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Sunday, June 15, 2025

दिल्ली: बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से खाते से निकाले पैसे

-बैंक ऑफ बड़ौदा की भजनपुरा शाखा से जुड़ी घटना, शिकायत दर्ज, निकाले 20 हजार रूपए

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। देश के बड़े सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ बड़ौदा में कथित रूप से धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दिल्ली स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) भजनपुरा ब्रांच के एक खाता धारक आकर्ष शुक्ला के अकाउंट नंबर- 27890100047699 से बिना उनकी जानकारी के ही 20,000 रुपए की धनराशि निकाल ली गई। हैरानी की बात यह है कि यह धनाराशि एटीएम कार्ड के माध्यम से निकाली गई जबकि एटीएम कार्ड आकर्ष शुक्ला के पास ही था और पिछले एक-महीने से इसका उपयोग भी नहीं किया था। इस मामले की लिखित शिकायत दिल्ली पुलिस के सोनिया विहार थाने में करा दी गई है। पीड़ित ने अपनी शिकायत बैंक से की तो कर्मचारियों ने उनकी सहायता करने की बजाए उन्हीं के साथ गलत व्यवहार किया। साथ ही FIR की कॉपी लेने पर आना कानी करते रहे।

मामला भाई दूज वाले दिन यानी सोमवार, 16 नवंबर का है। आकर्ष के मुताबिक दोपहर 2.59 बजे उनके फोन पर बैंक से 15 हजार रुपए की कटौती का मैसेज आया, इसके कुछ ही सेकंड बाद 5 हजार रुपए की कटौती वाला दूसरा मैसेज उन्हें मिला। अपने बैंक ऑफ बड़ौदा खाते से 20,000 रुपए की कटौती देख आकर्ष के होश उड़ गए। बतौर आकर्ष शुक्ला उन्होंने तुरंत BOB के कस्टमर सपोर्ट नंबर पर कॉल कर इसकी शिकायत की (शिकायत नंबर- DBFN2095298113 और DBFN2095380140)।

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जेब में था ATM कार्ड और निकल गए पैसे
आकर्ष बताते हैं, बैंक ऑफ बड़ौदा में मेरा करीब चार साल पुराना खाता है लेकिन आज से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। जिस दौरान पैसे निकाले गए उस समय खाते में कुल 20222.05 रुपए थे, जिसने भी पैसे निकाले उसे पता था कि खाते में कुल कितनी धन राशि है। आकर्ष ने आगे कहा, कस्टमर केयर से बात करने पर मुझे पता चला की पैसे एटीएम मशीन के माध्यम से निकाले गए हैं। मैं हैरान था कि ATM कार्ड मेरे पास है फिर कैसे कोई पैसे निकाल सकता है। जब मैंने कस्टमर केयर से एटीएम मशीन की लोकेशन मांगी तो उन्होंने यह कहते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया कि उनके पास अभी डेटा नहीं है। बतौर आकर्ष उन्होंने सोमवार की शाम ही पुलिस स्टेशन सोनिया विहार थाने में अपने साथ हुई धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद अगली सुबह (17 नवंबर) वह बैंक ऑफ बड़ौदा की भजनपुरा ब्रांच पहुंचे जहां उन्होंने बैंक कर्मचारियों को अपने साथ हुए धोखाधड़ी की लिखित जानकारी दी।

FIR की कॉपी लेने में की आना कानी
निर्देशानुसार एफआईआर की एक कॉपी BOB को देना था जिसको लेने से कर्मचारियों ने पहले मना कर दिया। बैंक कर्मचारी ने न सिर्फ आकर्ष के साथ गलत व्यवहार किया बल्कि उन्होंने अपनी सभी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने की कोशिश की। हालांकि बाद में उच्च अधिकारियों के पास शिकायत लेकर जाने की बात पर उनके अवेदन और एफआईआर को रिसीव कर लिया गया। आकर्ष का आरोप है कि उनके बैंक खाते से पैसों की कटौती बैंक और उनके कर्मचारियों की मिलीभगत से ही हुई है। बैंक ने उनके एटीएम कार्ड की डुप्लीकेट कॉपी जारी की और खाते से पैसे निकले। अब बैंक इस धोखाधड़ी को कार्डक्लोनिंग का नाम देकर अपनी साख बचाना चाहता है।

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छुट्टी पर गए थे मुख्य शाखा प्रबंधक
आकर्ष बताते हैं कि जिस समय वह अपनी शिकायत लेकर बैंक पहुंचे थे तो उस दौरान मुख्य शाखा प्रबंधक विनोद कुमार छुट्टी पर गए थे। उस स्थिति में आकर्ष शुक्ला ने विनोद कुमार की अनुपस्थिति में सेकंड लाइन पर मौजूद क्रेडिट मैनेजर अविनाश से बात की। अविनाश ने बताया कि विनोद कुमार 23 नवंबर को लौटेंगे उससे पहले उनसे फोन पर भी बात करना संभव नहीं है। उन्हें मुख्य शाखा प्रबंधक से मिलना है तो सोमवार तक का इंतजार करना होगा।

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