– दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त ताज हसन से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
– श्रद्धालुओं पर लगने वाले 20 हजार के जुर्माना पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली /मोक्षिता : चांदनी चौक के हुए सौंदर्यीकरण के बाद वाहनों की नो एंट्री करने का मामला तूल पकड़ लिया है। बीच में गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब होने के चलते सिखों को नो एंट्री पर आपत्ति है। यही कारण है कि शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल वीरवार को दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (यातायात) ताज हसन से मुलाकात की। साथ ही एक ज्ञापन भी सौंपा। इस मौके पर सिखों ने गुरुद्वारा शीशगंज साहिब की मुख्य सड़क को नो एंट्री जोन बनाने पर उठे विवाद को सुलझाने की अपील की। सरना ने श्रद्धालुओं के ऊपर लगने वाले भारी जुर्माने के खिलाफ आवाज उठाते हुए उसको तुरंत निरस्त करने की मांग रखी। साथ ही निर्माण कार्यो की वजह से चांदनी चौक क्षेत्र में बन्द पड़े सड़क मार्ग को पिछले हिस्से से खोलने की सलाह दी। सरना ने बताया कि, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब सिखों के 9वें पातशाही श्री गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी स्थान है। गुरु साहिब ने धर्म और इंसानियत को बचाने के लिए औरंगजेब के क्रूरतापूर्ण काल में लोहा लिया और 1675 में शहीदी दी। इस पवित्र स्थान के दर्शन के लिए सिख श्रद्धालु भारी संख्या में आते हैं। ऐसे मेंं सड़क बंद कर देंना और श्रद्धलुओं पर इतना भारी जुर्माना लगाना ठीक नहीं है। सरना ने पुलिस आयुक्त से बातचीत के जरिए इस मुद्दे का हल निकालने पर बल दिया। इस मौके पर तख्त श्री पटना साहिब कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हरविंदर सिंह सरना सहित शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।