की गई। 28 फरवरी को भारतीय रेल ने इस वर्ष के लिए 1102.17 मिलियन टन माल लोडिंग का काम किया जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1102.1 मिलियन टन से अधिक है।
मासिक आधार पर भारतीय रेलवे ने 28 फरवरी तक 112.25 मिलियन टन की लोडिंग की जो कि पिछले वर्ष की 28 फरवरी के 102.21 मिलियन टन की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। दैनिक आधार पर 28 फरवरी 2021 को भारतीय रेल ने 5.23 मिलियन टन की लोडिंग की जो कि पिछले वर्ष की 28 फरवरी के 3.83 मिलियन टन की तुलना में 36 प्रतिशत अधिक है।
मालगाडिय़ों की औसत गति फरवरी में प्रतिघंटे 46.09 किलोमीटर रही। पिछले वर्ष के इसी महीने में माल गाडिय़ों की गति 23.01 किलोमीटर प्रति घंटे थी। 28 फरवरी को मालगाडिय़ों की औसत गति 47.51 किलोमीटर प्रति घंटे थी। पिछले वर्ष इसी तिथि को मालगाडिय़ों की औसत गति 23.17 किलोमीटर प्रतिघंटे थी। यह दोगुनी गति से अधिक है।
फरवरी 2021 में भारतीय रेल ने माल ढुलाई से 11096.89 करोड़ रुपए की आय अर्जित की। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की 10305.02 करोड़ रुपए की आय से 7.7 प्रतिशत है। भारतीय रेल ने 28 फरवरी 2021 को माल ढुलाई से 509.44 करोड़ रुपए की आय की। पिछले वर्ष इसी दिन 378.56 करोड़ रुपए की आय हुई थी। इस तरह इसमें 34 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेल में अनेक रियायतें और डिस्काउंड दिए जा रहे हैं। रेल के माल ढुलाई व्यवसाय में जोन तथा मंडलों में बिजनेस डवलपमेंट यूनिटों के उभरने, उद्योग तथा लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं से निरंतर संवाद और तेज गति के कारण मजबूती मिली है। भारतीय रेल ने कोविड-19 को अवसर मानते हुए अपनी चौतरफा सक्षमता में सुधार का कार्य किया है।