Hero Asia Cup 2025: बिहार के नालंदा जिले के ऐतिहासिक स्थल राजगीर में एशिया कप हॉकी 2025 का बड़ा समारोह 29 सितंबर से शुरू हो रहा है। यह टूर्नामेंट भारत की मेजबानी में आयोजित किया जा रहा है और इसकी शुरुआत का इंतजार हॉकी खेल प्रेमियों को काफी दिनों से था। खास बात यह है कि इस बार सबसे पहले एशियन हॉकी की नई टीम मलेशिया ने भारत का दौरा किया है। मलेशिया की टीम शनिवार को राजधानी पटना पहुंची, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। कप्तान मरहान जलील ने इस टूर्नामेंट की जबरदस्त तैयारी और अपने लक्ष्यों का खुलासा किया है।
मलेशिया की टीम का उत्साह और लक्ष्य
मलेशिया के कप्तान मरहान जलील ने कहा, “राजगीर में आकर हम बहुत उत्साहित हैं। यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है कि हम यहां हॉकी का महाकुंभ देखने और खेलने आ रहे हैं। हमारा उद्देश्य जरूर ही खिताब जीतना है। टीम के हर खिलाड़ी ने कड़ी मेहनत की है और हम इस टूर्नामेंट को अच्छे से जीतने का सपना देख रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसी हॉकी की मजबूत टीम को हराना आसान नहीं होगा। भारत ने प्रो लीग में कई टॉप टीमें खेल चुकी हैं, और उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का अच्छा अनुभव है। इस बात से उन्हें पता चलता है कि यह मुकाबला बहुत कड़ा होने वाला है।
मरहान जलील ने कहा, “हमारे पास कोरियाई टीम पर भी नजर है। हमने इस साल की शुरुआत में उनके साथ मैच खेला था और वे काफी तेज और आक्रमक दिखे थे। हमारा पहला मकसद है कि हम सुपर 4 चरण में जगह बनाएं।”
मलेशिया की पिछली बार हॉकी एशिया कप 2019 में मलेशिया में ही खेला गया था, जिसमें उन्हें फाइनल में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उनकी कोशिश है कि वह फिर से बेहतर प्रदर्शन करें और टॉप चार में जगह बनाएं।
मलेशियाई कोच का सम्मान और ओलंपिक की तैयारी
मलेशिया के मुख्य कोच सरजीत कुंदन ने इस टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा, “हमें यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यह हमारे लिए बड़ी बात है कि हम अभ्यास कर सकते हैं और अपनी तैयारियों को बेहतरीन कर सकते हैं।”
सरजीत कुंदन ने यह भी बताया कि उनके खिलाड़ी 2028 के ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए कठिन मेहनत कर रहे हैं। “हमारा अगला बड़ा लक्ष्य 2028 का ओलंपिक है, और इस दिशा में हम पूरी ताकत से मेहनत कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अगले साल होने वाले एशियाई खेल हमारी बड़ी प्राथमिकता हैं। अभी हम नेशंस कप की तैयारी कर रहे हैं, जहां हम ऑस्ट्रेलिया और कोरिया जैसी टीमों के साथ खेलने जाएंगे। इसके बाद हम सुल्तान अजलान शाह की टूर पर भी जाएंगे। हमारा मकसद इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना है, और हमें उम्मीद है कि इस बार हम पोडियम यानी पदक पर रहेंगे।”
मलेशिया का मुकाबला और टूर्नामेंट का ग्रुप
मलेशियाई टीम का पहला मैच 29 अगस्त को बांग्लादेश के खिलाफ होगा। उन्हें पूल बी में रखा गया है, जहां उनके साथी कोरिया, बांग्लादेश और चीनी ताइपे हैं। वहीं, पूल ए में भारत, जापान, चीन और कजाकिस्तान की टीमें मौजूद हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि भारत के साथ लंबे समय से जारी तनाव औरराजनीतिक कारणों से पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सका। यह भारत-पाकिस्तान का पुराना मुकाबला हॉकी में बड़ी पहचान रखता है, पर इस बार राजनीतिक कारणों से दोनों टीमें आमने-सामने नहीं होंगी।
इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में होने से हॉकी के फैंस में उत्साह है। यहाँ के दर्शक भी काफी उत्सुक हैं कि उनकी राष्ट्रीय टीम अच्छी खेल दिखाए और पदक जीतकर घर लौटे।
आखिरी शब्द: हॉकी का महाकुंभ भारत में
यह एशिया कप हॉकी 2025 का आयोजन भारत के इतिहास में एक खास पल है। इसमें हिस्सा लेने वाली टीमें अपने अनुभव, संघर्ष और जीत का साहस लेकर आई हैं। यह टूर्नामेंट युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा, हॉकी प्रेमियों के लिए खुशी और पूरे देश के लिए स्वाभिमान का विषय है।
देश-विदेश के खिलाड़ियों का उत्साह देखते ही बन रहा है, और सभी का लक्ष्य है कि हॉकी की यह जंग अपनी छवि और सम्मान को ऊँचा करे। भारत के साथ-साथ मलेशिया, कोरिया, जापान, बांग्लादेश, चीनी ताइपे जैसे देशों की टीम भी मैदान पर अपनी दमखम दिखाने के लिए तैयार हैं।
भारत में हॉकी का यह चैंपियनशिप खेल प्रेमियों को नई ऊर्जा देगा। अब देखने वाली बात है कि कौन-कौन सी टीमें इस खिताब का ताज अपने सिर पर सजाती हैं।
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