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Monday, December 9, 2024

सड़क पर खड़े वाहन की तस्वीर भेजिए, 500 का इनाम मिलेगा

नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : राजधानी दिल्ली सहित देश के सभी बड़े महानगरों में बढ़ते वाहनों के साथ पार्किंग बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। सबसे ज्यादा दिक्कत सड़क पर गलत तरीके से वाहन खड़े कर देने से होती है। इसको लेकर सरकार कानून बनाने जा रही है। साथ ही सड़क पर गाड़ी खड़ी करने की प्रवृत्ति को रोकेगी और भारी भरकम जुर्माना भी लगाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इसको लेकर गंभीर हैं। कानून के साथ ऐसी व्यवस्था भी शुरू करेंगे कि गलत तरीके से पार्क किए गए वाहन की तस्वीर भेजने वाले व्यक्ति को इनाम मिल सकेगा।

-गलत पार्किंग करने वालों के लिए बनेगा कानून, लगेगा 1000 का जुर्माना
-केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिया संकेत, प्रवृत्ति को रोकेगी सरकार
-महानगरों में आज चार सदस्यों के परिवार के पास छह कारें होती हैं: गडकरी
-वैकल्पिक ईंधन विकसित करना आवश्यक : गडकरी

मसलन, अगर जुर्माना की राशि 1,000 रुपये हुई तो तस्वीर भेजने वाले को 500 रुपये का इनाम मिल सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने वीरवार को एक कार्यक्रम के दौरान कह भी दिया कि यदि कोई व्यक्ति गलत तरीके से सड़क पर खड़े किए गए वाहन की तस्वीर भेजता है, तो उसे 500 रुपये का इनाम मिलेगा। सरकार जल्द इस तरह का एक कानून लाने जा रही है। वहीं पाॢकंग गलत तरीके से करने वाले वाहन मालिक को 1,000 रुपये का जुर्माना देना होगा। गडकरी ने कहा कि वह सड़क पर गलत तरीके से वाहन खड़ा करने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रहे हैं। गडकरी ने कहा, मैं एक कानून लाने वाला हूं कि रोड पर जो वाहन खड़ा करेगा, उसपर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं गलत तरीके से वाहन खड़ा करने वाले की तस्वीर खींचकर भेजने वाले को इसमें से 500 रुपये दिए जाएंगे। मंत्री ने इस बात पर क्षोभ जताया कि लोग अपने वाहनों के लिए पाॢकंग की जगह नहीं बनाते हैं। इसके बजाय वे अपना वाहन सड़क पर खड़ा करते हैं। उन्होंने कहा, नागपुर में मेरे रसोइये के पास भी दो सेकेंड हैंड वाहन हैं। आज चार सदस्यों के परिवार के पास छह कारें होती हैं। ऐसा लगता है कि दिल्ली के लोग भाग्यशाली हैं। हमने उनका वाहन खड़ा करने के लिए सड़क बनाई है।

वैकल्पिक ईंधन विकसित करना आवश्यक

इसके अलावा नितिन गडकरी ने पारिस्थितिकी, पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया है। गडकरी ने कहा कि ऊर्जा की कमी की समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक ईंधन विकसित करना आवश्यक है लेकिन इन मुद्दों पर विकेंद्रित या एकतरफा रुख अपनाना देश के लिए लाभकारी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मेथनॉल और इथेनॉल का अधिक इस्तेमाल करने और बायोमास, बायो एथेनॉल, बायो एलएनजी तथा बायो सीएनजी का उपयोग करने से प्रदूषण में कमी आएगी। गडकरी ने कहा कि भारत को जीवाश्म ईंधन आयात कम करने और हरित हाइड्रोजन तथा एथेनॉल निर्यात बढ़ाने के लिए पर्याप्त शोध करने और इसी को ध्यान में रखते हुए आगे का रास्ता तय करने की जरूरत है। गडकरी ने कहा कि 1947 के बाद से ही पूर्ववर्ती सरकारों ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नजरंदाज किया है।

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