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Sunday, November 10, 2024

सोनिया गांधी ने रचा था नरेंद्र मोदी को कुर्सी से हटाने का षडय़ंत्र

नई दिल्ली/,प्रज्ञा शर्मा : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुजरात दंगे पर दिए गए एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस पर पलटवार किया है। साथ ही आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इशारे पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने, उनकी सरकार को अस्थिर और बर्खास्त करने का षडय़ंत्र रचा गया था। इसका जवाब सोनिया गांधी को ही देना होगा। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सोनिया गांधी देश को संबोंधित कर बताएं कि नरेन्द्र मोदी के खिलाफ षडयंत्र क्यों रचा गया?
राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने कहा कि धीरे-धीरे, परत दर परत सबकुछ अब खुलकर सामने आ रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में आदेश सुनाते हुए बहुत सख्त टिप्पणी की थी। सुप्रीम कोर्ट ने नरेन्द्र मोदी को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि इस मामले की कार्रवाई पिछले 16 सालो से चल रही है। कुछ ऐसे लोग एक षडयंत्र के तहत जानबुझकर अल्टीरियर डिजाइन कर इस मुद्दे को जीवित रखने का काम कर रहे थे।

गुजरात दंगा : भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार, बोला हमला
-सोनिया गांधी देश को संबोधित कर बनाएं कि मोदी के खिलाफ षडयंत्र क्यों रचा
-राहुल गांधी को राजनीति में प्रमोट करने के लिए तीस्ता का इस्तेमाल किया : संबित

अब समय आ गया है इन लोगों पर भी क़ानूनी एवं न्यायिक कार्रवाई हो। कोर्ट की टिप्पणी के आधार पर एसआईटी गठन कर कार्रवाई शुरू हुई और तीस्ता सीतलवाड़, डी शिवकुमार एवं संजीव भट्ट की इस मामले में गिरफ्तारियां भी हुईं। उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट के सामने रखा है, जो स्पष्ट करता है कि तीस्ता सीतलवाड़ और कुछ लोग किसी मानवता के लिए नहीं, बल्कि एक राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे। उनके दो प्रमुख राजनीतिक मंसूबे थे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एसआईटी के शपथ पत्र में यह भी खुलासा हुआ है कि इस षडयंत्र के पीछे सोनिया गांधी के मुख्य राजनीतिक सलाहकार और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिवंगत अहमद पटेल थे। सच्चाई यह है कि अहमद पटेल तो सिर्फ एक मोहरा थे, जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया। वास्तव में, सोनिया गांधी ने अपने मुख्य राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के माध्यम से गुजरात की छवि को धूमिल करने और तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरने और अपमानित करने की चेष्टा की। तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द मोदी की सरकार को बर्खास्त करने की भी कुचेष्टा की गयी। इस पूरे षडयंत्र की रचयिता सोनिया गांधी थी।
पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी ने अहमद पटेल के माध्मय से इस काम के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को पहली किस्त के रूप में 30 लाख रुपए दिए गए। इसके बाद ना जाने कितने करोड़ रुपए सोनिया गांधी ने तीस्ता सीतलवाड़ को दिए ताकि नरेन्द्र मोदी को अपमानित व बदनाम और झूठे षडयंत्र में फंसाया जा सके। सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को राजनीति में प्रमोट करने के लिए तीस्ता सीतलवाड का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि एसआईटी के शपथ पत्र में कहा गया है यह राशि कोई गुजरात दंगे के पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए खर्च करना था, किन्तु गुजरात रिलीफ कमिटी के नाम पर डोनेशन में प्राप्त पैसा का इस्तेमाल व्यक्तिगत खर्च के लिए किया गया। सोनिया गांधी ने तीस्ता सीतलवाड के षडयंत्रकारी कामों से अति प्रसन्न होकर उन्हें सिर्फ पैसा ही नहीं दिए बल्कि पद्मश्री जैसे सम्मान भी दिया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि तीस्ता सीतलवाड सोनिया गांधी के किचेन कैबिनेट अर्थात राष्टीय सुरक्षा समिति की एक समर्पित सदस्य थीं। मीडिया रिपोर्टिंग के अनुसार तीस्ता सीतलवाड़ कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा की सीट चाहती थी। सौभाग्यवश 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गयी जिससे उनके मंसूबे पर पानी फिर गया।
उन्होंने कहा कि गुलबर्ग सोसायटी के फिरोज खान पठान ने फंड के अनियमित इस्तेमाल के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया था। फिरोज खान पठान ने आरोप लगाया था कि पैसा तो हम जैसे दंगा पीडि़तों के नाम पर म्यूजियम बनाने के लिए इक_ा किया गया था लेकिन सारा पैसा तीस्ता सीतलवाड़ ने अपने ऊपर खर्च कर लिया। गुजरात हाईकोर्ट ने भी इस मामले में कहा था कि दंगा पीडि़तों के नाम पर इकठ्ठा की गयी राशि को अपने व्यक्तिगत सुख सुविधा के लिए खर्च किया गया न कि दंगा पीडि़तों को राहत देने या म्यूजियम बनाने के लिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गुजरात दंगे को लेकर सिर्फ आलेख, फोटो और इंटरव्यू छपवाने आदि का सिर्फ अभियान चलाया गया। दो एनजीओ ने 2008 के बाद दंगा पीडितों के लिए म्यूजिम बनाने के नाम पर एक अभियान चलाकर बहुत बड़ी राशि इकठ्ठा की। डोनेशन से प्राप्त राशि में सबरंग ट्रस्ट से 44 प्रतिशत और सीजेपी से 35 प्रतिशत राशि व्यक्तिगत बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए, जो करोड़ों में हैं।

पूरे षडयंत्र की ड्राइविंग फोर्स सोनिया गांधी थीं

सच्चाई यही है कि इस पूरे षडयंत्र की ड्राइविंग फोर्स सोनिया गांधी थीं। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष और ड्राइविंग फोर्स सोनिया गांधी द्वारा नरेन्द्र मोदी को बदनाम व अपमानित करने, गुजरात दंगे को लेकर राजनीति करने, छलकपट से भाजपा को बदनाम करने और तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बर्खास्त करने की पूरी कुचेष्टा की गई। इसलिए भारतीय जनता पार्टी सोनिया गांधी से इसका जवाब चाहती है ना कि कांग्रेस के कम्यूनिकेशन प्रमुख जयराम रमेश की सफाई चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों से पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को लेकर जयराम रमेश मीडिया में कागज पेश करते है और मीडिया सच की तस्वीर दिखाकर उन कागजों की धज्जियां उड़ा दे रही है। भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सोनिया गांधी देश को संबोधित कर बताएं कि नरेन्द्र मोदी के खिलाफ षड्यंत्र क्यों रचा गया ?

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