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Thursday, June 12, 2025

DELHI : कोरोना के 6923 पाॅजिटिव केस, 1476 लोग अस्पतालों में भर्ती

—सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपना हाथ बार-बार धोएं
—प्राइवेट अस्पताल के एंबुलेंस भी देंगी सरकारी सेवा
—1500 मरीजों में से अभी 91 लोग आईसीयू में हैं और 27 वेंटिलेटर पर

नई दिल्ली / टीम डिजिटल। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर सभी बुजुर्गों से अपील की है कि आपकी जान हमारे लिए बहुत कीमती है। सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपना हाथ बार-बार धोएं। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आप जो भी उपाय कर सकते हैं, वह सब करें।

मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 6923 केस पाॅजिटिव हुए हैं। इनमें से केवल 1476 केस अस्पतालों में हैं। इनमें से 1500 के करीब केस अभी अस्पतालों में हैं। बाकी सभी केस मामूली या हल्के लक्षणों वाले हैं। अस्पतालों में इलाज करा रहे 1500 मरीजों में से अभी 91 लोग आईसीयू में हैं और 27 वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो भी गंभीर केस हैं, उन सभी पर मैं रोज नजर रखता हूं और पता करता हूं कि कैसे उन्हें बचाया जा सके। किसी को मरने नहीं दिया जाए और सभी सही सलामत ठीक होकर अपने घर लौटे। हम देख रहे हैं कि अधिकतर केस हल्के लक्षणों वाले हैं। यह करीब 75 प्रतिशत हैं।

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केंद्र सरकार ने अब आदेश निकाला है कि उनका इलाज घर पर भी हो सकता है। उन्हें अस्पतालों में आने की कोई जरूरत नहीं है। जो लोग हल्के और कम लक्षणों वाले हैं, उनको हल्का बुखार या खांसी है, उन सब लोगों के इलाज का हमने घर पर इंतजाम किया है। हमारी टीम उनके घर पर जाती है। परिवार के सभी सदस्यों को बैठा कर इलाज के बारे कें समझाती है। इससे पहले, उनके परिवार को देख कर आती है कि क्या मरीज के लिए अलग कमरा है? क्या उनके घर में एक अलग से शौचालय है? क्या उनको अपने घर में आइसोलेशन किया जा सकता है। अगर यह सुविधाएं हैं, तो फिर उस परिवार के मरीज को घर में इलाज करने की इजाजत दी जाती है। प्रतिदिन हमारी टीम की तरफ से फोन जाता है। लगातार उनके संपर्क में रहते हैं।

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मरीज की देखभाल करने वाले को भी फोन नंबर दे दिया जाता है। यदि किसी भी तरह की तकलीफ है, तो वे हमसे संपर्क में रह सकते हैं। जिन लोगों के घरों में होम क्वारंटाइन करने के लिए अलग से कमरा नहीं है, उन लोगों के लिए सरकार ने कोविड केयर सेंटर बनाए हैं और उन लोगों को वहां पर ले जाया जाता है और उन्हें 14 दिन रखते हैं, जब तक वे निगेटिव नहीं हो जाते हैं। ऐसे कम लोग हैं, जो गंभीर हैं और ऐसे बहुत कम लोग हैं, जिनकी मोत हो रही है।

प्राइवेट अस्पतालों की एंबुलेंस भी सरकारी सेवा में शामिल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एंबुलेंस की थोड़ी दिक्कत हो रही थी। मुझे यह बताया गया था कि कुछ लोगों को फोन करने पर भी एंबुलेंस के लिए कई-कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। कल हम लोगों ने आदेश निकाल कर कई सारी प्राइवेट अस्पतालों की एंबुलेंस भी सरकारी सेवा में शामिल कर ली हैं। इसके साथ हमारी सरकारी एंबुलेंस भी हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि वो एंबुलेंस अपने प्राइवेट अस्पतालों के लिए काम नहीं करेगी। जो एंबुलेंस प्राइवेट अस्पतालों में थी और प्राइवेट अस्पतालों की थी, वह एंबुलेंस वहां पर काम करती रहेंगी। लेकिन अगर उन्हें फोन जाता है और कोई सरकारी ड्यूटी दी जाती है, तो उनको सरकारी ड्यूटी भी करनी पड़ेगी। यह आदेश निकाल दिए गए हैं। इससे मुझे उम्मीद है कि एंबुलेंस की दिक्कत अब खत्म हो जानी चाहिए।

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