नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : सिखों एवं पंथ के हर मसलों को हल करवाने में आगे रहने वाली शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) अब अपना धार्मिक दायरा को बढ़ाते हुए अब राजनीति की मुख्य धारा में उतरने जा रही है। पार्टी अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू करेगी। इसके लिए पूरी राजनीतिक विंग तैयार कर रही है। बहुत जल्द इसका ऐलान हो जाएगा। इसको लेकर पार्टी ने सोमवार को हाई लेवल बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के राजनीतिक विंग के पूरे स्वरूप और प्लेटफार्म की तैयारी को लेकर अमलीजामा पहनाया जाएगा। पार्टी के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना की अगुवाई में होने वाली बैठक में इसका ऐलान होगा। पार्टी का मानना है कि आज जो हालात है उसमें पंथक मसलों को सुलझाने के लिए सरकारों के सहयोग की बहुत जरूरत है।
सियासत की मुख्य धारा में उतरेगी सरना की धार्मिक पार्टी, ऐलान जल्द
-लड़ेगी दिल्ली नगर निगम, विधानसभा व लोकसभा के चुनाव
-बूथ स्तर, वार्ड स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा होगा पूरा ढांचा
– पंथक मसलों को सुलझाने के लिए सरकारों के सहयोग की बहुत जरूरत
-पार्टी एक नया मिशन को लेकर चलेगी, बड़ा बदलाव की तैयारी
ऐसे में राजनीतिक दल की आवश्यकात बहुत अहम है। खास तौर पर पंथक मसले, गुरूद्वारों के प्रबंधन, शैक्षणिक संस्थान, स्कूल एवं कालेजों का विस्तार, शिक्षा का दायरा बढ़ाना जरूरी हो गया है। यह सबकुछ बिना सरकारों की मदद से संभव नहीं है। अभी गुरू की गोलक और संगतों की सेवा से किया जा रहा है, लेकिन बदले समय एवं हालत से पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, समय और पैसे की बर्बादी हो रही है। नये राजनीतिक स्वरूप के तहत ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी जिसमें धार्मिक प्रबृति के लोग राजनीति में प्रवेश करेंगे तो एक नया बदलाव आएगा। साथ ही राजनीति करते हुए कौम, पंथ, देश और समाज की सेवा अच्छे ढंग से कर पाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) नये स्वरूप में आने के बाद दिल्ली में कुछ महीनों में होने जा रहे नगर निगम चुनाव का हिस्सा बन सकती है। वह दिल्ली के सिख हलकों से अपने प्रत्याशी उतार सकती है। इसी तरह दिल्ली विधानसभा चुनाव, पंजाब विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव, उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में बसे सिख बहुल क्षेत्रों से पार्टी अपने बैनर को लेकर जाएगी और अच्छे लोगों को प्रत्याशी बनाएगी। सूत्रों के मुताबिक पार्टी की ऐसी योजना है कि इसे वार्ड स्तर, बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक ढांचा खड़ा किया जाए। पार्टी एक नया मिशन को लेकर चलेगी। इससे पहले हम ध्यान नहीं देते थे। अब बाकायदा पार्टी की तरफ से व्हिप जारी किया जाएगा और कहा जाएगा कि जो हमारी मदद करेगा हम उसका सहयोग करेंगे। जल्द ही पूरी रूपरेखा तैयार की जाएगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की माने तो वर्तमान में हालात ऐसे बन गए हैं कि पार्टी का दायरा बढाना मजबूरी बन गई है। पंथ के मौजूदा मसलों को हल करना जरूरी हो गया है।
बता दें कि अभी तक शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) सोसायटी एक्ट में रजिस्टर्ड है और वह सिर्फ धार्मिक चुनावों के लिए ही मान्य है। यह पार्टी अब तक दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव लड़ती रही है। यह पार्टी सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई वाली शिरोमणि अकाली दल (बादल) की तर्ज पर राजनीति की मुख्य धारा में उतरने की तैयारी कर रही है।
धर्म के साथ राजनीति में करेंगे बड़ा बदलाव : गुरमीत शंटी
पार्टी के महासचिव गुरमीत सिंह शंटी ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। उनके मुताबिक बहुत जल्द सिखों की यह पार्टी राजनीति के मैदान में बड़ा बदलाव लाने के लिए उतरने जा रही है। उनकी माने तो पार्टी का ऐसा ढांचा खड़ा करने जा रहे हैं जिससे एक बड़ा बदलाव आएगा। जो सरकारें पंथ एवं समाज की चढ़दीकला के लिए सहयोग करेंगी हम उसका साथ देंगे। पार्टी को जमीनी स्तर से खड़ा करेंगे। शंटी के मुताबिक राजनीतिक विंग का क्या स्वरूप होगा, किस तरह का ढंाचा बनेगा। कैसे स्थानीय एवं राज्य स्तर पर काम करना होगा। सरकारों से कैसे राफ्ता कायम करेगा। पंथक और दूसरे राजनीतिक मसले हल करवाएंगे। इसे तय करने के लिए बैठक बुलाई गई है। बैठक के बाद पूरी रणनीतिक का खुलासा होगा।